डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति को डॉक्टरेट की मानद उपाधि, मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड में नाम दर्ज 
गर्वित मातृभूमि बेमेतरा से दुर्गम दास की रिपोर्ट
मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड द्वारा डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति को साहित्य के क्षेत्र में असाधारण योगदान के लिए डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्रदान की गई है। प्रशासनिक सेवा के दौरान साहित्य साधना करते हुए कविता एवं गद्य की सभी प्रमुख विधाओं में उनकी 27 पुस्तकें और 3 साझा काव्य-संग्रह प्रकाशित होने की उपलब्धि को मैजिक बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है। मस्तूरी-बिलासपुर निवासी डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति वर्तमान में छत्तीसगढ़ शासन महिला एवं बाल विकास विभाग में उपसंचालक हैं। यानी प्रथम श्रेणी राजपत्रित सेवा के अधिकारी होने के साथ ही साथ वे छत्तीसगढ़ कलमकार मंच के संस्थापक एवं प्रदेशाध्यक्ष भी हैं। उनकी इस उपलब्धि पर अनेक विख्यात हस्तियों ने बधाई एवं शुभकामनाएँ दी हैं। बधाई एवं शुभकामनाएँ देने वालों में साहित्य जगत के डॉ. जे. आर. सोनी, डॉ. आर. पी. टण्डन, डॉ. एस. आर. बंजारे, श्रीमती शिरोमणि माथुर, प्रो. बंशीलाल मण्डलोई, एडवोकेट विजय मिश्रा, डॉ. गोवर्धन मार्शल, जुगेश बंजारे धीरज, अधिवक्ता मणीशंकर दिवाकर गदगद, गणेश्वर आजाद, मनोज खाण्डे मन, ननकू साहू, जगतारन प्रसाद डहरे, आचार्य जे.आर. महिलांगे, डॉ. मदन लाल कुर्रे, डॉ. विकास कोशले, सुरजीत, शमीम अहमद सिद्दीकी, इंकलाब-चीनू टण्डन, हर्षिता-आर्यन टण्डन सहित समाजसेवियों में एस कुमार मनहर, धरम भार्गव, के.के. निर्णेजक, मालिकराम घृतलहरे, कृष्ण कुमार पटवर्धन एवं अन्य गणमान्य नागरिक प्रमुख हैं। ज्ञातव्य है कि कुछ माह पूर्व डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति ने न केवल समाजशास्त्र में पी-एच.डी.की डिग्री प्राप्त की है, वरन् उन्हें इंटरनेशनल ह्यूमैनिटी मिशन ऑर्गनाइजेशन द्वारा असाधारण साहित्य सेवा के लिए डॉ. नेल्सन मंडेला ग्लोबल ब्रिलियंस अवार्ड तथा जैकी बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड द्वारा इनका नाम श्रेष्ठ लेखक के रूप में विश्व रिकॉर्ड में दर्ज कर “टैलेंट आईकॉन-2022” भी प्रदान किए गए हैं यह खुशखबरी मणीशंकर दिवाकर अधिवक्ता बेमेतरा ने दी है।