अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझाने में मिली पुलिस को सफलता ,लड़की का पूर्व परीचित ही निकला हत्यारा
⏺️ दिनांक 24.06.22 को मिला था लड़की का शव
⏺️ अंधेकत्ल की गुत्थी सुलझाने हेतु अनु.अधि.पुलिस चंद्रपुर के नेतृत्व में किया गया था विशेष पुलिस टीम का गठन
⏺️ 25 संदेहियों से किया गया पूछताछ
⏺️ लड़की का पूर्व परिचित ही निकला हत्यारा
⏺️ मृतिका के शरीर में करीबन 15-15 किलो के 02 पत्थर बांधकर लाश को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से फेंका गया था तालाब में
आरोपी को दिनांक 27.06.22 को किया गया गिरफ्तार दिनांक 24.06.2022 को थाना बिर्रा पुलिस को एक लड़की का शव तालाब में तैरने की सूचना मिलने पर बिर्रा पुलिस तत्काल मौके पर पहुंचकर शव को तालाब से निकाला गया। ग्राम तालदेवरी के सुमन यादव दिनांक 20-21.06.22 की दरम्यानी रात से घर से लापता होने की सूचना परिजन द्वारा थाना बिर्रा में दी गई थी जिस पर थाना बिर्रा में गुम इंसान कायम किया गया था। तालाब से निकाले गये शव की पहचान मृतिका के पिता के द्वारा अपनी पुत्री सुमन यादव उम्र 21 वर्ष निवासी तालदेवरी के रूप में किया गया। शव का पंचनामा कार्यवाही कर मर्ग कायम किया गया। मृतिका का दोनो हाथ-पैर बंधा हुआ था तथा उसके शरीर में पत्थर बंधा हुआ था। प्रकरण में हत्या का अपराध परिलक्षित होने पर अज्ञात आरोपी के खिलाफ धारा 302,201 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया। विवेचना के दौरान मृतिका के मोबाईल नंबर का काल डिटेल प्राप्त किया गया तथा मोबाईल की जांच की गई। जिसमें मृतिका के द्वारा अपने प्रेमी नीतेश कुमार श्रीवास निवासी तालदेवरी से लगातार बात करना एवं व्हाट्अस से चैट करना पाया गया। नीतेश श्रीवास पर संदेह होने पर उसे पुलिस अभिरक्षा में लेकर मनोवैज्ञानिक तरीके से एवं हिकमतअमली से पुछताछ करने पर अपना जूर्म स्वीकार किया गया। आरोपी एवं मृतिका सुमन यादव का करीबन 02 वर्षों से प्रेम प्रसंग चल रहा था। मृतिका सुमन यादव आरोपी नीतेश से शादी करने के लिए पीछे पड़ी थी आरोपी के शादी करने से मना करने पर उसे पुलिस केश में फंसाकर बदनाम करने की धमकी देने लगी। दिनांक 20.06.22 को रात्रि में सुमन यादव अपने प्रेमी नीतेश को मैसेज कर मिलने को बुलाने पर आरोपी तुरंत ही उसके घर के पास पहुंचकर मृतिका को रात्रि में ही अपने साथ तालदेवरी के बेमन तालाब के पास ले गया जहां पर मृतिका ने आरोपी को जहर खा लेने की बात कही। मृतिका से छुटकारा पाने के लिए आरोपी ने मृतिका का गला दबाकर हत्या कर दिया। बाद में उसके शरीर को ठिकाने लगाने के उद्देश्य से उसी की चुनरी व अपने गमछे से उसके दोनों हाथ-पैर तथा उसके शरीर को दो बड़े पत्थरों से बांधकर तालाब में फेककर वापस घर चला गया था।मृतिका के कॉल डिटेल में अंतिम बार उसकी बातचीत आरोपी से होना एवं मोबाईल की जांच पर व्हाट्सएप चैटिंग से भी मृतिका का आरोपी से लगातार संपर्क में रहने की पुष्टि होने पर आरोपी को अभिरक्षा में लिया गया। आरोपी के द्वारा लगातार मृतिका से किसी प्रकार का संबंध नहीं होना एवं उससे नहीं मिलना बताकर लगातार पुलिस को गुमराह कर रहा था। परन्तु पुलिस द्वारा मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ करने पर आरोपी द्वारा अपराध करना स्वीकार किया गया। आरोपी को गिरफ्तार करने में श्री बी.एस.खुण्टिया, अनु.अधि.पुलिस चंद्रपुर, उनि पुष्पराज साहू थाना प्रभारी बिर्रा, उनि योगेश पटेल, थाना प्रभारी हसौद, उनि घनश्याम पटेल, सउनि आर.एस.मरावी, सउनि संतोष तिवारी, प्र.आर. विनोद खुंटे, आरक्षक भूपेन्द्र कंवर, शंकर सिंह राज, मानसिंह दुबे, राकेश हरवंश, संजय शर्मा, पदुम कश्यप, कार्तिक कंवर, चंद्रहास लहरे, मिरीश साहू, म.आर. जानकी मधुकर, रितु लहरे का महत्वपूर्ण योगदान रहा।