मंत्र मुग्ध होकर विश्वविख्यात मोटिवेटर और एजुकेटर अवध ओझा को सुनते रहे हजारो लोग
00 हरिलीला ट्रस्ट के बहुआयामी आयोजन में ओझा सर ने दिए सफलता के सूत्र
00 मैं रतन टाटा से तो नही मिल पाया पर छ.ग. के रतन टाटा से आज मुलाकात हो गई – अवध ओझा
गर्वित मातृभूमि ब्यूरो चंद्रशेखर बरेठ
जांजगीर-चांपा – (जांजगीर) मीडिल क्लास परिवार बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित रहते है उसी चिंता से कुप्रथा पैदा हुई हैं। लेकिन अब डरने की जरूरत नही अब बहुत सारे विकल्प खुल गये है मैं आपको कहना चाहता हूूॅ अपने बच्चों को उनकी तरह जीने दे सिर्फ मार्गदर्शन करें। आप सबके बच्चें कुछ ना कुछ अच्छा करेंगे। बच्चों को तनाव से निकालने का सबसे प्यारा तरिका है कि पैरेंट व टीचर उनके बौद्धिक और शारीरिक और मानसिक विकास पर ज्यादा ध्यान दें। आज आपका बच्चा शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत है तो उसका भविष्य बहुत अच्छा होगा। भविष्य को लेकर डराये नही तभी वह तनाव से बाहर निकलेंगे। उक्त बातें हरिलीला ट्रस्ट के अध्यक्ष लीलाधर सुल्तानिया के जन्मदिन पर आयोजित महती आयोजन में हजारो की तादात में मौजूद युवाओं और लोगों को विश्वविख्यात मोटिवेटर और एजुकेटर अवध ओझा ने कही। आयोजन स्थल के मंच पर ट्रस्ट के सचिव अमर सुल्तानिया ने उनका कोसे का साल और प्रतिक चिन्ह के साथ उनका स्वागत किया। कार्यक्रम के दौरान छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री और पूर्व आई.ए.एस. ओ.पी. चौधरी ने भी ऑनलाईन संबोधित किया और अपने संघर्ष कीे कहानी से युवाओं को प्रेरित किया। आयोजन को विधायक व्यास कश्यप, पूर्व सांसद श्रीमती कमला देवी पाटले, नगर पालिका अध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े,, अकलतरा विधायक राघवेन्द्र सिंह, भाजपा जिला अध्यक्ष गुलाब सिंह चंदेल, नगर पालिका उपाध्यक्ष आशु गोस्वामी, पूर्व विधायक चुन्नी लाल साहू, भाजपा नेता इंजी. रवि पाण्डेय, श्री श्री दुर्गा उत्सव समिति के अध्यक्ष राजू पालीवाल, ग्यारसी मोदी, सुल्तानिया परिवार के रमेश सुल्तानिया, आशीष सुल्तानिया, आलोक सुल्तानिया, अभिषेक सुल्तानिया, अभिनव सुल्तानिया सहित गणमान्य मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन पार्षद हितेश यादव ने किया।बता दें कि विश्वविख्यात मोटिवेटर अवध ओझा सर के इस बहुप्रतिक्षित और बहुआयामी आयोजन का इंतजार अंचल के लोगों को लंबे समय से था 16 अक्टूबर को हरिलीला ट्रस्ट के इस महत्वपूर्ण आयोजन में हजारो की तादात में युवा और आम लोग शामिल हुए। इस दौरान अवध ओझा सर ने जब अपने चिरपरिचित मुखर अंदाज के साथ बोलना शुरू किया तब लोग मंत्र मुग्ध होकर उन्हे सुनते रहें जिसमें उन्होने युवाओं को शिक्षा और समय का सही प्रबंधन, बदलते परिवेश में सफलता पाने चुनौतियों से सामना करने का तरीका, प्रतियोगी परीक्षाओं के तैयारी के गुण सिखाए। वे बीच-बीच में सामान्य ज्ञान के सवाल भी करते रहे जिसके जवाब देने का प्रयास भी मौजूद विद्यार्थियों ने किया।
,,00 मैं रतन टाटा से तो नही मिल पाया पर छ.ग. के रतन टाटा से आज मुलाकात हो गई – अवध ओझा,,
कान्हा पैलेश के विशाल सभागार में मौजूद हजारों युवाओं और आमजन को संबोधन के दौरान अवध ओझा सर ने हरिलीला ट्रस्ट के अध्यक्ष और क्षेत्र के उद्योगपति व समाज सेवी लीलाधर सुल्तानिया का संदर्भ देते हुए कहा कि मैं रतन टाटा से तोे नही मिल पाया पर आज छ.ग. के रतन टाटा से मुलाकात हो गई। उन्होने कहा कि सुल्तानिया जी आज जहां पर हैं वहां तक पहुंचने में उनके संघर्ष की लंबी कहानी होगी। आप सब को सुल्तानिया परिवार को व्यक्तिगत रूप से मुलाकात कर धन्यवाद देना चाहिए क्योंकि उनके द्वारा अपना कीमती समय और पैसे खर्च कर आपके लिए यह महत्वपूर्ण आयोजन कराया हैं।
