प्रेमनगर में उल्लास का एक दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण संपन्न स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण देने मास्टर ट्रेनर्स को किया प्रशिक्षित
प्रेमनगर में उल्लास का एक दिवसीय ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण संपन्न
स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रशिक्षण देने मास्टर ट्रेनर्स को किया प्रशिक्षित
सुरजपुर/प्रेमनगर:- उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के तहत प्रदेश भर के 15 वर्ष से अधिक उन असाक्षरों को साक्षर करना है जो किसी कारणवश विद्यालय नहीं जा पाए हैं। उनके जीवन के अँधियारा को दूर कर जीवन शैली में परिवर्तन करने केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में अनुशंसित कार्यक्रम उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम को मंजूरी देकर देश भर के असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। इसके तहत जिला सूरजपुर के विकास खंड प्रेमनगर में बीईओ राजीव कुमार सिंह के आदेशानुसार व बीपीओ रमेश कुमार जायसवाल के नेतृत्व में बीआरसी सभा कक्ष में ब्लॉक के मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित करने एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई थी। इस कार्यक्रम में जिला मास्टर ट्रेनर कृष्ण कुमार ध्रुव, ब्लॉक मास्टर ट्रेनर सुश्री करुणा पटेल, सुश्री पूर्णिमा टोप्पो व सुश्री सत्यवती साहू ने प्रशिक्षण दिया।
बता दें की इस वर्ष सूरजपुर जिले में लगभग 33000 असाक्षर हैं जिनको साक्षर करने का लक्ष्य मिला है जिसके परिपालन में विकास खंड प्रेमनगर में लगभग 5500 असाक्षरों को साक्षर करने कार्यशाला आयोजित कर मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षित किया गया जो सीधे स्वयंसेवी शिक्षकों को संबंधित केंद्र संकुलों में प्रशिक्षण देंगे फिर स्वयंसेवी शिक्षक सीधे असाक्षरों की उल्लास केंद्र जाकर शिक्षार्थियों को साक्षर करने 200 घंटे अध्यापन कराएँगे। विकास खंड स्तरीय प्रशिक्षण में जिला मास्टर ट्रेनर ध्रुव ने सबसे पहले उल्लास के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर प्रकाश डालते हुए बताया की साक्षरता समाज के लिए कितना महत्वपूर्ण है। साक्षर व्यक्ति अनेक क्षेत्रों में महत्वपूर्ण होते हैं असाक्षरों से, क्यूंकि असाक्षर व्यक्ति उत्तम जीवन शैली को प्राप्त नहीं कर सकते। आगे ब्लॉक मास्टर ट्रेनर सुश्री करुणा पटेल ने बताया की साक्षरता समाज के लोगों के लिए बहुत जरूरी हैं। साक्षर व्यक्तियों की समाज संगठित रहते हैं व अच्छे बुरे पर अपना तर्क दे सकते हैं। जिससे उनके रहन सहन व संस्कृति पर सीधा असर देखने को मिलता है। आगे पूर्णिमा टोप्पो ने टीएलएम बनाकर कैसे प्रभावी शिक्षण दी जाये इस पर ध्यानाकर्षित कराया व सभी मास्टर ट्रेनर्स को कहा की स्वयंसेवी शिक्षकों को जब भी प्रशिक्षण देने जाएं तो प्रभावी टीएलएम बनाकर ले जायें ताकि स्वयं सेवी शिक्षकों को कैसे टीएलएम बनाना हैं यह आईडिया मिल सके। ब्लॉक मास्टर ट्रेनर सुश्री सत्यवती साहू ने अपने सत्र में कक्षा प्रबंधन कैसे करें उसकी बारीकीयों से रूबरू कराई। उल्लास केंद्र के वातावरण कैसा हो, केंद्र कहाँ हो, यहाँ की कक्षा संचालन कैसा हो जैसे अनेक मुद्दों पर चर्चा की। इस दौरान बीपीओ रमेश कुमार जायसवाल, डीआरजी कृष्ण कुमार ध्रुव,ब्लॉक मास्टर ट्रेनर सुश्री करुणा पटेल, सुश्री पूर्णिमा टोप्पो, सुश्री सत्यवती साहू, उमा मंझवार, ऐश्वर्या, पूजा भारती ध्रुव, राजा राम राठिया, इन्द्र कुमार साहू, अलका टोप्पो, गणेशी भोई, अंकिता पटेल, तृषा खूंटे, आरती कुजूर, प्रीति कँवर, देव कुमार सिंह, भूपेश कुमार, सुरेन्द्र साहू, उमा कँवर व ऐनसी तिर्की शामिल रहे।