विलक्षण है इसकी प्रतिभा- उम्र महज 5 साल और मुखाग्र याद है गीता के श्लोक, कबीर के दोहे सहित कई चीजें
विलक्षण है इसकी प्रतिभा- उम्र महज 5 साल और मुखाग्र याद है गीता के श्लोक, कबीर के दोहे सहित कई चीजें
गर्वित मातृभूमि/बालोद:- आज हम आपको एक ऐसी बच्ची के बारे में बता रहे हैं। जिनमें एक विलक्षण प्रतिभा है। ये है महज 5साल की नमिशा साहू। जो तकसीवा( बेरला) की रहने वाली है। तीज पर उक्त बच्ची गुरूर अपने रिश्तेदार के घर आई थी। जहां उनकी प्रतिभा देख लोग अचंभित रह गए। दरअसल में इस बच्ची को गीता के श्लोक सहित कई ज्ञान व भक्ति से जुड़ी बातें मुखाग्र याद हैं। नमिशा अभी विजन पब्लिक स्कूल बेरला में क्लास केजी 2 में पढाई करती है। उनकी माता सूर्य किरण साहू व पिता सुशील साहू है। माता सूर्य किरण कई साल से गायत्री परिवार हरिद्वार से जुड़ी है। जिसके चलते बचपन से ही उनकी बेटी भी श्लोक आदि सुनती रहती है। यही कारण है कि उनके मन मस्तिष्क में इसका गहरा प्रभाव पड़ा है। मां व घर के अन्य लोगों से रोज सुनते बेटी नमिशा को सब मुखाग्र याद हो गया है। उसे गीता के श्लोक, कबीर के दोहे चौपाई साखी भजन आरती सब याद है। कोई उनसे कुछ भी पूछे तो फट से बोलने लगे जाती है। कम उम्र में इतना मुखाग्र होना अद्भुत बात है। लोग उसे श्लोक बोलते देख आश्चर्य में पड़ जाते है। परिजन बताते हैं जब नमिशा गर्भ में थी तब दिनभर उनकी मां सूर्य किरण भागवत प्रवचन आदि सुनती रहती थी। कहा जाता है बच्चे गर्भ से भी सीखकर आते हैं। परिजन इसे चमत्कार स्वरूप भी मानते हैं। नमिशा को कई भक्ति गाने व भजन भी याद है। जिन्हें वह हूबहू उसी स्वर लय में गाती है। जैसे छोटी छोटी गैय्या,,,मैय्या यशोदा ये तेरा कन्हैया, कल कल करे माता काली, गायत्री मंत्र, गीता के श्लोक वह आसानी से गाती है। जानकारी अनुसार परिवार का कोई सदस्य गायत्री पीठ हरिद्वार में भी निवास करते हैं। जिससे पूरा परिवार भक्ति मय माहौल से शुरुआत से जुड़े हैं। यही वजह है कि बचपन से नमिशा में वही संस्कार दिखाई पड़ रहे है। जिस रास्ते उनके माता पिता चल रहे हैं।