December 23, 2024

वृद्धा आश्रम के संधारण की अनुमति के लिए किसान नेता ने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन, बुजुर्गों की परेशानियों से कराया अवगत

वृद्धा आश्रम के संधारण की अनुमति के लिए किसान नेता ने कलेक्टर को सौपा ज्ञापन, बुजुर्गों की परेशानियों से कराया अवगत

कलेक्टर ने संबंधित विभाग के अधिकारी से चर्चा कर निर्णय लिए जाने की बात कही 

जिला ब्यूरो बिनोद कुमार

गर्वित मातृभूमि/बेमेतरा:- जिला मुख्यालय स्थित वृद्धा आश्रम भवन की मरम्मत करने को लेकर अनुमति के लिए किसान नेता योगेश तिवारी ने बेमेतरा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा । इस दौरान किसान नेता ने भवन के ऑडिट के बाद उसकी मरम्मत पर आने वाले खर्च का जिम्मा उठाने की अनुमति दिए जाने की मांग की है। उल्लेखनीय है कि सिंचाई विभाग के पुराने कार्यालय भवन में संचालित वृद्धा आश्रम भवन के जर्जर स्थिति की खबर को पत्रिका में प्रमुखता से प्रकाशित किया गया ।  इसके बाद किसान नेता ने वृद्धा आश्रम पहुंच कर हर कमरे का जायजा लिया । यहां उन्होंने निवासरत बुजुर्गों को भवन की मरम्मत का आश्वासन दिया । इसकी अनुमति के लिए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है ।

बुजुर्ग बीजाभाट के सामुदायिक भवन जाने को तैयार नहीं

किसान नेता के अनुसार बेमेतरा कलेक्टर ने बताया कि वृद्धा आश्रम को ग्राम बीजाभाट स्थित सामुदायिक भवन में शिफ्ट करने की तैयारी थी । यहां पानी की समस्या थी, जिसे दूर कर लिया गया है । लेकिन यहां निवासरत बुजुर्ग जिला मुख्यालय स्थित वृद्धा आश्रम छोड़ने को तैयार नहीं है । जिला मुख्यालय से करीब 5 किलोमीटर दूर ग्राम बीजाभाट के सामुदायिक भवन में नहीं जाने की मुख्य वजह वहां सुविधाओं का अभाव है ।

नागरिकों के जरिए घरेलू जरूरत की चीजों की हो रही पूर्ति

जिला मुख्यालय में स्वयं, महान हस्तियों व नेताओं के जन्मदिन, विशेष दिन में लोग फल, कपड़े, उपहार समेत अन्य घरेलू जरूरत की वस्तुएं वृद्धा आश्रम के बुजुर्गों को बांटते हैं । ऐसी स्थिति में जरूरत की वस्तुओं की पूर्ति होने पर बुजुर्गों को काफी राहत रहती है । लेकिन बीजाभाट में आश्रम संचालन से सुविधाओं के अभाव के साथ इन चीजों की पूर्ति नहीं हो पाएगी । जिससे बुजुर्गो की परेशानी बढ़ेगी । 

प्रशासन से अनुमति मिलने बाद ही भवन की होगी मरम्मत 

किसान नेता ने बताया कि कलेक्टर ने समय सीमा बैठक में इस मुद्दे पर संबंधित विभाग के अधिकारी से चर्चा कर निर्णय लिए जाने की बात कही है । कलेक्टर से अनुमति मिलने के बाद ही भवन की मरम्मत संभव हो पाएगी । उन्होंने बताया कि करीब एक दशक से सिंचाई भवन में संचालित वृद्ध आश्रम में निवासरत बुजुर्ग जान जोखिम में डालकर रहने को मजबूर हैं । जो हम सभी के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है ।

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