ग्रामीण सड़कों की घटिया मरम्मत,,उल्टे सीधे मेजरमेंट के खेल में पी एम जी एस वाई की बड़ी कलाबाज़ी
ग्रामीण सड़कों की घटिया मरम्मत,,उल्टे सीधे मेजरमेंट के खेल में पी एम जी एस वाई की बड़ी कलाबाज़ी
जिला ब्यूरो श्रीकांत कोरिया
गर्वित मातृभूमि/कोरिया/बैकुठपुर:- जनाब ईई साहब की अफ़सरशाही ऐसी की फिल्ड और जिले से अक्सर रहते हैं नदारद।और जब भी फोन लगाओ तो इनके द्वारा फोन भी रिसीव नही किया जाता इनका पता ठेकेदार को होता है यह संबधित बाबू को और अगर कभी मुलाक़ात हुई तो इनका जावब एक ही रहता है मै तो साईङ मे रहा और कभी मोबाइल उठाया गया तो एक जावब आता है मिटिंग मे हूं
जैसा की हम सभी जानते हैं की पूरे देश में गांव से शहर और शहर से गांव को जोड़ने की एक कारगर योजना तत्कालीन केन्द्र की भाजपा सरकार ने बनाई थी जिसका उद्देश्य था की प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के कार्यों को युद्ध स्तर की गति पर क्रियान्यवयन किया जा सके और फिर सड़कों का निर्माण शुरू कराया गया।अपने बड़े महत्व के लिए नामचीन योजना इतनी सफल रही की डब्ल्यू बी एम सड़क और मिट्टी मुरूम की भ्रष्टाचारी सड़कों से देश के हर राज्य को मुक्ति मिल गई और बीहड़ से बीहड़ और पहुंच विहीन गांव सीधे मुख्य मार्ग से जोड़ दिए गए।ग्रामीण इलाकों से लेकर शहर तक आसानी से पहुंचने की जोरदार योजना ने अपना अलग ही परचम लहराया।लेकिन कोरिया जिले में वर्तमान का दौर कैसा है बताते हैं।
मरम्मत के नाम कर रहे थूक पॉलिस,,
कोरिया जिले के कई प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना की सड़कें काफी खराब और दयनीय स्थिति में हो जाने के कारण इनका मरम्मत कार्य चलाया जा रहा है।आपको अवगत करा दें की विभाग द्वारा इन सड़कों के बड़े बड़े गड्ढों में नियमानुसार अर्थ वर्क ना करते हुए बल्कि घटिया और कम डामर का उपयोग किया जा रहा है और सड़कों पर बेहद पतली परत चढ़ाकर किनारों को भी डामर कम रेत ज्यादा डालकर कागजी खानापूर्ति की जा रही है जिससे सड़कों के जल्दी उखड़ जाने का खतरा बना हुआ है।अवगत करा दें की कोरिया जिले में इन दिनों पी एम जी एस वाई के कार्यपालन अभियंता के हाथों में जैसे कुबेर का खजाना लग गया हो जनाब इस तरह नई नई गाड़ियां बदल रहे हैं।इसके साथ जनाब ईई साहब अक्सर जिले से गायब भी पाए जाते हैं।इनके इंजीनियर और एस डी ओ का तो पूछिए ही मत, कोई मंत्रियों का करीबी बताता है तो कोई अपनी अलग धौस में नजर आता है।विभागीय कार्यालय और इनके फिल्ड के कार्यों का दौरा करने पर पता चलता है की आखिर थूक पालिस का कार्य प्रधान मंत्री सड़क योजना की सड़कों पर कितने इत्मीनान से कराए जा रहे हैं।ठेकेदारों से मिलीभगत कर किस तरह गुणवत्ताहीन कार्यों में अपनी संलिप्तता बनाए हुए हैं। जिन सड़कों पर महज साल भर पहले ही परफार्मेंस गारंटी के तहत मरम्मत किया गया था जनाब ईई साहब उन सड़कों पर भी डामर का घोल चढ़ाकर कितनी बड़ी राशियों का समायोजन करने की कोशिश कर रहे हैं। पर्दे में नजर आती है ये बात।
तबादलों के बाद भी कोरिया की कुर्सी पर चिपके हुए हैं ईई,, पी एम जी एस वाई
जिले के प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क योजना के कार्यपालन अभियंता नवीन मेहता जो बीते करीब तीन चार वर्षों से और दो बार तबादले बाद भी अनवरत कुर्सी पर विराजमान हैं।जिससे इस बात का भी अंदाजा लगता है की अपनी कुर्सी के लिए जनाब, दौर में जारी हर सिस्टम को बखूबी फॉलो कर रहे हैं।इसीलिए तमाम विवादों के बाद भी बेहिचक जमें हुए हैं।बहरहाल जिले का ज्यादातर विभाग किस सिस्टम से चल रहा है ये तो संलिप्त लोग ही जान सकते हैं हमने तो कार्यों और दायित्वों के मद्देनजर व्याप्त गतिविधियों पर इनके सिस्टम को आइना दिखाने का प्रयास किया है।