कल बेमेतरा से मुंगेली तक निकलेगा सतनामी सम्मान वह मानवाधिकार स्वाभिमान डोला – यात्रा
कल बेमेतरा से मुंगेली तक निकलेगा सतनामी सम्मान वह मानवाधिकार स्वाभिमान डोला – यात्रा
जिला ब्यूरो बिनोद कुमार
गर्वित मातृभूमि/बेमेतरा – गुरुघासीदास सेवादार संघ [GSS] द्वारा ऐतिहासिक घटना की स्मृति में सफल आयोजन के 15 वें वर्ष में
जब सामंतशाही के क्रूर अपमानजनक कानून परम्पराओं के अंतर्गत मानवीय गरिमानुरूप घोड़ा- डोला सवारी, साफ-स्वच्छ आहार, घर-द्वार, वस्त्र, अस्त्र-शस्त्र, पगड़ी-पनही आदि का प्रयोग सामंतवादी को छोड़ अन्य आमजनों के लिए वर्जित था
तब 1883 ई. में सतनाम आंदोलनकारियों ने साहेब भुजबल महंत, साहेब बखरिया भंडारी के नेतृत्व में एवं साहिबा सुन्दरी बहु के अदम्य साहस से सामंतवादी दमन चक्र का मुकाबला करते हुए डोला यात्रा और मानवाधिकार के लिए संघर्ष कर इतिहास में मिशाल कायम किये
और आज भी यह दमन जारी है – देश के अलग-अलग हिस्सों में, अलग-अलग रूपों में। जैसे ग्राम टिम्बा तह.-उमराला जिला भावनगर (गुजरात) में प्रदीप राठौर को घोड़ा रखने-सवारी करने पर सिर्फ इसलिए कत्ल कर दिया (घोड़े के साथ) गया क्योंकि वह कथित नीची जाति-वर्ण शुद्र था। कासगंज (कानपुर समीप उ.प्र.) में शुद्र को घोड़े पर बैठकर शानो-शौकत से बारात निकालने प्रशासन अनुमति नहीं दे रहा है। अनेकों शहरों-गांवों में शुद्रों को इसलिए मारा-पीटा गया कि वे साफ-सुथरे कपड़ा पहनते व रौबदार मूंछे रखते हैं। कठुआ (जम्मू-कश्मीर) की अत्यन्नत घिनौनी बर्बरतम घटना (8 वर्षीय बच्ची का गैंगरेप-हत्या) के आरोपियों को बचाने मनुवादी तत्वों का पुलिस-अदालत में बाधा डालना, उ.प्र.के मनुवादी महात्मा के बलात्कार प्रकरण को अदालत से वापिस लेने उ.प्र.सरकार का निर्णय, उन्नाव (उ.प्र.) में बलात्कार पीड़िता के पिता की क्रूरतम जुल्मों से मौत की घटना, राजस्थान राज्य में जितेन्द्र मेघवाल की मूंछ रखने पर हत्या, बागबहरा छत्तीसगढ़ की भागवताचार्य साध्वी यामिनी देवी साहू को व्यासपीठ में साहू/शूद्र-नीच होकर नहीं बैठ सकने, कथा-भागवत कहने से मनुवादियों का रोकने-अपमानित-प्रताड़ित करने की घटना आदि-आदि I
अब तो मानवतावादी भारतीय संविधान को नष्टकर मनुवादी फासिस्ट संविधान लाने वाले फासिस्ट तंत्र पूरे जोर-शोर से लगा हुआ है। जिसमें धार्मिक स्वतंत्रता, अपनी मर्जी के खान-पान, पहनावा, भाषा, संस्कृति, रिवाज, नौकरी, कार्य-व्यवसाय पर बर्बर मनु विधान से काम होगा। भारत के संवैधानिक अधिकार प्राप्त नागरिक की जगह मनुवादी हुक्मरानों की हाँ में हाँ मिलाने की हुक्मबरदार चाकर-गुलाम बनेंगे और जुल्म की इंतहा होगी।
