प्रधानमंत्री सड़क गुणवत्ताविहीन निर्माण आक्रोश 84 करोड़ की लागत की सड़क भष्ट्राचार की भेंट
प्रधानमंत्री सड़क गुणवत्ताविहीन निर्माण आक्रोश
84 करोड़ की लागत की सड़क भष्ट्राचार की भेंट
*(जिला ब्यूरो पुष्पेंद्र जांगड़े)*
*गर्वित मातृभूमि/जांजगीर* अकलतरा से सोनडीह तक ग्राम प्रधानमंत्री सड़क योजना अंतर्गत बनाई जा रही सड़क बनने से पहले ही ध्वस्त हो गई है । प्रधानमंत्री सड़क योजना के इंजीनियर पी. के गुप्ता द्वारा सड़क की गुणवत्ता का निरीक्षण करने 7 मार्च को दौरा किया गया और सडक के खराब होने का कारण जानने ट्रैफिक सर्वे कराया जा रहा है ।विदित हो कि इस 14.50 किलो मीटर सड़क के लिए लगभग 84 करोड़ की भारीभरकम केन्द्र सरकार से आयी है और यह मार्ग लगभग 10 गांवों को जोड़ती है । इस सडक के पूरी होने की अवधि 20 माह है लेकिन यह सड़क आज तक पूर्ण नही हो पायी और.उल्टे जो बनी थी वह भी आज हर जगह से पूरी तरह जर्जर हो चुकी है इसके बावजूद लापरवाही और मनमानी की हद यह है कि ठेकेदार सुनील अग्रवाल चांदनी चौक रायगढ़ द्वारा जगह जगह गढ्ढे कर छोड़ दिया गया है और निर्माण सामग्री का सड़क पर ढेर लगा दिया गया है जिससे आये दिन सड़क दूर्घटनाओ मे लोग अपने हाथ-पैर तुड़वा रहे है । कहने केलिए प्रधानमंत्री सड़क योजना केंद्र सरकार की योजना है लेकिन प्रधानमंत्री के नाम रख इस योजना का बंटाधार किया जा रहा है और यह योजना भी ठेकेदार और स्थानीय नेताओं की मिलीभगत और तिजोरी भरने का साधन मात्र बन कर रह गयी है और स्थानीय नेताओं दिया केवल राजनीतिक स्वांग रच कर ओछी राजनीति की जा रही है जिसका खामियाजा आम जन भुगत रहे है ठेकेदार की मनमानी किसी नेता से छुपी नहीं है लेकिन नोट और वोट की राजनीति ने सिवाय एक दूसरे के छबि धूमिल करने के अलावा उन्हें कुछ नही करने दिया है । इस विषय मे जब हमारे प्रतिनिधि द्वारा कार्यपालन अभियंता पी. के गुप्ता द्वारा इस सड़क की दूर्दशा के कारणों को पूछा गया तो उन्होंने कहा कि-
वर्जन
मै ट्रैफिक सर्वे करवा रहा हूँ । इस सड़क के इस हाल के लिए ठेकेदार द्वारा लापरवाही बरती गयी है साथ ही इस सड़क से रोज दो सौ हाइवा रोज निकल रहे है यह भी एक कारण है , इस.सड़क के टूटने का । मै पूरी सडक का निरीक्षण करवा रहा हूं और जरूरत पडी तो पूरी सड़क दोबारा उखड़वा कर बनवाई जायेगी ।
कार्यपालन अभियंता प्रधानमंत्री सडक योजना पी .के .गुप्ता
इस विषय मे हमने ग्रामीणों की राय जाननी चाही तो कुछ ग्रामीणों का कहना है कि सड़कों मे हमने भ्रष्टाचार तो बहुत देखे है पर इतनी घटिया , स्तरहीन कार्य नही देखा है ।