स्वरोजगार करने पॉलिटेक्निक के प्राचार्य ने दिव्यांग को प्रदाय किया ठेला मानवीय पहल की नागरिकों ने की सराहना
स्वरोजगार करने पॉलिटेक्निक के प्राचार्य ने दिव्यांग को प्रदाय किया ठेला मानवीय पहल की नागरिकों ने की सराहना
सूरजपुर। अज्ञात वाहन की ठोकर से जीने का सहारा हाथ ठेला के क्षतिग्रस्त होने पर आर्थिक रूप से कमजोर दिव्यांग युवक पप्पू विश्वकर्मा की मदद के लिए हाथ बढ़ाते हुए पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य ने उसे हाथ ठेला प्रदान कर न सिर्फ जीविकोपार्जन का साधन दिया बल्कि परिवार की खोई खुशियां भी लौटा दी है। नागरिकों के द्वारा प्राचार्य के इस मानवीय पहल की सराहना की जा रही है। विदित हो कि पर्री सरनापारा निवासी दिव्यांग पप्पू विश्वकर्मा पिता स्व. भंवरसाय विश्वकर्मा पॉलीटेक्निक कॉलेज के आसपास अपनी ठेला लगा उसमें चाय, नश्ता सहित पानी बोतल, चना, मूंगफली इत्यादि बेचकर अपने परिवार का जीविकोपार्जन करता था। उसके ठेले में पॉलीटेक्निक कॉलेज सहित कामधेनु कॉलेज के विद्यार्थी चाय, नाश्ते के लिए पहुंचते थे। पप्पू का रोजगार ठीक चल रहा था, लेकिन इसी बीच बीते दिवस किसी अज्ञात वाहन के चालक ने लापरवाहीपूर्वक वाहन चलाते हुए उसके ठेले को ठोकर मार दिया, जिससे उसका ठेला बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। उसके बाद से दिव्यांग पप्पू ने ठेला लगाना छोड़ दिया। जब इसकी जानकारी पॉलीटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य एनके बुवाडे को लगी तो उन्होंने तत्काल पहल करते हुए मानवता का परिचय दिया और दिव्यांग के लिए नया ठेला बनवाने के साथ उसमें रंग रोगन कराया। जब ठेला पूरी तरह से बन गया तो प्राचार्य ने दिव्यांग को कॉलेज बुलाया और फीता काटकर उसे ठेला सौंपते हुए उसका मुंह मीठा कराते हुए उसके उज्जवल भविष्य की कामना की। नया ठेला मिलने के बाद दिव्यांग पप्पू भावुक हो गया खुशी जाहिर करते हुए कहा कि वाहन की ठोकर से ठेला क्षतिग्रस्त होने के बाद उसके समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गई थी। प्राचार्य के इस पहल से उसे स्वरोजगार करने के लिए एक नई ऊर्जा मिली है और वह इसके लिए प्राचार्य को धन्यवाद भी ज्ञापित किया। इस दौरान संस्था के प्राचार्य एनके बुवाडे सहित व्याख्याता रूपेश सिंह, आकाश वर्मा, राहुल दुबे, कुमार गोस्वामी, अंकुश सिंह, शुभम, सागर सिंह, नीलम पटेल, रेखा सहित कॉलेज के अन्य कर्मी उपस्थित रहे।