अवैध प्लॉटिंग के चक्कर में किसान क्यों हुए परेशान .देखिए खास खबर….
मिट्टी डाल नाले को पाटने से पानी में डूबी 100 एकड़ धान की फसल
गर्वित मातृभूमि/सुरेश सिंह पाटले जिला ब्यूरो चीफ
मुंगेली/ग्राम बिरगॉव जो मुंगेली कलेक्ट्रेट से लगा हुआ गॉव है जहाँ बड़े सरकारी नाले जो मेन रोड़ से लगे को एक किसान ने छोटा पुलिया डाल कर मिट्टी से पाट दिया है,जिसके चलते आसपास के अन्य किसानों की करीब 100 एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है। ये जमीन ग्राम बिरगॉव के ही किसान से जमीन दलाल लोग अपने माध्यम से दूसरे दलाल के पास बेच दिया है। बताया जाता है कि इस जमीन को सरकारी नौकरी करने वाले तीन चार लोग मिलकर जमीन दलाली में लगे हुए है और इस जमीन को खरीदकर सामने के बड़ा सा नाले को पाटकर छोटे पुलिया लगा दिया है जिससे गांव के ही 100 एकड़ जमीन पानी भरने से फसल खराब होने के कगार पर है। जानकारी के अनुसार ग्राम बिरगांव मुंगेली के रहने वाले ब्यासनरण, मुकेश ,चंद्रनाथ, रामसिंग,चंदन ,दिलीप,संतोष,
मिंकु,विकाश, लखन पाटले,कुंदन बाई, रामकुमार साहू आदि किसानों ने बताया कि पानी के निकासी के लिए बने सरकारी नाले में छोटे पुलिया को मिट्टी डालकर अपने खेतों के सामने को पाट दिया है जिसके चलते वह पानी अन्य किसानों के खेतों में जमा हो रहा है और लगभग 100 एकड़ जमीन के फसल इसके चलते बर्बाद हो रही है,इस नाले में बहुत दूर से अनेको गांव के पानी इस नाले से गुजरती है, और ज्यादा बरसात हुआ तो हमारे गांव की पूरी बस्ती डूब जाएगा।
वर्तमान में ग्राम के किसानों के द्वारा उस संबंधित किसान को कारण बताने पर कुछ मिट्टी को खुदाई करवाकर नाले के मिट्टी को मेंन रोड़ के ऊपर रख दिया गया है, जिससे आने जाने वाले राहगीरों को मुश्किलो का सामना कर गुजरना पड़ रहा है कुछ लोगो का वहा पर एक्सीडेंट भी हो रहा है मिट्टी से फिसल कर लोग गिर रहे है और बड़ा हादसा हो सकता है ऐसे स्थिति में उन्होंने बताया कि इस संबंध में जिला प्रशासन को भी अवगत किया है।
गौर रहे कि गत 07 मार्च 2024 को NV News(नववर्ष) वेब पोर्टल में खबर प्रकाशित करके वीडियो के साथ प्रशासन को जागरूक किया गया था परन्तु प्रशासन तो जैसे कुभकर्ण की नींद सोया पड़ा है।जब इस तरीके के समस्या की जानकारी पहले पता चलता है तो उस समय में ध्यान नहीं देते है जब नदी नाले को कोई पाट देता है फिर बरसात के समय मे समस्या आता है तो बाढ़ से प्रभावित क्षेत्र को सुरक्षा प्रदान देने पर ध्यान देते है जिससे सरकार की धन की क्षति होती है अलग से जन धन की भी हानि होती है प्रशासन के लोग आते और चले जाते है इसका खामयाजा आम जनता को भुगतना पड़ता है। राजस्व विभाग ने भी इस नाले की ओर कोई ध्यान नहीं दिया। जिस कारण मानसून की पहली बारिश के कारण कई किसानों की लगभग 100 एकड़ धान की फसल पानी में डूब गई है।
समूह किसानों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह कुभकर्णी नींद से जागकर आरोपी किसान की ओर से बंद किए नाले को खुलवाकर पानी का निकास करवाए ताकि किसानों के खेतों में खड़ा पानी निकल सके व डूबी फसल को बचाया जा सके। उन्होंने बताया कि अगर जल्द ही ऐसा न किया गया तो किसानों को छत्तीसगढ़ सरकार की ओर से करोड़ों रुपए मुआवजा लेना पड़ेगा जिसका जिम्मेदार केवल जिला प्रशासन होगा। वैसे तो जिला प्रशासन समय- समय में जिला मुंगेली के अंदर अवैध प्लॉटिंग करने वालो को नोटिस तामिल कर खाना पूर्ति की कार्यवाही तो किया ही गया है।