भास्कर पारा में प्रकाश इंडस्ट्रीज कोयला खदान खोलने के संबंध में हुई आमसभ
भास्कर पारा में प्रकाश इंडस्ट्रीज कोयला खदान खोलने के संबंध में हुई आमसभ
संभाग हेड मिथलेश ठाकुर
गर्वित मातृभूमि/सुरजपुर/भैयाथान:- सूरजपुर जिले के भास्कर पारा में खुलने वाले कोयला खदान के लिए रविवार को खाडापारा में आमसभा का आयोजन किया गया जिसमें सम्बंधित कोल माइंस कम्पनी ने पुरजोर तरीके से ग्रामीणों को मिलने वाले मुआवजे,नोकरी के प्रावधान, व्यवस्थापन व क्षेत्र के विकास आदि की विस्तार से जानकारी दी गई। जिला प्रशासन के निर्देशानुसार एसडीएम सागर सिंह की उपस्थिति में क्षेत्र के ग्राम भास्करपारा में खुलने वाले कोयला खदान को लेकर ग्राम खाड़ापारा में आम सभा का आयोजन किया गया था। जहां प्रभावित आठ ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिधि, सरपंच, जनपद सदस्य सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। इस बैठक में प्रकाश इंडस्ट्रीज की ओर से आये अधिकारियों ने प्रभावित लोगों को बारी-बारी से कम्पनी व शासन के द्वारा जारी नियमों के बारे में बताया। उन्होंने प्रभावित लोगों को अधिग्रहित सिंचित, असिंचित भूमि के एवज में मिलने वाले मुआवजा राशि एवं नौकरी के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी । साथ क्षेत्र के बेरोजगार युवकों को रोजगार मुहैया कराने विभिन्न योजनाओं का संचालन करने की बात कही ऐसे युवा जो गरीबी के कारण उच्चशिक्षा व डिप्लोमा कोर्स पूरी नही कर पाते उन्हें कंपनी की ओर से उच्चशिक्षा पूरी करने सहित डिप्लोमा कोर्स कराने की भी बात कही गयी। कम्पनी की ओर से बताया गया कि चार गुना मुआवजा के साथ नोकरी का प्रावधान रखा गया है।साथ ही कम्पनी स्थानीय युवाओं को रोजगार के साथ उनके शिक्षा ,क्षेत्र के समुचित विकास आदि के लिए भी वचनबद्ध होगी। इस दौरान एसडीओपी राजेश जोशी, तहसीलदार ओपी सिंह, थाना प्रभारी नरेंद्र सिंह, पीएचई विभाग से ज्ञानेश मिश्रा, उपाध्यक्ष प्रतिनिधि अखिलेश प्रताप सिंह, जिपं सदस्य दुर्गा सारथी, नूर आलम, संतोष सारथी, सरपंच ललिता सिंह, सहित क्षेत्र के हल्का पटवारी , जनप्रतिनिधि व ग्रामीण उपस्थित थे। वहीं कम्पनी की ओर से डायरेक्टर ए.के. चतुर्वेदी सलाहकार पी. निहलानी,एनएम शर्मा, ए.के. सिंह सहित कर्मचारी उपस्थित थे।
जमकर हुआ विरोध :- आमसभा के दौरान कालरी खुलने के विरोध किया गया जिसमें ग्रामीण भारी संख्या मे नारेबाजी कर रहे थे । जिस पर कम्पनी के प्राधिकृत अधिकारी ने पत्रकारों को बताया कि कुछ लोग अनावश्यक विरोध करते ही रहते है।जबकि यहा विरोध करने वालो का ना तो कालरी में जमीन अधिग्रहित हो रही है और न ही उनका कोई लेना देना है फिर भी वे विरोध कर खुद को स्थापित करने की कोशिश कर रहे।हालांकि उन्हें भी संतुष्ट कर लिया जाएगा ।