आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता दस्तखत करने सप्ताह में आते है केंद्र। हमर उत्थान समिति ने दिया ज्ञापन
आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता दस्तखत करने सप्ताह में आते है केंद्र
हमर उत्थान समिति ने दिया ज्ञापन
सुरजपुर/ जिला के प्रेमनगर विकास खण्ड के ग्राम लक्ष्मणपुर के दर्रीपारा आंगन बाड़ी केंद्र का शिकायत ज्ञापन देकर हमर उत्थान समिति ने किया है ज्ञापन के अनुसार:- आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन सहायिका के घर में किया जाता है। जिसमें करीब 12 बच्चे आश्रित है। इस आंगनबाड़ी केंद्र की सहायिका प्रतिदिन आंगनबाड़ी खोल कर खाना पूर्ति करती है और कार्यकर्ता हमेशा ही नादरद रहती है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि सहायिका गीता ही हमेशा आंगन बॉडी में रहती है। कभी कभार आंगन बाड़ी खोल ली बच्चे खुद से आये तो उन्हें खाना बना कर खिला देती है। हमने अपने पड़ताल में पाया कि इस आंगन बॉडी केंद्र की कार्यकर्ता मधु सिंह जिसका नियुक्ति इस ग्राम में कई वर्ष पहले हुआ था। जिसका शादी सरगुजा जिले में हो गया है। करीब 7 वर्षों से सुरजपुर में रहती है। जो महीना में दो तीन दिन आकर हाजरी भर चली जाती है। आंगनबाड़ी में बच्चों के लिए आये खाद्य सामग्री को अपने साथ मे ले जाती है।
इस सम्बंध में हमने कैमरे के सामने पाया कि इस आंगनबाड़ी केंद्र में एक ही रूम है। छोटा सा रूम है। जिसमे खाद्य सामग्री रखा हुआ है। और एक लोहा के चदरा से बनाया रैक है। इसके अलावा कोई सामान आंगनबाड़ी केंद्र में नही है।
आंगनबाड़ी साहायिक गीता सिंह ने कैमरा के सामने बताया कि कार्यकर्ता मधु सिंह सप्ताह में एक से दो दिन आती है जो कि सुरजपुर में रहते है। आगे बताते है कि कोई भी पर्वेक्षक जांच करने नही आते है। ऐसे में सवाल उठता है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले नन्हे बच्चे जिसके पोषण के लिए शासन स्तर से तमाम योजनाओ का संचालन किया जा रहा है। इसके बाद भी आंगन बाड़ी केंद्र का बंद रहना कई तरह के सवाल खड़े करते है। हमारी टीम के साथ जब मौके पर पर्वेक्षक भारद्वाज आंगनबाड़ी केंद्र पहुँची तो वे आंगनबाड़ी केंद्र कहा संचालन होता है उन्हें नही मालूम था। जिसके बाद पंचनामा तैयार कर कार्यकर्ता, साहायिक के विरुद्ध कारण बताओ पत्र जारी की है।
आंगन बाड़ी केंद्र नही खुलने को लेकर हमर उत्थान सेवा समिति के अध्यक्ष चंद्र प्रकाश साहू ने महिला बाल विकास विभाग मंत्रालय में सचिव के समक्ष, जिले के कलेक्टर के समक्ष लिखित शिकायत पत्र देकर कार्यवाही की मांग है। श्री साहू ने कहा कि आंगन बाड़ी केंद्र पिछले 7 वर्षों से कागज में संचालन हो रहा है जिसके बाद भी आज तक आंगनबाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता मधु सिंह को सेवा से क्यों नही हटाया गया है। जिले से लेकर प्रेमनगर तक के अफसर भ्रष्टाचार में लिप्त है। प्रतिं माह तनख्वाह दे रहे है तो वहीं शासन की योजनाओं को कागजों में संचालन करवा रहे है। प्रदेश के संवेदनशील कैबिनेट मंत्री महिला बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े के छवि को भी धूमिल करने का कार्य अफसर कर रहे है। ऐसे लापरवाह अफसरो को तत्काल प्रभाव से निलंबन की कार्यवाही जांच किया जाना चहिए।
बतादें कि कुछ माह पूर्व प्रेमनगर विकास खंड में कई नए सुपर वाइजर ज्वाइन किए हैं। नए प्रशिक्षू सुपर वाइजर भी कार्यालय में ही बैठकर कार्य का खाना पूर्ति करते है। प्रेमनगर विकास खंड के महिला बाल विकास में प्रशिक्षु सुपर वाइजर को परियोजना अधिकारी का प्रभार दिया गया है। जिनके द्वारा बेहतर तरीके से कार्य नही किया जा रहा है।