December 23, 2024

विहंगम योग संस्थान द्वारा निकाला गया स्वर्वेद शोभायात्रा

विहंगम योग संस्थान द्वारा निकाला गया स्वर्वेद शोभायात्रा

जिला ब्यूरो प्रदीप तिवारी

गर्वित मातृभूमि/झारखंड/गढ़वा:- दिनांक 9 सितंबर 2022 दिन शुक्रवार को गढ़वा जिला अंतर्गत मझिआंव प्रखंड मुख्यालय में ब्रह्मविद्या विहंगम योग संस्थान के अनुयायियों द्वारा भव्य स्वर्वेद शोभायात्रा निकाला गया जिसमें प्रमुख रुप से वरिष्ठ साधिका एवं इस ज्ञान के उपदेष्ठा श्रीमती मनोरमा दुबे उपस्थित थीं। शोभा यात्रा का शुभारंभ सद्गुरु के चित्र पर माल्यार्पण कर किया गया। मझिआंव शहर होते हुए प्रखंड कार्यालय के रास्ते पुरानी अस्पताल के पास इस शोभायात्रा को समाप्त किया गया। उक्त दिनांक को संपूर्ण भारत वर्ष में विहंगम योग संस्थान के आदेशानुसार जगह जगह पर स्वर्वेद शोभायात्रा निकाला गया जिसका मुख्य उद्देश्य था ब्रह्मविद्या विहंगम योग का प्रचार प्रसार एवं सनातन धर्म संस्कृति ऋषि परंपरा का प्रचार प्रसार करना। आज के भौतिकतावादी समय में जिस प्रकार ब्रह्मविद्या के ज्ञान से लोग अनभिज्ञ हैं उसे अज्ञान रूपी अंधेरे को ब्रह्म ज्ञान के उपदेश एवं आभ्यंतर भेद साधन बदला कर दूर करने का एक सतत प्रयास है। हर युग में ईश्वर के संदेशी ब्रह्म स्वरूप सद्गुरु इस धरा धाम पर अवतरित होकर ब्रह्म ज्ञान का उपदेश कर बिरही जीवात्मा को प्रताप दुख से छुड़ाकर उसे मुक्त करते हैं यह एक ईश्वरीय विधान है की बिना सद्गुरु के जीव आवागमन के चक्र से नहीं छूट सकता है इसलिए मानव को यह आवश्यक ही नहीं अनिवार्य भी है की वे अपने जीवन काल में समर्थ सद्गुरु के हाथों में अपने जीवन के बागडोर को सौंप दें तब जाकर वह जीव इस संसार रूपी भवसागर से पार पा सकेगा क्योंकि सद्गुरु सता ने अपने 17 वर्षों के कठिन साधना के पश्चात प्राप्त अनुभूतियों को स्वर्वेद नामक वांग्मय में लिपिबद्ध कर संपूर्ण विश्व को एक दिव्य संदेश प्रदान किया की यदि मेरे द्वारा बताए गए मार्ग पर जो जीव सेवा साधना और सत्संग में लगा रहेगा उसे मैं अमरलोक अवश्य पहुंचाऊंगा। अनंत श्री सद्गुरु सदाफल देव जी महाराज ने सन 1924 में 1 लाख वेद मंत्रों से लक्षाहुति यज्ञ यज्ञ करके विहंगम योग संस्थान का स्थापना किया था एवं उन्होंने यह संकल्प लिया था कि इस ज्ञान का प्रचार संपूर्ण विश्व में होगा। 1954 में महाकुंभ के अवसर पर पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार अपने भौतिक शरीर के प्रत्येक के पश्चात 15 मिनटो तक आकाशवाणी करके सबको आश्चर्यचकित कर दिया जिसमें उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि मैं जाता कहां हूं मैं तो रहूंगा ही पहले 1 लाख जीव को मुक्ति धाम  पहुंचा दूं फिर विचार करूंगा की मुझे यहां रहना है या वहां रहना है। ऐसे समर्थ सद्गुरु के द्वारा लिपिबद्ध स्वर्वेद एवं अ अंकित श्वेत ध्वजा के साथ शोभा यात्रा निकाला गया। जिले के 100 संयोजक मौके पर जिले के सह संयोजक उदय प्रताप गुप्ता, प्रखंड प्रभारी मानिक चंद साहू, उपदेष्ठा बलदेव सिंह, गीता देवी, रविंद्र प्रसाद, जगदीश्वर राम, सहित काफी लोग उपस्थित थे।

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