मुंगेली जिला प्रोटीन वाले फसलों के उत्पादन में राज्य में अग्रणी – प्रदीप शर्मा
मुंगेली जिला प्रोटीन वाले फसलों के उत्पादन में राज्य में अग्रणी – प्रदीप शर्मा
गोधन न्याय योजना से अकेले मुंगेली जिले को मिल सकता है प्रतिवर्ष 100 करोड़ रूपए की राशि, योजना के बेहतर क्रियान्वयन की जरूरत
नरवा के पुराने संरचनाओं को चिन्हांकित कर मरम्मत हेतु कार्ययोजना बनाने के निर्देश
गर्वित मातृभूमि/मुंगेली:- मुख्यमंत्री भूपेश भूपेश बघेल की योजना, नीति, कृषि एवं ग्रामीण विकास के सलाहकार प्रदीप शर्मा ने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में संबंधित विभागों की बैठक ली। बैठक में उन्होंने कहा कि मुंगेली जिला पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में प्रोटीन वाले फसलों के उत्पादन में अग्रणी जिला है। जिले में किसान बड़ी मात्रा में दलहन व तिलहन फसलों की खेती करते हैं, इस हेतु उन्होंने रबी सीजन में दलहनी व तिलहनी फसलों की बुंआई के लिए अभी से कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले के मिट्टी व जलवायु को जीरा, अजवाईन, केला, धनिया एवं गन्ना फसलों के लिए भी उपयुक्त बताया। इन फसलों से किसानों को अधिक लाभ प्राप्त होता है। उन्होंने इन फसलों के लिए अधिक से अधिक किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए।
बैठक में श्री शर्मा ने राज्य शासन की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने योजना के तहत गोबर खरीदी और जिले में पशुधन की संख्या आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि किसानों की आर्थिक उन्नति और समृद्धि के लिए छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना हिन्दुस्तान को नया रास्ता दिखाया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने भी इसकी प्रशंसा की है। उन्होंने कहा कि मुंगेली जिले में भी बड़ी संख्या में पशुधन है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के बेहतर क्रियान्वयन से मुंगेली जिले को प्रतिवर्ष 100 करोड़ की राशि प्राप्त हो सकती है। इससे मुंगेली जिले की तकदीर और तस्वीर बदल सकती है।
बैठक में शर्मा ने कहा कि सुराजी गांव योजना के तहत निर्मित गौठानों को रूरल इंडस्ट्रीयल पार्क के रूप में विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गौठानों में परम्परागत उद्योग को पुनः स्थापित किया जाए, जिससे ग्राम में अधिक से अधिक रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। इसी तरह गौठान में डेयरी यूनिट स्थापित करने, फिनायल, साबुन, झाड़ू, बैंडेड जैसे उत्पाद तैयार करने, केला के पौधे लगाने और बाड़ी विकास योजना के कार्य को बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। उन्हांेने जिले के आवर्ती चारागाहों के बारे में जानकारी ली तथा जिले में 15 बायोडायवर्सिटी पार्क स्थापित करने के निर्देश दिए। उन्होेंने बायोडायवर्सिटी पार्क फलदार पौधे और मक्का लगाने की भी बात कही।
बैठक में श्री शर्मा ने नरवा विकास योजना के तहत जल संरक्षण व संवर्धन के लिए निर्मित नरवा संरचना की जानकारी ली। उन्होंने जर्जर व पुराने संरचना वाले नरवा को चिन्हांकित कर मरम्मत हेतु कार्ययोजना बनाने के लिए ग्रामीण यांत्रिकी सेवा तथा जल संसाधन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए। बैठक में कलेक्टर श्री राहुल देव ने कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की मंशानुरूप शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं को क्रियान्वयन प्राथमिकता से किया जा रहा है। उन्होंने योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की जानकारी दी और परम्परागत व्यवसाय, रूरल इंडस्ट्रीयल डेवलेपमेंट पार्क (रीपा) और रोजगार व स्वरोजगार को आगे बढ़ाने की बात कही। इस अवसर पर वनमण्डलाधिकारी गणेश राजन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डी. एस. राजपूत, संयुक्त कलेक्टर श्री नवीन भगत, मुंगेली एसडीएम श्री अमित कुमार सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।