बिना अनापत्ति प्रमाण पत्र के 10 किलो मीटर दूर भांटा में दुकान पर संचालित कर रहा आधार कार्ड पंजीकरण केंद्र
अधिकारी और लोगों को धोखा देने के लिए सचिव का सील लगा कर बता रहे अनापत्ति प्रमाण पत्र
जिले के अधिकारियों के उदासीनता बरतने पर है इन संचालकों के हौसले बुलंद
जांजगीर चांपा/:- आम आदमी का अधिकार-सबका होगा आधार यह नारा केंद्र सरकार में स्थापित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है तो आधार कार्ड को ही वर्तमान में मनुष्य का सबसे बड़ा पहचान प्रमाण पत्र भी है,,
जैसा कि पता है भारत सरकार के निर्देश पर प्रत्येक व्यक्ति के पास अपना स्वयं का पहचान पत्र यानी आधार कार्ड होना अनिवार्य किया गया है तो वहीं भारत का प्रत्येक नागरिक अपने दैनिक दिनचर्या हो या विभिन्न दफ्तर से लेकर सरकारी कार्यो में भी आधार कार्ड परिचय पत्र के रूप उपयोग होना महत्वपूर्ण कर दिया गया है।
अभी वर्तमान को देखा जाए अभी अत्यधिक लोगों के पास आधार कार्ड उपलब्ध है लेकिन देश में जन्मदर अधिक होने के कारण आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया विभिन्न पंचायतों या ब्लॉक स्तर में आज भी संचालित है।
आधार कार्ड बनाने के लिए शासन द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायतों में आधार चॉइस सेंटर की सुविधा उपलब्ध कराया है जिससे आमजनता को किसी दूर-दराज जाने या किभी प्रकार का परेशानियों का सामना करना ना पड़े परंतु इसी दौरान मालखरौदा तहसील क्षेत्र के ग्राम पंचायत भांटा में एक जालसाजी का वाक्या प्रकाशन में आया है जहाँ उत्तरा जयसवाल द्वारा चिप्स ई-डिस्टिक कार्यालय जांजगीर में आधार पंजीकरण केंद्र खोलने हेतु आवेदन किया गया था।
जहाँ उनको तहसील कार्यालय मालखरौदा में ही पंजीकरण का कार्य करना था लेकिन उत्तरा जयसवाल ने अपना सेटअप वहां न लगा कर आपने गांव ग्राम पंचायत भांटा में दुकान संचालित कर रहा है,जिसमें कई ग्रामीणों ने भी यह शिकायत किये है कि आधार कार्ड में नाम सुधरवाने के नाम पर पैसों की मांग किया जाता है तहसील कार्यालय मालखरौदा में लिखित आवेदन पत्र जमा किया था मगर हम आपको बता दें कि आज तक 5 सालों में इनको कोई पत्र जारी नहीं किया गया फिर भी अपनी मनमर्जी से अपनी ही गांव में संचालित कर रहा है
ग्राम पंचायत भांटा के सचिव से सांठगांठ कर के एक लोकेशन पर सील लगवाकर सभी को धोखा दे रहे की मेरे पास लिखित में अनापत्ति प्रमाण पत्र है बोल कर मामले
उत्तरा जयसवाल भांटा आधार कार्ड सेंटर संचालक
मामले में जब उत्तरा जयसवाल से बात किया गया तो ओ बताए की मुझे सचिव ने लिखित में अनापत्ति प्रमाण दिया है लेकिन यह लेटर कोई अनापत्ति प्रमाण पत्र नहीं बाल की लोगों को गुमराह करने के लिए सचिव से मिलकर ग्राम पंचायत का सील लगा कर लोगों को धोखा दे रहे हैं
जांजगीर चांपा जिले के अधिकारियों के उदासीनता के कारण इन जैसे लोगों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और मालखरौदा क्षेत्र के ग्रामीण भटक रहे हैं आखिर अधिकारियों की नींद कब खुले गी कब होगा इन जैसे लोगों पर कार्यवाही