खेल के बाद दो विधालय की छात्राओं में हुई मारपीट, घटना में अभिभावक भी हुए शामिल लगभग 10 छात्राएं घायल
जिला ब्यूरो प्रदीप तिवारी
गर्वित मातृभूमि झारखंड गढवा-
दिनांक 10 सितंबर,2024 दिन मंगलवार को गढवा जिला अंतर्गत बरडीहा प्रखंड मुख्यालय स्थित कस्तूरबा बालिका आवासीय विद्यालय के मैदान में प्रखंड स्तरीय खेलों झारखंड कार्यक्रम का आयोजन किया गया था जिसका शुभारंभ बरडीहा प्रखंड की BPM अर्शी मुर्तुजा ने फिता काटकर शुभारंभ किया जिसमें कबड्डी,लौंग जंप, दौड़ सहित अन्य खेल प्रतियोगिता में दर्जनों बच्चियों भाग ली।जिसमें कस्तूरबा विद्यालय तथा 10+2 हाई स्कूल बरडीहा के छात्राओं के बीच खेल खेला जा रहा था।
खेल में बरडीहा कस्तूरबा की छात्राएं सभी मैच जीत ली, मैच जीतने के बाद जश्न मनाने लगी इसी मामले को लेकर हारी हुई टीम की छात्राओं ने झंझट शुरु कर दी और वह विवाद धीरे-धीरे मारपीट में तब्दील हो गया।खेल मैदान के बाहर तो मारपीट हुई ही इसके बाद जो भी अभिभावक थे वे सभी कस्तूरबा विद्यालय के चार दिवारी फांद कर मारपीट किया तथा पथराव भी किया। जिसमें लगभग 10 छात्राएं गंभीर रूप से घायल हो गई घायल छात्राओं का नाम कक्षा 10 की छात्रा दया कुमारी 16 वर्ष, नेहा कुमारी 16 वर्ष ,चांदनी कुमारी 16 वर्ष, प्रीति कुमारी एवं कक्षा 9 की मायावती कुमारी 15 वर्ष,रूपवती कुमारी 15 वर्ष ,आरती कुमारी 15 वर्ष, कक्षा 8 की पम्मी कुमारी 15 वर्ष एवं कक्षा 7 की बबीता कुमारी 15 वर्ष एवं लक्ष्मी कुमारी 15 वर्ष का नाम शामिल है।
इधर साथ में खेल की जर्सी में कस्तूरबा विद्यालय की साथ से आई रेफरल अस्पताल में छात्रा संगम कुमारी, प्रियंका कुमारी, मीरा कुमारी, निशा कुमारी, सरिता कुमारी ,खुशबू कुमारी, कौशल्या कुमारी ,शकुंतला कुमारी, शोभा कुमारी सहित अन्य छात्राओं ने बताई की हम लोगों को खेल जीतने के बाद खुशी का इजहार कर रहे थे इसी दौरान हारी हुई 10 + 2 उच्च विद्यालय बरडीहा ,ओबरा एवं लोका की छात्राओं के द्वारा मारपीट शुरू कर दी गई इसके बाद हम लोग किसी तरह कस्तूरबा स्कूल की महिला गार्ड आशा देवी के सहारे अपने स्कूल में अंदर प्रवेश किया ।
इसके बाद 10+2 उच्च विद्यालय के छात्राओं का अभिभावकों के द्वारा ऐसा लग रहा था मानो मेन गेट तोड़ देंगे ।उससे भी नहीं बना तो बाउंड्री लांघ कर मारपीट किया गया है एवं पथराव भी किया गया जिससे लगभग 10 छात्राएं बेहोशी की हालत में 108 एंबुलेंस के माध्यम से रेफरल अस्पताल में लाया गया सभी का इलाज किया जा रहा है। इस दौरान बीपीएम अर्शी मुर्तुजा ने बताई की सभी छात्राओं को खेल के लिए मैदान में ले जाया गया था इसी बीच मारपीट हुई है इसकी सूचना थाना को दे दी गई है।एक माह से बिना वार्डन के कस्तुरबा आवासीय विद्यालय चल रहा है ।इधर इस संबंध में सभी छात्राओं ने बताई की 15 अगस्त के बाद से कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में बिना वार्डन के स्कूल चल रहा है ।जिसमें मात्र अनुबंध पर पढ़ाई कराने वाली शिक्षिका पढ़ाकर चली जाती हैं।इधर महिला गार्ड आशा देवी के सहारे लगभग 150 छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी दी गई है। जबकि इस स्कूल में टोटल 200 छात्राएं नामांकित हैं ।
इस घटना की सूचना मिलने पर बरडीहा बीडीओ सह सीओ राकेश सहाय ने रेफरल अस्पताल में सभी बच्चियों की हाल खबर लिया तथा रेफरल अस्पताल के प्रभारी डॉक्टर गोविंद प्रसाद सेठ से सभी को उचित ईलाज करने के बात चित किया। एक माह से बिना वार्डन के कस्तुरबा गांधी स्कूल चलाने के संबंध में बीडीओ श्री सहाय के द्वारा बताया गया कि कल 11 सितंबर से वार्डन का पद स्थापित किया जाएगा ।इससे पूर्व दो वार्डन को जिला शिक्षा पदाधिकारी के द्वारा भेजा गया था परंतु एक रिजाइन दे दी और दूसरे मेडिकल छुट्टी में चली गई। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि कस्तूरबा विद्यालय की सीसीटीवी को देखने के बाद जो भी दोषी होंगे बाहर के लोगों के द्वारा कस्तूरबा विद्यालय के बाउंड्री कुदकर कर मारपीट करते अगर पाए जाएंगे उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इधर घायल छात्राओं के साथ आई हुई अन्य छात्राओं ने बीडीओ से कहीं कि अगर बीपीएम मैडम मारपीट हो रहा था उस समय डांट देती तो वह मामला नहीं बढ़ता।
भाजपा नेता डॉ ईश्वर सागर चंद्रवंशी ने सभी छात्राओं से रेफरल अस्पताल में आकर मुलाकात किया और जानकारी हासिल किया तथा बरडीहा थाना प्रभारी को जांचों उपरांत कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जब स्कूल में वार्डन नहीं थी तो किसके निर्देश पर सभी बच्चियों को खेल के लिए स्कूल से बाहर निकाला गया और निकाला गया तो बिना सुरक्षा व्यवस्था किये क्यों ऐसा किया गया। यह जांच का विषय बना हुआ है। बरडीहा प्रखंड की जिला परिषद सदस्या अर्चना प्रकाश ने इस मामले की कड़ी निंदा करते हुए कही कि बरडीहा की बीपीएम अर्शी मुर्तुजा अपनी मनमानी चला रहीं हैं।किसी भी तरह के खेल आयोजन में स्थानीय जन प्रतिनिधि को सूचना नहीं दे रहीं हैं। स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर भी पूर्व निर्धारित समय से पहले ही कस्तुरबा आवासीय विद्यालय में झंडोतोलन किया गया लेकिन आज तक उसका स्पष्टीकरण नहीं निकाली। बिना प्रशासनिक सहयोग और जन प्रतिनिधियों की जानकारी के चुपके चुपके खेल समाप्त करने का इरादा था जो मारपीट में तब्दील हो गई।इस गोल मटोल में कुछ शिक्षक भी शामिल हैं जिसकी उच्च स्तरीय जांच होगी और जिनके द्वारा मार पीट किया या कराया गया होगा उन पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
आगे की जांच एवं कार्रवाई के बाद अनुशासन का विशेष महत्व दिया जाएगा।