आखिर कौन कर रहा है छात्रों को स्कूल ड्रेस खरीदने के लिए मजबूर
आखिर कौन कर रहा है छात्रों को स्कूल ड्रेस खरीदने के लिए मजबूर
*निजी कपड़ा व्यापारी द्वारा द्वारा ओनेपोने दाम में बेची जा रही स्कूल ड्रेस*
गर्वित मातृभूमि/झाबुआ:- जिले में एक के बाद शिक्षा विभाग की लापरवाही के मामले सामने आते जा रहे है जिले में चर्चित खेल सामग्री का मामला ठंडा ही नही हुआ था कि थांदला के शासकीय माध्यमिक विद्यालय के छात्रों ने अपना मोर्चा खोल दिया था ओर अब ताजा मामला जिले के मेघनगर विकासखण्ड के अंतर्गत आने वाली माध्यमिक विद्यालय ढाढनिया ,नवीन माध्यमिक विद्यालय बड़ा घोसलिया का है जहाँ स्कूल ड्रेस को लेकर बड़ा झोलझाल सामने आया है जहाँ मजबूर पालको को अपने जेब के पेसो से स्कूल ड्रेस खरीदना पड़ रही है जबकि अभी तक स्कूल ड्रेस खरीदने की राशि न तो छात्रों के खाते में डली है और नही इसके लिए कोई रणनीति बनी है कि बच्चों को स्कूल ड्रेस कैसे मिलेगी या वह स्वय खरीद कर पहनेंगे मगर यहाँ जबरन बच्चों पर दबाब बनाकर ड्रेस खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा है सूत्रों का यह भी कहना है कि पालको को ड्रेस खरीदने के लिए स्लिप बनाकर एक कपड़ा व्यापारी की दुकान से ड्रेस खरीदने को कहा जा रहा है जो कि सरासर गलत है
*यह है पूरा मामला*
पालको ने आरोप लगाते हुवे कहा की स्कूल के शिक्षको द्वारा बच्चों को ड्रेस पहनकर आने को कहा जा रहा हैं तथा एक कपड़ा व्यापारी के यहा से ड्रेस खरीदने के लिए कहा जा रहा है जबकि जो ड्रेस खरीदने के लिए कहा जा रहा है वह शाला की ड्रेस है ही नही जबकि अभी तक बच्चों के खाते में ड्रेस की राशि नही आई और नही किसी समूह द्वारा बाटी गई मगर शिक्षक लगातार दबाब बना रहे है और ड्रेस वही से खरीदने के लिए बोल रहे है ओर दुकानदार मनमाफिक राशि इन पालको से वसूल रहा है
*इनका कहना है*
इस मामले में बीआरसी से बात की तो वह सफाई देते नजर आए
*मंगलसिंह नायक ,बीआरसी मेघनगर*
इस मामले मे डीपीसी से बात की गई तो उन्होंने साफ कह दिया कि इस बारे में अभी कुछ तय नही है जल्द ही इसको लेकर निर्णय लिया जाएगा ओर अगर बच्चों को जबरन ड्रेस खरीदने के लिए कहा गया है तो उनके विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी ओर पालको से अनुरोध है कि वह ड्रेस नही खरीदे ओर खरीदी करवाई गई है तो इसकी जांच की जाएगी – *रेलुसिंह -डीपीसी झाबुआ*