भाजपा के द्वारा फेडरेशन के हड़ताल का समर्थन
भाजपा के द्वारा फेडरेशन के हड़ताल का समर्थन
कर्मचारियों को अपने हक के लिए आंदोलन करना पड़ रहा है।
गर्वित मातृभूमि/गौरेला पेन्ड्रा मरवाही:- पोला त्यौहार के अवसर पर केंद्र के समान देय तिथि से 34 प्रतिशत महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के आधार पर गृह भाड़ा भत्ता की दो सूत्री मांग को लेकर छठवे दिन भी रेनाल्ड स्कूल ज्योतिपुर गौरेला के प्रांगण में अनिश्चितकालीन आंदोलन जारी है। कर्मचारियों ने आज उम्मीद लगाई थी, कि पोला त्यौहार के अवसर पर कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ शासन की ओर से महंगाई भत्ता रूपी तोहफा दिया जाएगा। लेकिन कर्मचारियों को निराशा ही हाथ लगी। धरना प्रदर्शन की शुरुआत अरपा पैरी के धार राज्य गीत से की गई। फेडरेशन की हडताल को जिला भाजपा के संदीप जायसवाल, आशीष गुप्ता, विभा नहरेल की 16 सदस्य टीम के द्वारा पंडाल में आकर समर्थन किया गया। संदीप जयसवाल ने अपने उदबोधन में कहा कि हम कर्मचारियों की भावनाओ का सम्मान करते हुए हड़ताल का समर्थन करते हैं। अभय वर्मा ने कहा कि पहले छत्तीसगढ़ सरकार अपने कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दे,फिर दिल्ली में जाकर हड़ताल करें। आशीष गुप्ता ने कहा कि सरकार की नियत में खोट होने के कारण कर्मचारियों को उनका वाजिब हक नहीं दे रही है। बिना कर्मचारियों के कोई भी योजना सफल नहीं हो सकती। न्यायालय कर्मचारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शुक्रवार तक 45000 केस अनडेटेड दिखाई पड़ रहे हैं। जिनकी अगली पेशी का कोई डेट नहीं है। जिसके कारण पक्षकारों को काफी परेशानी हो रही है। तहसील, कोषालय, पंजीयन कार्यालय, न्यायालय बंद होने से आम जनजीवन अस्त व्यस्त है। वन विभाग के लिपिक रमेश रजक अपने साथियों सहित शनिवार को हड़ताल में शामिल हुए ।राजपत्रित अधिकारी संघ के डॉक्टर एसपी सोनी ने कहा कि एकता में बल होता है, हमको चीटियों एवं लकड़ियों की एकजुटता पर सीख लेनी चाहिए। राम प्रमोद तिवारी ने कहा कि हम यहां कफन बांध के बैठे हैं, सरकार हमारी मांगों को शीघ्र पूरा करें। नागेंद्र त्रिपाठी ने संबोधित करते हुए कहा कि महंगाई भत्ता वेतन का हिस्सा है, इसके लिए कभी हड़ताल नहीं करना पड़ा है। अजय चौधरी ने कहा कि ” मेरे लफ्जों में जी हुजूर नही था, और इसके अलावा मेरा कोई कसूर नहीं था।” मंच को आकाश राय, डॉक्टर एसपी सोनी, कमाल खान, विश्वास गोवर्धन, राम प्रमोद तिवारी, ओमप्रकाश सोनवानी, अक्षय नामदेव, नागेंद्र त्रिपाठी, गीतेश्वर राठौर, राजेश चौधरी, हेमंत कश्यप, ने संबोधित किया। मंच संचालन अजय चौधरी ने किया, एवं आभार प्रदर्शन कविता शर्मा ने किया।
नियमित कर्मचारियों के बाद संविदा कर्मचारी भी अपनी 2 सूत्री मांग नियमितीकरण एवं वेतन वृद्धि की मांग को लेकर कर्मचारी- अधिकारी फेडरेशन के बैनर तले पंडाल में आकर अपनी उपस्थिति दी एवं धरना स्थल से तहसील कार्यालय तक रैली निकालकर डिप्टी कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम का ज्ञापन सौंपा गया। धरना के बाद संविदा कर्मचारियों ने धरना स्थल से तहसील कार्यालय गौरेला तक तिरंगा यात्रा निकाली जिसमें संविदा कर्मचारियों के साथ अधिकारी कर्मचारी फेडरेशन के नेताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। तत्पश्चात मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम पेंड्रा रोड को संविदा कर्मचारी के नियमितीकरण एवं वेतन वृद्धि संबंधी ज्ञापन सौंपा गया। इसके पूर्व धरना स्थल पर डॉक्टर तांडी, डॉ मुदलियार, डॉक्टर पारस की उपस्थिति रही। कमाल खान ने कहा कि अपना वेतन खूब बढाया,कर्मचारी मांगे तो आँख दिखाया।कर्मचारी नेता अक्षय नामदेव ने संबोधित करते हुए कहा की वर्ष 2002 में संविदा शिक्षकों की भर्ती की गई थी। संविदा शिक्षक संगठित होकर हड़ताल किये तब उनको शिक्षाकर्मी पद पर संविलियन किया गया। और नियमित कर्मचारी का विकल्प बनाया गया। लेकिन आप का विकल्प नहीं बनाया गया है।आप से सिर्फ सरकार काम ले रही है।इस लिये सरकार की गलत नीति के कारण कर्मचारी परेशान हो रहे। मंच को अरविंद सोनी, उषा कोसले, शशिकला वर्मा, गीतेश्वर राठौर, अक्षय नामदेव, विश्वास गोवर्धन, टेकलाल पाटले, दुर्गा प्रसाद नागेश, डॉक्टर के के तांडी, श्वेता पैकरा, सूरज चौहान, रोसा गुड़िया, संजय शर्मा स्नेह लता राजपूत सेवा सिंह आर्मो, एस पी सोनी ने संबोधित किया। मंच का संचालन जहीर अब्बास, अजय चौधरी ने किया।