आजादी के इतने वर्षों बाद भी प्रदेश की प्रथम विधानसभा का दर्जा प्राप्त भरतपुर
आजादी के इतने वर्षों बाद भी प्रदेश की प्रथम विधानसभा का दर्जा प्राप्त भरतपुर
गर्वित मातृभूमि श्रीकांत जायसवाल कोरिया / बैकुठपुर आजादी के इतने वर्षों बाद भी प्रदेश की प्रथम विधानसभा का दर्जा प्राप्त भरतपुर-
सोनहत विधानसभा क्षेत्र के कई पहुंचविहीन इलाकों में बिजली जैसी मूलभूत सुविधा बहाल नहीं
हो सकी है, लेकिन अब क्षेत्रीय विधायक गुलाब कमरो के सार्थक प्रयास से लालटेन युग का अंत
होने जा रहा है। विधानसभा क्षेत्रांतर्गत विद्युत विहीन 11 गाँवों में विद्युतीकरण कराए जाने हेतु राज्य
शासन द्वारा करीब पौने 5 करोड़ की राशि मंजूर की गई है, जिससे ग्रामीणों में हर्ष और उत्साह का वातावरण निर्मित है। विधायक कमरो ने बिजली जैसी बुनियादी सुविधा के लिए एक
बड़ी राशि स्वीकृत किए जाने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं विधानसभा अध्यक्ष डॉ. चरण दास महंत के प्रति आभार व्यक्त किया है। बता दें कि सरगुजा क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण (राज्यमंत्री) एवं भरतपुर-सोनहत विधायक गुलाब कमरो के द्वारा शासन से विधानसभा क्षेत्र में आजादी के बाद से बिजली जैसी बुनियादी सुविधा की कमी से जूझ रहे विद्युतविहीन ग्रामों में विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत बिजली की सुविधा प्रदान किए जाने की मांग की गई थी। विधायक की मांग पर मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत 4 करोड़ 70 लाख 55 हजार 960 रूपए मंजूर किए गए हैं। स्वीकृत राशि से विधानसभा क्षेत्र के भरतपुर विकासखंड के 6 गाँव, सोनहत विकासखंड के 1 व मनेंद्रगढ़ विकासखंड के 4 कुल 11 गाँवों में विद्युतीकरण कार्य किए जाएंगे। इन गाँवों का होगा विद्युतीकरण मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के तहत् जिन गाँवों का विद्युतीकरण किया जाना है,
उनमें विकासखंड भरतपुर के मन्नौढ़, मैनपुर, करवा, मुर्किल, ठिसकोली व नेउर, सोनहत विकासंड अंतर्गत हसदेव नदी के उद्गम स्थल ग्राम मेण्ड्रा एवं मनेन्द्रगढ़ विकासखण्ड के पढ़ेवा, हंसपुर, बोदरा टोला (बिहारपुर) एवं नवाडीह शामिल हैं। यहां स्वीकृत राशि 4 करोड़ 70 लाख 55 हजार 960 रूपए की लागत से प्राथमिकता के आधार पर विद्युतीकरण कार्य किए जाएंगे। जरूरत के हिसाब से पर्याप्त नहीं सोलर लाइट बताया जाता है कि आज से करीब 20 साल पहले जून 2002 में प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी विकासखंड भरतपुर के दूरस्थ वनांचल क्षेत्र कोटाडोल प्रवास पर आए थे तब बिजली और पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं की कमी से जूझ रहे ग्रामीणों के द्वारा मुख्यमंत्री से बिजली की सुविधा प्रदान किए जाने की मांग की गई थी। ग्रामीणों की मांग पर उस दौरान सोलर लाइट की सुविधा प्रदान की गई, लेकिन जरूरत के हिसाब से वह पर्याप्त नहीं है। बरसात के दिनों में बिजली की समस्या गहरा जाती है। इससे जहां बच्चों की पढ़ाई पर इसका असर पड़ता है वहीं रात के समय बिजली नहीं होने से जहरीले जीव-जंतुओं का भी भय बना रहता है, लेकिन अब विद्युतीकरण होने से लालटेन युग में जी रहे लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने बिजली के लिए रूलाया ग्रामीण बताते हैं कि भरतपुर विकासखंड में कई ऐसे पहुंचविहीन गाँव हैं जहां आज भी बिजली की कोई सुविधा नहीं है। पूर्ववर्ती भाजपा सरकार ने बिजली जैसी मूलभूत सुविधा के लिए उन्हें
काफी रूलाया। इसके लिए उन्हें कई बार सरकार के खिलाफ सड़क पर उतरना पड़ा, लेकिन जबसे प्रदेश में सत्ता परिवर्तन हुआ है और कर्मवीर विधायक गुलाब कमरो क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, तबसे शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पानी जैसी बुनियादी सुविधाओं में तेजी से इजाफा हो रहा है। पूर्व की अपेक्षा दूरस्थ वनांचल क्षेत्र की तस्वीर में काफी बदलाव आया है। सड़क और पुल-पुलियों की सौगात ने एक तरह से क्षेत्र में विकास के द्वार खोलकर रख दिए हैं। जनप्रतिनिधियों ने जताया विधायक का आभार मुख्यमंत्री मजराटोला विद्युतीकरण योजना के अंतर्गत भरतपुर विकासखंड के आधा दर्जन गाँवों में
जबसे विद्युतीकरण के लिए करोड़ों की राशि शासन से मंजूर होने की जानकारी मिली है, वर्षों से बिजली की सुविधा के लिए तरस रहे ग्रामीणों में हर्ष का वातावरण निर्मित है। मुर्किल सरपंच लल्लीबाई गोंड़, ठिसकोली सरपंच नकल सिंह, नेउर सरपंच दारापती खैरवार, मैनपुर सरपंच सुशीला बैगा, मन्नौढ़ सरपंच जावेंद्र सिंह, मेण्ड्रा सरपंच हिरमन चेरवा, बिहारपुर सरपंच सुनीता सिंह, ग्राम पंचायत सोनहरी अंतर्गत ग्राम पढ़ेवा, हंसपुर और नवाडीह की सरपंच अनीता चेरवा ने कहा कि क्षेत्र के लिए समर्पित होकर काम करने वाले विधायक गुलाब कमरो के द्वारा पहुंचविहीन इलाकों में भी बेहतर आधारभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। इसके लिए सरपंचों एवं ग्रामीणों ने
विधायक के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया है।