क्यों नवीन प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास के बच्चों, रसोईया और सुरक्षा कर्मी में छिड़ा जंग जिम्मेदार नदारद ?
छात्रावास के बच्चों को क्यों उपलब्ध नहीं कराई जाती है मेनू अनुसार भोजन जहां बच्चों को दिया जाता है निम्न स्तर का भोजन
क्या छात्रावास अधीक्षिका की भाषा बोल रहे बच्चे जो रसोईया से लेकर सुरक्षा कर्मी के ऊपर लगाते रहते है आरोप
रसोईया को किचन संबंधित सामग्री किसके आदेश पर छात्रावास के बच्चों के द्वारा कराया जाता है उपलब्ध
क्यों छात्रावास का सीसीटीवी कैमरा हमेशा रहता है खराब
कई समस्याओं से घिरा नवीन प्री पैट्रिक छात्रावास बिहारपुर जहां क्यों नहीं ले रहे संबंधित अधिकारी समस्याओं को दूर करने में रुचि
सूरजपुर/ओड़गी:– जिले के दुरुस्त वनांचल क्षेत्र बिहारपुर चांदनी के नवीन प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास में एक चौका देने वाला मामला सामने आया है जहां बच्चों को गुणवत्ता विहिन खाना दिया जा रहा हैं ताजुब की बात यह है कि बच्चें बिना कोई कंप्लेन के उसे खा भी लेते हैं उनसे पूछताछ करने पर वह यस सर नो सर पर ही जवाब देते हैं मीडिया ने जब बच्चियों से पूछा कि मैगी बनता है आप खाते हो या नहीं तो बताया गया हां खाते हैं फिर पूछा गया कि मैगी दिखता कैसा है तो वह मौन रह गए वही दूसरी ओर हॉस्टल अधीक्षिका नदारत रही वही छात्रावास में रादौर रसोईया का काम करने वाले महिलाओं और सुरक्षा कर्मी के रूप में पदस्थ नगर सैनिक मौजूद रही जिनके साथ बच्चों का तालमेल बनता दिखाई नहीं देता यूं कहा जा सकता है कि बच्चों और कर्मचारियों के बीच हमेशा जुबानी जंग चलती रही जिस जंग को समाप्त करने के दिशा में शायद उच्च स्तर के अधिकारी रुचि नहीं ले रहे।
क्यों नहीं दी जाती मेनू अनुसार भोजन
छात्रावास के बच्चों को निम्न स्तर का भोजन परोसा जाता है जिस चावल को शायद जानवर भी खाना पसंद नहीं करेंगे जहां मानों मेनू छात्रावास के दिवाल में छप कर शोभा बढ़ाने का काम कर रहे है।
क्या बच्चों को छात्रावास में ऐसा ही संस्कार दिया जा रहा है ?
प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास बिहारपुर चांदनी में रह रही छात्राओं को हॉस्टल के अनुरुप जो संस्कार मिलना चाहिए जो बिल्कुल नहीं मिल रहा है या फिर अधीक्षिका शायद छात्राओं से संस्कार जैसे शब्द को काफी दूर रखकर लड़ाई झगड़ा का पाठ पढ़ा रही हैं।
ब्लॉक स्तर पर नहीं कोई ऐसा छात्रावास ?
ब्लॉक मुख्यालय में ओर भी हॉस्टल हैं उसमें भी अधीक्षिका और छात्राएं हैं जो इस प्रकार का व्यवहार देखने को अन्य किसी छात्रावास में नहीं मिलता है जो शिक्षा इस छात्रावास में दिया जा रहा है।
क्या शिष्टाचार और सम्मान जैसे व्यवहार से दूर होते बच्चे ?
क्या जिला के ब्लॉक स्तर पर यह छात्रावास अन्य छात्रावासों से अनोखा है या शिष्टाचार नहीं सिखाया जाता हैं बड़ों का सम्मान करना और आदर करना, जो आम तौर पर छात्रावास में रह रहे बच्चों सिखाया जाता हैं लेकिन इस प्रकार का व्यवहार निश्चित ही बच्चों के भविष्य पर ग्रहण लगाते हुए दिखाई दे रहा है।
रसोईया के महिलाओं ने बताया आपबीती
छात्रावास में रसोईया का काम करने वाली तीन महिला पदस्थ है जिनको कलेक्टर दर पर रखा गया है उन रसोईया का कहना है कि हमारे द्वारा छात्रावास में जब जब रसोईया का काम करने जाते है तब तब छात्रावास के बच्चे और अधीक्षिका की बेटी गेट बंद कर, भोजन सामग्री मांगने पर कई तरह के आरोप लगाकर झगड़ने लगते है जबकि छात्रावास में जब अधिकारी निरीक्षण करने आते है तो हमें मिलने ही नहीं दिया जाता है अधिकारी आते है और बाहर से ही जांच निरीक्षण करके चले जाते है हम छात्रावास के वास्तविक स्थिति से उनको अवगत ही नहीं करा पाते यहां अधीक्षिका के द्वारा बच्चों को जो बोलने के लिए बोला जाता है वहीं बोला जाता है जिसकी ट्रेनिंग पहले दे दिया गया होता है।
मै नहीं कर पाऊंगी काम, प्रतिदिन लड़ाई करते है बच्चे – सुरक्षा कर्मी
प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास बिहारपुर चांदनी के सुरक्षा कर्मी के रूप में पदस्थ महिला नगर सैनिक के द्वारा बताया गया कि इस छात्रावास में मैं काम नहीं कर पाऊंगी यहां रोजाना इसी तरह से लड़ाई झगड़ा होते रहता है छात्रावास अधीक्षक की बेटी आए दिन मेरे ऊपर आरोप लगाती रहती है कि शराब पीती है शराब पीती है और इधर उधर घूमती रहती है पिछले दिनों की रात ही अधीक्षिका की बेटी मेरे ऊपर कई आरोप लगाते हुए बाउंड्री छलांगा मार कर मरने की बात करके भागने लगी थी वही रसोईया का काम करने वाले महिलाओं के साथ छात्रावास में रहने वाले अन्य छात्राओं के साथ मिलकर प्रतिदिन लड़ाई झगड़ा करते हुए कई आरोप लगाया जाता जिसका बढ़ावा देने के पूरा पूरा श्रेय छात्रावास अधीक्षिका का।
क्या कहते है छात्रावास अधीक्षिका
मीडिया कर्मियों के द्वारा जब प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास बिहारपुर चांदनी के छात्रावास अधीक्षिका को फोन कॉल कर जानकारी लिया गया कि छात्रावास में निम्न स्तर का भोजन क्यों दिया जा रहा है, छात्रावास का सीसीटीवी कैमरा क्यों खराब रहता है, बच्चों और रसोईया सहित महिला नगर सैनिक से बच्चों समन्वय क्यों नहीं बन रहा है जैसे सवाल सुनते ही छात्रावास अधीक्षिका फोन पर ही आगबबूला होकर सवालों का जवाब देने से बचते हुए मीडिया कर्मियों को डराने धमकाने लगे और अपने आप को प्रताड़ित करने का बात करते हुए मीडिया को ही धमकाने लगे।
जांच कर की जाएगी कार्यवाही, अनुविभागीय अधिकारी भैयाथान – सागर सिंह
मीडिया के माध्यम से प्री मैट्रिक कन्या छात्रावास बिहारपुर चांदनी की अव्यवस्था व आपसी समन्वय ठीक नहीं है कि जानकारी मिली है जिसकी जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी।