आगर नदी मुंगेली में एक व्यक्ति की डूबने की जानकारी मिलने पर तत्काल पहुंची जिला प्रशासन की रेस्क्यू टीम
आगर नदी मुंगेली में एक व्यक्ति की डूबने की जानकारी मिलने पर तत्काल पहुंची जिला प्रशासन की रेस्क्यू टीम
कलेक्टर और एसपी ने स्वयं पहुंचकर हालात का किया मुआयना, रेस्क्यू टीम को दिए आवश्यक दिशा निर्देश
कलेक्टर ने लोगो को उफनती नदी व नालों के समीप नही जाने की दी समझाईश
जिला ब्यूरो चीफ पी बेनेट
गर्वित मातृभूमि/मुंगेली:- कलेक्टर श्री राहुल देव के निर्देश पर जिले में अधिक बारिश के वजह से निर्मित बाढ़ वाले क्षेत्रों में राहत एवं बचाव हेतु जिला प्रशासन द्वारा मुस्तैदी से कार्य किया जा रहा है। इसका एक ताजा उदाहरण भी देखने को मिला। जब जिला प्रशासन को मुंगेली शहर के पुलपारा ब्रिज के पास से बहने वाली आगर नदी में एक व्यक्ति के बह जाने की जानकारी मिली, तब जिला प्रशासन की रेस्क्यू टीम तत्काल मौके पर पहुंची और उस व्यक्ति को निकालने के लिए रेस्क्यू अभियान शुरू किया। इस दौरान कलेक्टर श्री राहुल देव और पुलिस अधीक्षक श्री चन्द्रमोहन सिंह वहां पहुंचकर हालात का मुआयना किए और रेस्क्यू टीम को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने होमगार्ड और एसडीआरएफ टीम के प्रमुख से भी इस संबंध में बातचीत की और बताया कि दुर्ग व बिलासपुर जिले से टीम को मुंगेली के लिए रवाना किया गया है। अपर कलेक्टर श्री तीर्थराज अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर श्री नवीन भगत, एसडीएम मुंगेली श्री अमित कुमार सहित अन्य अधिकारी उनके साथ मौजूद थे।
रेस्क्यू के दौरान वहां उपस्थित नागरिकों ने बताया कि बाढ़ में बहने वाले व्यक्ति का नाम शेषनारायण सोनी है, जो कि मानसिक रूप से कमजोर है तथा नशे की हालत में नदी में सुरक्षा की दृष्टि से लगाए गए बेरिकेट को पार कर मंदिर के किनारे अपना चप्पल धो रहा था, तब वह तेज पानी के बहाव में पुल के नीचे गिरकर बह गया। वहां उपस्थित लोगों ने तत्काल इसकी जानकारी जिला प्रशासन को दी। जिसके पश्चात जिला प्रशासन की रेस्क्यू टीम द्वारा मौके पर पहुंचकर उस व्यक्ति को पानी से निकालने का कार्य किया जा रहा है।
इस दौरान कलेक्टर ने लोगों को उफनती नदी, नालों व जलभराव वाले क्षेत्रों में नही जाने की भी समझाईश दी। उन्होंने कहा कि उफनती नदी नालों को पार करने के दौरान बह जाने का खतरा होता है, ऐसे में उफनती नदी नाला को पार न करें। इसके साथ कलेक्टर ने कहा कि जिले में बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं बचाव हेतु हर संभव कार्य किया जा रहा है। जिन क्षेत्रों में जल भराव की स्थिति निर्मित हो रही है। वहां के लोगों अन्यत्र सुरक्षित स्थानों में रखने और उनके लिए भोजन, पेयजल, लकड़ी सहित तमाम व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। नदी नालों के पुल के ऊपर पानी बहने की स्थिति में तत्काल बैरिकेट लगाई जा रही है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखने के लिए संबंधित अधिकारियों को 24 घंटे अलर्ट रहने के कड़े एवं स्पष्ट निर्देश भी दिए गए हैं। कलेक्टर के द्वारा स्वयं भी बाढ़ प्रभावितों क्षेत्रों की पल-पल की जानकारी लिया जा रहा है।