घरों में दुबके कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतारने में सफल हुई भाजपा
घरों में दुबके कार्यकर्ताओं को सड़क पर उतारने में सफल हुई भाजपा
श्री कांत बैकुठपुर
गर्वित मातृभूमि/बैकुठपुर:- भाजपा ने रोजगार के मुद्दे को लेकर राजधानी की सड़क पर बड़ा आंदोलन किया। इस आंदोलन में लंबे समय से घरों में दुबके कार्यकर्ता सड़क पर नजर आए। भाजपा मिशन 2023 के लिए इसी दिन का इंतजार कर रही थी। दरसअल, कार्यकर्ताओं की नाराजगी के कारण भाजपा ने प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष का बदलाव किया।
पहले आंदोलन में प्रदेशभर से युवाओं की टोली रायपुर पहुंची। बड़े नेताओं ने एकजुट होकर यह संदेश देने की कोशिश की कि 2023 का विधानसभा चुनाव एकतरफा नहीं रहेगा, बल्कि भाजपा मुख्य मुकाबले में है। राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो युवा मोर्चा का यह प्रदर्शन भाजपा के लिए संजीवनी का काम करेगा। युवा मोर्चा के बाद भाजपा महिला मोर्चा और अन्य संगठन ने भी आंदोलन की तैयारी की है।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अस्र्ण साव ने बताया कि युवा मोर्चा का हल्ला बोल आंदोलन प्रदेश की जनता का आंदोलन था। उनके आक्रोश का ही प्रकटीकरण था। वास्तव में यह आंदोलन छत्तीसगढ़ के इतिहास में उसी तरह याद किया जाएगा, जैसे बीस वर्ष पहले के पिछले कांग्रेस शासन के खिलाफ भाजपा ने किया था। लोकतंत्र में सत्ता पक्ष से जवाबदेह होने की अपेक्षा की जाती है। उसे प्रतिपक्ष के सवालों का जवाब देना होता है, न कि अनाप-शनाप बोल कर मुद्दों को भटकाना होता है।
छत्तीसगढ़ में हम विपक्ष में हैं, सवाल हम पूछेंगे और जवाब उन्हें देना होगा। भाजपा के रणनीतिकारों ने बताया कि पार्टी आगामी रणनीति के तहत आंदोलन कर रहे कर्मचारियों, शिक्षा कर्मियों और अन्य संगठनों को समर्थन देगी। कांग्रेस ने भी पिछले विधानसभा चुनाव के समय आंदोलनों को समर्थन देकर अपने पक्ष में वोट बटोरा था। लेकिन कांग्रेस के वादे पूरे नहीं होने पर करीब पांच लाख कर्मचारी आंदोलन की राह पर हैं।