पद्मश्री माता राजमोहिनी देवी समाधि स्थल पर बना बाउंड्री वॉल का दुसरा हिस्सा भी ढहा, लोक निर्माण विभाग ने माता के समाधि स्थल को भी नहीं छोड़ा
पद्मश्री माता राजमोहिनी देवी समाधि स्थल पर बना बाउंड्री वॉल का दुसरा हिस्सा भी ढहा लोक निर्माण विभाग के अधिकारियो ने माता के समाधि स्थल को भी नहीं छोड़ा
जनपद अध्यक्ष जगत लाल आयाम ने निरीक्षण कर दोषी अधिकारी और ठेकेदार के ऊपर कारवाई करने की कलेक्टर से की मांग
सुरजपुर/प्रतापपुर- पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल अपने भेंट मुलाकात कार्यक्रम के तहत प्रतापपुर विकासखंड स्थित पद्मश्री माता राज मोहनी देवी के समाधि स्थल पहुंचे थे जहां उन्होंने समाधि स्थल के विकास के लिए 50 लाख रुपए की राशि समाधि स्थल के विकास कार्य और सौंदरीयकरण के लिए दिया था लेकिन भ्रष्टाचारियों ने और लोक निर्माण विभाग सूरजपुर के अधिकारी व ठेकेदार ने उसे भी नहीं बक्शा पहली बरसात में बाउंड्री वॉल टूटकर गिर गई वहीं और अन्य निर्माण कार्य भी बेहद घटिया निर्माण की वजह से छत विछत हो गए हैं आज उसे क्षेत्र में दौरे पर पहुंचे जनपद पंचायत प्रतापपुर के अध्यक्ष जगतलाल आयाम ने मौके पर पहुंचकर बारीकी से बाउंड्री वालों अन्य कार्यों का निरीक्षण किया जिसमें घटिया निर्माण होना पाया गया है जिससे बाउंड्री वालों का दूसरा हिस्सा भी टूट कर गिर गया है जनपद अध्यक्ष ने घटिया निर्माण के लिए लोक निर्माण विभाग के अधिकारी और ठेकेदार के ऊपर कार्यवाही करने के लिए जिला कलेक्टर रोहित व्यास से मांग की है
जानकारी के अनुसार लोक निर्माण विभाग सूरजपुर द्वारा लगभग 43 लाख की लागत से पद्मश्री माता राजमोहिनी देवी के समाधि स्थल ग्राम पंचायत गोविंदपुर के रजमेलान मे बाउंड्री वॉल शौचालय निर्माण से निर्माण सुंदरीकरण सहित अन्य कार्य को स्वीकृत किया था जिस ठेकेदार के माध्यम से कराया जा रहा था विभागीय अधिकारी और ठेकेदार द्वारा लगातार घटिया निर्माण करते हुए कार्य पूर्ण किया जा रहा था जिसको लेकर संस्था के अध्यक्ष ने कई बार इसकी शिकायत की थी लेकिन अधिकारी और ठेकेदार के बीच ऐसी साठगांठ थी की खुली छूट दी रखी थी इसी का नतीजा है कि बीती रात या बाउंड्री वॉल भर भरा कर गिर गई जिससे भ्रष्टाचार की पोल खुल गई है पद्मश्री माता राजमोहिनी देवी केवल सरगुजा संभाग ही नहीं बल्कि दूसरों प्रदेश उत्तर प्रदेश झारखंड बिहार व अन्य राज्यों में भी ख्याति प्राप्त महान संत हैं लेकिन अधिकारियों ने उनके समाधि स्थल को भी नहीं छोड़ा अब देखना है कि इन पर क्या कार्यवाही होती हैं।