एसईसीएल हसदेव क्षेत्र में भ्रष्टाचार थमने का नाम ही नहीं ले रहा
एसईसीएल हसदेव क्षेत्र में भ्रष्टाचार थमने का नाम ही नहीं ले रहा
श्री कांत बैकुठपुर
गर्वित मातृभूमि/बैकुठपुर:- एसईसीएल हसदेव क्षेत्र में भ्रष्टाचार चरम सीमा को पार कर चुका है जो थमने का नाम ही नहीं ले रहा उसका मुख्य कारण हसदेव क्षेत्र में तथाकथित 10 बाप वाले कुछ निकम्मे अधिकारी पदस्थ है जिनका इमानदारी से की गई कमाई से पेट नहीं भरता जो क्रमवार किसी ना किसी रूप में भ्रष्टाचार करते आ रहे हैं जैसे फर्जी नियुक्ति वाले मामलों की साक्ष्य दस्तावेजों सहित शिकायत होने के बावजूद उक्त मामला एसईसीएल का है हवाला देकर शिकायतकर्ता और पुलिस को गुमराह करते हुए प्रत्येक मामलों में सांठगांठ किया जाकर 10 से 20 लाख रुपए तक में सेटिंग कर उक्त फर्जीयो को सेवा निर्वित के दौरान बंदोबस्त राशि का पूरा भुगतान भी करा दिया जाकर उक्त मामले को रफा-दफा कर दिया जाता है ऐसा बताया जा रहा है इसके अतिरिक्त कुछ पीड़ितों ने अपना नाम ना बताने की शर्त पर जानकारी देकर बताया कि एक ओपी करौली नामक वेलफेयर इंस्पेक्टर है जिसके द्वारा बिना रिश्वत लिए अनुकंपा नियुक्ति प्रकरण का निपटारा ही नहीं किया जाता तथा रिश्वत नहीं देने वाले पीड़ितों के प्रकरणों को सालों तक लंबित रखकर उन्हें प्रताड़ित किया जाता है प्रत्येक प्रकरण के एवज में 2 से ₹300000 तक की मांग की जाती है जिस संबंध में पीड़ितों द्वारा कई बार महाप्रबंधक से शिकायत की जा चुकी है लेकिन उक्त ओपी करौली के विरुद्ध आज तक किसी भी प्रकार की कार्रवाई नहीं की जा रही उक्त वजह से ओपी करौली का मनोबल बढ़ा हुआ है वह सीना तान कर यह कहता है की महाप्रबंधक में दम नहीं वह तो हिजड़े की तरह बैठकर झुनझुना बजाते रहता है उसकी क्या मजाल कि मुझ पर कार्रवाई करें और मेरा स्थानांतरण कर सके शायद महाप्रबंधक कि वह कमजोरी को जानता हो और उसी वजह से ओपी करो ले एक ही जगह हसदेव क्षेत्र में 10 से 12 वर्षों से अजगर की तरह कुंडली मार जमा हुआ है अगर वास्तव में महाप्रबंधक में दम नहीं है तो ऐसे भ्रष्ट तत्व को ईमानदारी का पाठ पढ़ाने बीच बाजार में उनका मुंह काला कर चड्डी बनियान मैं कुत्ते की तरह पिटाई करने आम जनता के हाथों उन्हें सौंप देना चाहिए लेकिन वह दिन दूर नहीं अब इंतजार की घड़ियां खत्म होने वाली है करण की एमसीबी जिले के किसी सरफिरे पुलिस अधिकारी के संज्ञान में इस तरह का अब कोई प्रकरण आया तो बाहरी प्रांतों से आए हुए कुछ लोग जो जीजा को बाप बना कर फर्जी तरीके से अनुकंपा नियुक्ति हड़पने वाले सहित बिना शैक्षणिक योग्यता के सहायक ग्रेड तू और फर्जी अंकसूची लगा कम उम्र बता कर अधिक वर्ष तक नौकरी कर सरकार के राजस्व को चूना लगा दीमक की तरह चरने वालों की अब खैर नहीं