संविधान भारतीय गणतंत्र का आधार है…डॉ महलवार…

नरेश कुमार जोशी गर्वित मातृभूमि – रायपुर/गरियाबंद/छुरा/कोसमी आई एसबीएम विश्वविद्यालय के परिसर में 76वां गणतंत्र दिवस मनाया गया। परिसर में विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद महलवार ने झण्डातोलन किया। इस अवसर पर कुलसचिव डॉ बीपी भोल, शैक्षणिक अधिष्ठाता डॉ. एन कुमार स्वामी, छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ. शुभाशीष बिस्वास के साथ विश्वविद्यालय के शिक्षकों, कर्मचारियों एवं छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ आनंद महलवार ने कहा कि संविधान में उल्लेखित जीवन मूल्य सबके लिए आदर्श है और हमें इनका निष्ठापूर्ण ढंग से पालन करना चाहिए। पूर्व प्रधानमंत्री अटलबिहारी वाजपेयी की कविता का उदाहरण देते हुए कहा कि राष्ट्र हमारे लिए सर्वोच्च है और इस राष्ट्र की प्रत्येक चीज़ से हमें प्रेम होना चाहिए। आज हमें यह सोचना चाहिए कि हम अपने देश को और बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं।
कुलसचिव डॉ बीपी भोल ने कहा कि हमारे लिए देश सर्वोपरि है। जन और जनगण की गणतंत्र में अहम भूमिका है। भारत का संविधान हमारे देश का सर्वोच्च कानून है। यह एक ऐसा दस्तावेज़ है, जिसने हमारे देश को एक लोकतांत्रिक, धर्मनिरपेक्ष और गणराज्य के रूप में स्थापित किया। हमारे संविधान का सबसे महत्वपूर्ण पहलू इसकी लचीलापन और अद्वितीयता है। यह समय और परिस्थितियों के अनुसार बदल सकता है। आज़ादी के साथ-साथ ज़िम्मेदारी भी आती है। हमें अपने संविधान का सम्मान करना चाहिए और एक सच्चे नागरिक बनकर अपने देश की प्रगति में योगदान देना चाहिए।
डॉ एन कुमार स्वामी ने कहा हमारे संविधान ने हमें मौलिक अधिकार दिए हैं, जिनमें समानता, स्वतंत्रता, और धर्म की स्वतंत्रता प्रमुख हैं। लेकिन साथ ही, हमें यह भी सिखाता है कि हम अपने कर्तव्यों को न भूलें। हम सब मिलकर यह प्रण लें कि हम अपने देश को और अधिक मजबूत और विकसित बनाएंगे।
छात्र कल्याण अधिष्ठाता डॉ शुभाशीष बिस्वास ने कहा कि गणतंत्र दिवस सिर्फ एक समारोह नहीं है, बल्कि यह दिन हमें अपने संविधान, हमारे स्वतंत्रता सेनानियों और उनके बलिदानों को याद करने का अवसर देता है। यह सोचना चाहिए कि हम अपने देश को और बेहतर बनाने के लिए क्या कर सकते हैं।
कार्यक्रम का संचालन हिन्दी विभाग के सहायक आचार्य डॉ दिवाकर तिवारी ने किया तथा संयोजन गणित के सहायक आचार्य श्री हेमन्त पांडेय ने किया।