पसौद में चैन माऊनटेन से रेत उत्खनन धड़ल्ले से, मजदूरों का शोषण
पसौद में चैन माऊनटेन से रेत उत्खनन धड़ल्ले से, मजदूरों का शोषण
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गर्वित मातृभूमि महेंद्र भारती गरियाबंद / फिंगेश्वरः– फिंगेश्वर वि.खं. के ग्राम पंचायत पसौद में शासन द्वारा अधिकृत रेत ठेकेदार द्वारा राज्य शासन द्वारा जारी गाइडलाइन और एनजीटी के नियमों की धज्जियां उड़ाते हुए रेत का उत्खनन सुबह 6 से शाम 6 बजे तक किया जाना है। जिन स्थानों पर पानी भरा हैं, वहां किसी भी कीमत पर रेत का उत्खनन नहीं किया जाना हैं। रेत का उत्खनन मानव श्रम द्वारा कराया जाना है। जिन स्थानों पर सेमी मशीन उपयोग की अनुमति है,वहां उत्खनन मानव श्रम से कराकर रेत को डमप कराया जाना है। जिन्हें मशीनों की सहायता से गाड़ियों में लोडिंग किया जाना है एवं लोडिंग गाड़ियों को त्रिपाल लगाकर पूरी तरह से कवर करके रेत घाट से बाहर निकालना है। लेकिन इन तमाम नियमों को पसौद में दर किनार कर दिया गया है ग्रामवासियों से मिली जानकारी के अनुसार इस वक्त पसौद के रेत घाट में पूरी तरह पानी भरा हुआ है,लेकिन ठेकेदार द्वारा इसके बाद भी चैन माउंटेन मशीनों को पानी के बीच उतारकर रेत का उत्खनन करवा सीधे गाड़ियों में लोडिंग करवाया जा रहा है। रेत का उत्खनन भी सुबह 6 से शाम 6 बजे की जगह चौबीसों घंटे करवाया जा रहा है। इतना ही नहीं रेत का दाम भी ठेकेदार द्वारा शासन द्वारा निर्धारित दाम से चार गुणा अधिक लिया जा रहा है। शासन द्वारा पसौद रेत घाट के लिए निर्धारित दर के अनुसार 10 और 12 चक्का ट्रक से 1620 रूपय लिया जाना है। इसमें से 980 रूपय शासन और ठेकेदार का जबकि 640 रूपय पिटपास के हैं। शासन द्वारा प्रति घनमीटर पिटपास का दाम 64 रूपए जबकि प्रति घनमीटर लोडिंग का दाम 98 रूपए निर्धारित किया गया हैं, लेकिन ठेकेदार द्वारा 10 चक्का ट्रक से 4 हजार रूपए जबकि 12 चक्का ट्रक से 5 हजार रूपए वसूले जा रहे हैं। ग्राम पसौद के ग्रामीणों ने बताया कि रेत घाट के लिए जो स्थान निर्धारित किया गया है। उस जगह को छोड़कर ठेकेदार द्वारा हथखोज पुल के नीचे से रेत का अवैध उत्खनन किया जा रहा है।