,,00 अंतिम छोर के छात्रों का भी आई.ए.एस. बनने का सपना भी घर बैठे हो सकता है पूरा – अवध ओझा,,
सफलता के मंत्र देने के दौरान अवध ओझा सर ने उन्हे सुनने आए हजारों युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आई.ए.एस. बनने के अब बहुत सारे रास्ते हैं। अंतिम दूर दराज के गांवो के या छोटे शहरों के छात्रों को अब दिल्ली जाकर लाखों रूपए कोर्स पर खर्च करने की आवश्यकता नहीं है अब बहुत कम खर्च पर ऑनलाईन पढ़ाई हो रही है जिसका लाभ भी मिल रहा है उन्होने कहा कि मैं छात्रों से अब बाहर मत जाओ घर पर रहकर ही ठोस तैयारी करो।
,,00 सकारात्मक सोच और प्रतिबद्धता आपकी सफलता तय करती है – ओ.पी. चौधरी,,
हरिलीला ट्रस्ट के आयोजन में वित्त मंत्री और पूर्व आई.ए.एस. ओ.पी. चौधरी केबिनेट की बैठक होने की वजह से मौजूद नही हो सकें पर उन्होने अपने अतिव्यस्त क्षणों में से बीस मिनट निकालकर उपस्थित जनों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होने अपने आई.ए.एस. बनने के संघर्ष की कहानी बताकर मौजूद छात्रों को प्रेरित किया। उन्होने कहा कि सकारात्मक सोच और प्रतिबद्धता आपकी सफलता तय करती है। साथ ही कहा कि जूनुन और जज्बा हो तो दुनिया की कोई भी ताकत आपका रास्ता नही रोक सकती। अपने संघर्ष से सफलता के अनुभव को बांटते हुए उन्होने युवाओं से कहा कि बायंग जैसे छोटे से गांव से पैदा होकर 4 कक्षा तक पढ़ी मां और आठ साल की उम्र में पिता को खोने के बाद उन्होने आई.ए.एस. बनने का जूनुन कायम रखा और छ.ग. के पहले आई.ए.एस. बने। इस दौरान उन्होने हरिलीला ट्रस्ट के अध्यक्ष लीलाधर सुल्तानिया को जन्मदिन की बधाई देते हुए उनके दीर्घायु होने की कामना की।
,,00 मेघावी छात्रों का हुआ सम्मान ,,
हरिलीला ट्रस्ट के द्वारा मेघावी छात्रों को प्रोत्साहित करने का काम जारी है इसी कड़ी में इस बार भी विश्वविख्यात मोटिवेटर अवध ओझा सर की मौजूदगी में 10वी, 12वी के मेघावी छात्रों कुमारी वंशिका सिंह राठौर और कुमारी जागृति प्रजापति का 21-21 हजार रूपए का चेक मोमेंटो और प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया साथ ही नीट की परीक्षा में छ.ग. में सर्वाधिक अंक अर्जित करने वाले गौरव अग्रवाल को 11000 रूपए का चेक मोमेंटो और प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया।
,,00 हरिलीला ट्रस्ट समाज सेवा के क्षेत्र में गढ़ रहा नये किर्तीमान,,
हरिलीला ट्रस्ट बनारी जांजगीर- नैला समाज सेवा के लिए जांजगीर-चांपा जिले मे ही नही बल्कि पूरे अंचल में सुप्रसिद्ध है। हर साल ट्रस्ट के अध्यक्ष लीलाधर सुल्तानिया जी के जन्मदिवस 16 अक्टूबर के अवसर पर जरूरतमंदो के विशेष सहयोग के लिए आयोजन कराये जाते है, ट्रस्ट के द्वारा निर्धन कन्याओं के विवाह में सतत् रूप से सहयोग किया जाता है, वही कोरोना काल के दौरान भी हजारो जरूरतमंदो की मदद की गई साथ ही अस्पतालों में भी जरूरी संसाधन प्रदान किये गये। गत वर्ष भी ट्रस्ट के द्वारा संत गुरू घासीदास चिकित्सालय कात्रे नगर (सोठी) चांपा में विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया था जिसमें 5000 से ज्यादा लोग लाभान्वित हुए थे इसके साथ ही इस दौरान 10वी 12वी बोर्ड की प्रावीण्य सूची में स्थान बनाने वाले छात्र छात्राओं को प्रमाण पत्र एवं 21000 रू. की राशि से सम्मानित किया गया था वहीं संत गुरूघासीदास चिकित्सालय कात्रे नगर चांपा को 30 केवीए का जनरेटर एवं नवागढ़ लींगेश्वर महादेव मंदिर को वाटर कूलर भेंट किया गया था। युवाओ के प्रेरणा के लिए निरंतर प्रेरणादायी आयोजन कराये जाते रहे हैं। जिसमें विश्वविख्यात मोटीवेटर और स्पीकर सोनू शर्मा, पूर्व आई.ए.एस. ओ.पी. चौधरी, शंकर गोयनका दिल्ली, डॉ. संतोष राय भिलाई शिरकत कर चुकें हैं। इन आयोजनों को आमजनता ने भरपूर स्नेह दिया था।