लोहे का धारदार हथियार से ग्रामीणों को डराने धमकाने वाला आरोपी गिरफ्तार न्यायिक रिमाण्ड भेजा गया जेल
लोहे का धारदार हथियार से ग्रामीणों को डराने धमकाने वाला आरोपी गिरफ्तार न्यायिक रिमाण्ड भेजा गया जेल
जिला ब्यूरो कृष्ण नाथ टोप्पो बलरामपुर
गर्वित मातृभूमि/बलरामपुर:- जिले के चलगली थाना के अंतर्गत दिनांक 07.08.22 को करीब सुबह 08/35 बजे जरिये मोबाईल सूचना मिला कि सुपाडीलाल पिता शिवकुमार भुईया जाति भुईया उम्र 34 वर्ष निवासी बेलिया के द्वारा एक लोहे का धारदार कटारी लेकर ग्राम बेलिया बीचपारा बस्ती में शराब के नशे में ग्रामीणों को डरा धमका कर मारने पीटने के लिए दौड़ा रहा है कि सूचना पर श्रीमान् पुलिस अधीक्षक महोदय बलरामपुर श्री मोहित गर्ग ( भापुसे) के निर्देशन पर एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय बलरामपुर श्री सुशील कुमार नायक व पुलिस अनविभागीय अधिकारी वाड्रफगनर श्री अनिल विश्वकर्मा के मार्ग दर्शन पर हमराह स्टाफ के रवाना होकर ग्राम बेलिया मौके पर गया तो देखे कि सुपाडीलाल पिता शिवकुमार शराब के नशे में एक लोहे का धारदार कटारी हाथ में लेकर ग्रामीणों को डरा धमका कर मारने पीटने के लिए दौड़ा रहा था। जिसे स्टाफ के द्वारा घेराबंदी कर पकडे पुछताछ कर धारदार कटारी रखने के संबंध में धारा 91 जाफौ का नोटिस देकर वैद्य कागजात मांगा गया जो सुपाडीलाल के द्वारा लिखित में नही होना बताया। जिसे मौके पर उपस्थित गवाह श्रवण कुमार पिता भूखन राम उम्र 29 वर्ष एवं द्वारिका प्रसाद पिता लालसाय उम्र 38 वर्ष दोनो निवासी बेलिया बीचपारा थाना चलगली के समक्ष आरोपी के कब्जे से 01 नग लोहे का धारदार कटारी जप्त कर सील बंद किया गया। आरोपी सुपाडीलाल पिता शिवकुमार भुईया उम्र 34 वर्ष साकिन बेलिया बीचपारा थाना चलगली का कृत्य आर्म्स एक्ट की धारा 25.27 का पाये जाने से मौके पर समक्ष गवाह के विधिवत 07.08.22 के 09/40 बजे गिरफ्तार किया गया। गिर की सूचना उसकी पत्नी अनिता कुमारी को दिया गया तथा मौके पर ही देहाती नालसी कायम कर आरोपी को हिरासत लेकर में लेकर वापस थाना आया । पृथक से नम्बरी अपराध पंजीबद्ध कर विवचेना में लिया गया। विवेचना दौरान प्रकरण में विवेचना अपूर्ण होने आरोपी का न्यायिक रिमाण्ड फार्म तैयार कर माननीय न्यायालय बलरामपुर रिमाण्ड हेतु भेजा गया है। प्रकरण की कार्यवाही में थाना प्रभारी सुनील तिवारी हमराह स्टाफ सउनि कमला राम प्र. आर, फुलचंद पलांगे, आर. जगनाथ केराम, चमनूराम का सक्रिय योगदान रहा।