अपने ही सरकार के खिलाफ धरने पर बैठे थे पूर्व विधायक स्व गुलाब सिंह अब गुलाब कमरो ने दिलाई जिले की सौगात
गर्वित मातृभूमि मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिला अस्तित्व में आते ही पूर्व विधायक स्व गुलाब सिंह का सपना साकार हो गया। स्व गुलाब सिंह ने मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने के लिए अपनी ही सरकार के खिलाफ आमरण अनशन किया था और मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने के लिए हमेशा आवाज उठाते रहे थे। स्व गुलाब सिंह का 25 मार्च 2021 को निधन हो गया। गुलाब सिंह के द्वारा देखे गए सपने को पूरा करने में अब उन्ही के हमनाम और भरतपुर सोनहत के विधायक गुलाब कमरो ने मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर को जिला बनावाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को छत्तीसगढ़ के नक्शे में बारीकी से समझा कर अपने विधानसभा क्षेत्र के एक बड़े हिस्से को नए जिले में शामिल करवाने की सहमति दी और मुख्यमंत्री ने 15 अगस्त 2021 को मनेन्द्रगढ़ को जिला बनाने की घोषणा कर दी। 9 सितम्बर 2022 को मनेन्द्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर जिले का उद्घटान भी मुख्यमंत्री ने कर दिया और अब जिला अस्तित्व में आ गया है। ऐसे में यहां यह कहने में कोई अतिश्योक्ति नही होगी कि गुलाब ने गुलाब का सपना साकार कर दिया। मनेंद्रगढ़ जिला बनाओ संघर्ष समिति के बैनर तले पहली बार 1983 में मनेंद्रगढ़ को जिला बनाने की मांग उठी थी और 29 जनवरी 1983 से 84 दिन क्रमिक आमरण अनशन चला था उसके बाद 1998 में जब सरगुजा को विभाजित कर कोरिया जिला बनाया गया और उसका मुख्यालय बैकुंठपुर को घोषित किया गया तब मनेंद्रगढ़ में 13 दिन का कर्फ्यू लगा था। और 11 महीने तक आमरण अनशन चला था 1998 में अविभाजित मप्र में दिग्विजय सिंह की कांग्रेस सरकार में कद्दावर मंत्री व बैकुंठपुर के विधायक स्व.डॉ. रामचन्द्र सिंहदेव की मंशानुरूप सरगुजा को विभाजित कर कोरिया को जिला बना कर बैकुंठपुर को मुख्यालय बनाया गया था। तब मनेंद्रगढ़ से कांग्रेस के ही विधायक स्व. गुलाब सिंह ने अपनी सरकार के खिलाफ शंखनाद करते हुए आम जनता के साथ आमरण अनशन पर बैठ गए थे। तब स्वर्गीय गुलाब सिंह को केवल आम जनता की जन भावनाओं का ख्याल था ना की किसी पद या विधायकी के खोने का डर था। लेकिन अब ऐसे जननायक देखने को नहीं मिलते है।