भ्रष्टाचार की उजागर होते देख मेडकी सचिव की राजनीति शुरू
भ्रष्टाचार की उजागर होते देख मेडकी सचिव की राजनीति शुरू
बिनोद कुमार गर्वित मातृभूमि (बेमेतरा/नवागढ़) – शासन प्रशासन लगातार क्षेत्र की विकास और गांव के विकास करने के लिए लाखों करोड़ रुपए देती तो है किंतु कुछ जनप्रतिनिधि एवं जिम्मेदार पंचायत के अधिकारियों के भ्रष्टाचार की वजह से गांव में संपूर्ण विकास नहीं हो पाता है जिनके लिए आम नागरिकों के द्वारा जब सूचना का अधिकार के तहत जानकारी जन सूचना अधिकारी ग्राम पंचायत सचिव से मांगी जाती है तो अनलिगल रूप से राशि मांग कर आवेदकों को आवेदन लेने से वंचित किया जाता है लिखित शिकायत करने पर अपनी बचाव के लिए नीति और षड्यंत्र रच कर आवेदक को गुमराह करने का काम किया जाता है जिनका जीता जागता स्वरूप ग्राम पंचायत मेडकी के जन सूचना अधिकारी की करतूत स्पष्ट झलक रही है।
*ग्राम पंचायत मेडकी* में जन सूचना अधिकार अधिनियम 2005 के तहत जानकारी प्राप्त करने के लिए आवेदक ने आवेदन को जन सूचना अधिकारी के पास आवेदन प्रस्तुत किया परंतु जन सूचना अधिकारी बिना पृष्ठ बताये 1500 रुपए की मांग रखा हैं जिसमें जन सूचना अधिकारी ग्राम पंचायत मेढ़की के द्वारा सूचना के अधिकार अधिनियम धारा 18(1) का उल्लंघन किया जा रहा है जिससे स्पष्ट साबित होता है कि आवेदक को गुमराह में रखा जा रहा है आवेदक को जानकारी प्राप्त न हो सके ऐसा नीति षड्यंत्र रचा गया है कि ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा को इस प्रकार हैं बता दे की 19/03/2022 को सचिव के द्वारा आवेदन बनाकर पोस्ट ऑफिस में 21/03/2022 को जमा किया जिसमें आवेदक को 28/03/2022को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से प्राप्त हुआ जिसमें देखा गया यह पंचायत सचिव के द्वारा दिए गए दिनांक आवेदक तक पहुंचने में ही समाप्त हो चुका था लेकिन अब सचिव आवेदन 19/03/ 2022 को बनाकर 21/03/2022 को पोस्ट ऑफिस में जमा किया जिसमें सचिव के द्वारा 3 दिन की अवधि ऐसे ही समाप्त कर दिया गया उसके बाद आवेदक को 19/03/2022 से 25/03/2022 तक राशि जमा करने को कहा लेकिन आवेदक के पास 28/03/2022 को पोस्ट ऑफिस के माध्यम से आवेदक के पास आवेदन प्राप्त हुआ जिससे यह स्पष्ट होता है की ग्राम पंचायत मेढ़की के सचिव के द्वारा षड्यंत्र रच कर अपने भ्रष्टाचारी को छुपा रहा है आवेदक को गुमराह में रखा जा रहा है कि ग्राम पंचायत सचिव का काली करतूत का पोल न खुल जाए जिस कारण से 19/3/22 को ग्राम पंचायत जनसूचना अधिकारी के द्वारा आवेदन बनाया गया जिसको पोस्ट ऑफिस में 21/03/2022 को जमा किया जाय बता दें कि ग्राम पंचायत सचिव के द्वारा भ्रष्टाचार को छुपाने के चक्कर में सूचना का अधिकार नियम को भुल चुका है ग्राम पंचायत सचिव मेढ़की
आदि सूचना के अधिकार के तहत लोगों को पारदर्शी रखने के लिए सूचना के अधिकार अधिनियम लाया गया किंतु जनसूचना अधिकारियों के द्वारा पर्दा डाला जाता है जिससे साबित होता कि भ्रष्टाचार उजागर होने का डर जन सूचना अधिकारी को सताने लगता है जिसका नतीज आज ग्राम पंचायत मेढ़की में दिखाई दे रहा है