लेकिन इन जुल्मों से मुक्ति किसी भाग्य-भगवान से नहीं, दमितों-शोषितों की फौलादी एकता-संघर्ष में है।
*जो अपना इतिहास नहीं जानता-मानता, वह अपना इतिहास बना भी नहीं सकता।*
आइये-आज की हालातों का मुकाबला करने ऐतिहासिक डोला यात्रा संघर्ष को स्मरण-सम्मान करते आज के अपने ऐतिहासिक भूमिका का निर्वहन करें – GSS समस्त शोषित-दमित- पीड़ितजनों/संस्थाओं से संघर्षशील एकता के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रातः 8 बजे – नवलपुर (ढारा), जिला-बेमेतरा से ‘डोला यात्रा’ (पथ प्रदर्शन-रोड शो) प्रारंभ
प्रातः 9 से 11 बजे तक – बेमेतरा (गांधी भवन के पास)
12 से 1 बजे तक – नवागढ़ (मेन रोड चौक)
2 से 6 बजे तक – मुंगेली (आगर खेल परिसर, पुराना बस स्टैण्ड के पास)
राखी बिड़ला (आम आदमी पार्टी की पहली दिल्ली सरकार में पूर्व कैबिनेट मंत्री – महिला, बाल व समाज कल्याण विभग/वर्तमान में विधायक व दिल्ली विधानसभा की उपाध्यक्ष/दलित-शोषित सफाई कामगार (बाल्मिकी, अनुसूचित जाति समुदाय) की जुझारु बेटी जो आज सभी शोषित-वंचित वर्गों लिए संघर्ष की साथी है) लखनलाल कुर्रे ‘सुबोध’ (केन्द्रीय संयोजक GSS) कोमल उसेंडी (संघर्षशील आदिवासी नेता व छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष-आम आदमी पार्टी, बस्तर), सरदार जसवीर सिंह (जोशल एक्टीविस्ट, बिलासपुर), मिश्रीलाल खांडे (अध्यक्ष-चातनाम धर्म प्रचार संस्थान, मुंगेली), कामरेड बृजेन्द्र तिवारी (छत्तीसगढ़ स्टेट सेक्रेटरी-भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी -लिबरेशन,भिलाई), पंडित घनश्याम प्रसाद साहू (प्रदेश अध्यक्ष छत्तीसगढ़ साहू चौपाल सेवा संस्था, कबीरधाम), एड. सलीम काजी (पूर्व अतिरिक्त महाधिवक्ता-छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट , बिलासपुर), पास्टर एन. प्रसादराव (अध्यक्ष- प्रोग्रेसिव क्रिश्चियन एलायंस, भिलाई), दुर्गा झा (ह्यूमन राइट एक्टीविस्ट, रायपुर), एड. प्रियंका शुक्ला (जुझारू सोशल एक्टीविस्ट व GSS विधिक सलाहकार, बिलासपुर), साहू रामलाल गुप्ता (सोशल वर्कर, रायपुर) लीलावती लहरे (जुझारु महिला नेता, तखतपुर), देवलाल नरेटी (जुझारु आदिवासी नेता), जनाब खालिद खान, जनाब शाहरुख खान (क्रमशः संरक्षक, अध्यक्ष-आगाज इंडिया, बिलासपुर), मि. डेविड जोसेफ (जांजगीर-चाम्पा चर्चेस वेलफेयर सोसायटी), विभिन्न सामाजिक-राजनैतिक मुद्दों पर संघर्ष के साथी, ज्ञानेन्द्र देवांगन अनिल बच्चन, तेजेन्द्र तोड़कर विशाल केलकर लक्ष्मी टंडन, नरेन्द्र नाग एम.डी.सतनाम (केन्द्रीय संगठक GSS), अजय अनंत (सांस्कृतिक विभागाध्यक्ष GSS)
पत्रकार:- जिला ब्यूरो बिनोद कुमार