बेमेतरा में सरकारी सिस्टम की भर्राशाही… भुगतान के लिए कलेक्ट्रेट का जनप्रतिनिधि लगा रहे चक्कर…
उमाशंकर दिवाकर गर्वित मातृभूमि बेमेतरा
बेमेतरा में सरकारी सिस्टम की भर्राशाही…मुरता में सालभर पहले डीएमएफ से 7.65 लाख की सड़क बनवाई, सब कुछ ओके होने के बाद भी 4.65 लाख नहीं दिए, सरपंच ने कहा-फांसी लगाने की नौबत आ गईबेमेतरा में सरकारी सिस्टम की भर्राशाह ने पंचायत स्तर के प्रतिनिधि खासे परेशान हैं। वे लगातार जनदर्शन और अलग-अलग माध्यमों से शिकायत लेकर पहुंच रहे हैं। उनकी शिकायतों का निराकरण तक नहीं हो रहा है। ऐसा ही एक मामला ग्राम मुरता में सामने आया है। मुरता में सालभर पहले डीएमएफ (खनिज न्यास मद) से 7.65 लाख से दो सड़कें बनवाई गईं। एक सड़क कापा-संबलपुर मार्ग से शिवचरण साहू के घर तक करीब 3.45 लाख में बनी। दूसरी सड़क संबलपुर मार्ग से मुरता-बैकुंठपुर आंगनबाड़ी के मध्य 4.20 लाख रुपए से बनाई गई। इन दोनों सड़क को बनाने के लिए पंचायत ही एजेंसी बनाई गई। प्रशासन ने डीएमएस से सिर्फ 3 लाख रुपए ही दिए। शेष 4.65 लाख रुपए के लिए गांव का सरपंच हेमंत साहू पिछले 10 महीनों ने नवागढ़ से लेकर कलेक्टर तक के चक्कर लगा रहा है, लेकिन उसे यह राशि अब तक जारी नहीं हो पाई है। सरपंच ने ट्राईसिटी को बताया कि इस 4.65 लाख रुपए के लिए उसे ब्याज देना पड़ रहा है। लगातार तकादे की वजह से फांसी लगाकर खुदकुशी किए जाने की नौबत आ गई है। अफसर सुनते नहीं हैं, जनप्रतिनिधि होने के बाद भी उनके सामने हाथ जोड़कर खड़ा रहना पड़ता है। हम करें तो क्या करें। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ किसी एक गांव की हालत नहीं है, कई गांवों में इस प्रकार की स्थिति बन रही है। अफसर समय पर काम नहीं करते, परेशान हमें होना पड़ता है। हेमंत कुमार साहू ने कलेक्टोरेट पहुंचकर पुन: ज्ञापन सौंपा। उन्होंने कहा कि 20/02/ 2024 को डीएमएफ की राशि भुगतान के संबंध में जन चौपाल बेमेतरा मे आवेदन प्रस्तुत किया था। उनके द्वारा जानकारी दी गई की सीसी रोड निर्माण में 60% की बची हुई , शेष राशि का भुगतान अभी तक नहीं हुआ है, जबकि रोड का सत्यापन, मूल्यांकन और उपयोगिता का कार्य रोड कार्य पूर्ण होने पर हो चुका है। अभी तक शेष राशि जो नहीं मिल पाई है। सरपंच ने पुन: अपील की है कि सड़क निर्माण का भुगतान जल्द से जल्द किया जाए।