मुक़द्दस माहे रमजान: पांच साल की मासूम रुबा ने रखा 27वाँ रोजा .. अल्लाह से मांगी दुआएं
मुक़द्दस माहे रमजान: पांच साल की मासूम रुबा ने रखा 27वाँ रोजा .. अल्लाह से मांगी दुआएं
युवा पत्रकार महेंद्र भारती
गर्वित मातृभूमि गरियाबंद :- मुस्लिम समुदाय का मुक़द्दस माहे रमजान चल रहा है। तपिश एवं उमस भरी गर्मी में लोग रोजा रख अल्लाह की इबादत कर रहे हैं। एक ओर जहां बड़े लोग रोज़ा रख रहे हैं तो दूसरी ओर छोटे बच्चे भी रोज़ा रख कर अपने रब की इबादत कर रहे हैं। गरियाबंद वार्ड नम्बर 1 निवासी हाजी अशरफ़ भाई मेमन का परिवार अन्य लोगों की तरह ही रोजे रख रहा है, लेकिन इस परिवार को खास बनाया है 5 साल की बिटिया रुब ने जिसने आज 27वाँ रोज़ा रखा है । परिवार में सभी सदस्यों को पांच वक्त का नमाज़ पढ़ते देख रुबा नमाज़ भी अदा कर रही है। कम उम्र के बच्चों द्वारा रोज़ा रखने से लोग हैरान हैं। बच्चे अपने परिवार वालों के साथ सुबह तीन बजे से सेहरी करने के लिए जागते हैं और सेहरी कर फिर क़ुरान की तिलावत में जुट जाते हैं।
लोगों का कहना है कि अप्रैल महीना की इस तपिश भरी गर्मी में भी बच्चों द्वारा रोज़ा रखा जाना अपने आप में बड़ी बात है। रुबा के जिद के आगे झुके घरवालेः दादा हाजी अशरफ़ भाई मेमन ने बताया कि गर्मी को देखते हुए हम लोगों ने रुबा को बड़ी होने पर रोजा रखने का सलाह दिया, लेकिन उसने जिद कर दी की उसे रोजा रखना है. बच्ची की जिद के बाद घर वाले भी रुबा के रोजा रखने की बात मान गए और वे इस बात को लेकर बेहद खुश भी हैं. रुबा को फूल माला पहनाकर इफ्तार देकर बैठा या गया. रुबा ने भी घरवालों के साथ में इफ्तार किया.
दादी हाजी शरीफा बानू ने कहा मुसलमानों के लिए रोज़ा बहुत ही महत्वपूर्ण है इस माह में अल्लाह अपने नेक बन्दों के लिए अपनी रहमत के दरवाजे खोल देता है। बच्चे भी अल्लाह को राज़ी करने के लिए रोज़े रख रहे हैं इबादत कर रहे हैं। यह सब अल्लाह का करम है और हम उसके शुक्रगुज़ार हैं। 27वे रोजा में रुबा अल्लाह से अम्मी अब्बा दादा दादी की लम्बी उम्र और अमन व शांति की दुआ मांगी। रुबा के 27वे रोजा पर अम्मी शबा कौशर अब्बा अमीन मेमन दादा हाजी अशरफ़ भाई मेमन दादी शरीफा बानू मामा हाजी अलराख भाई मेमन मामी मुमताज़ मेमन बड़े पापा हाजी ग़फ़्फ़ु भाई मेमन बड़ी मम्मी निलोफ़र मेमन फुआ हाजी अज़ीज़ भाई बुआ शमीम बानो ,आदि ने रुबा को मुबारकबाद दी है।