कमिश्नर के पहल से लिखित आश्वाशन के बाद हुआ हड़ताल समाप्त. नौकरी एवं मुआवजा की मांग को लेकर 7 दिनों से चल रहा था आंदोलन एसईसीएल विभाग को हुई करोड़ों की क्षति.
कमिश्नर के पहल से लिखित आश्वाशन के बाद हुआ हड़ताल समाप्त.
भूमि अधिग्रहण के एवज में नौकरी एवं मुआवजा की मांग को लेकर 7 दिनों चल रहा था आंदोलन.
एसईसीएल विभाग को हुई करोड़ों की क्षति.
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर/रामानुजनगर- कमिश्नर के आश्वाशन पर नौकरी एवं मुआवजा की मांग को लेकर 7 दिनों से चल रही हड़ताल समाप्त हुआ।एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र के आमगांव खुली खदान परियोजना को पूर्ण रुप से बंद कर खदान के मेन गेट में पटना ग्रामवासियों के द्वारा भूमि अधिग्रहण के एवज में नौकरी एवं मुआवजा की मांग को लेकर दिनांक 16 फरवरी से 23 फरवरी तक धरना आंदोलन किया गया। पटना के सरपंच विमला सिंह मराबी ने बताया कि हम लोगों ने विगत 29 सितंबर से 5 अक्टूबर तक नौकरी और मुआवजा की मांग को लेकर 7 दिनों तक इसी जगह पर आंदोलन किये थे जिसमें एसईसीएल प्रबंधन के द्वारा दिसम्बर 2023 तक 107 लोगों को नौकरी व लंबित मुआवजा देने का अपील के साथ लिखित आश्वाशन गया था परंतु आश्वाशन पूरी तरह से फेल रहा प्रबंधन की लापरवाही व उदासीनता से एक भी नौकरी की नियुक्ति नही दिया गया और न ही मुआवजा दिया गया ग्राम पटना 928 एकड़ का अधिग्रहण एसईसीएल विश्रामपुर क्षेत्र के द्वारा आमगांव खुली खदान परियोजना हेतु किया गया है जिसका आज तक लंबित है भूमि अधिग्रहण के एवज में 464 रोजगार उत्पन्न हो रहे। रोजगार की प्रक्रिया वर्ष 2020 से प्रारंभ है जिसमें अभी तक 37 लोगों नौकरी दी गई और जनवरी माह में 14 व 14 फरवरी को 10 लोगों का रोजगार स्वीकृति हुआ है परंतु अभी नियुक्ति पत्र नहीं मिला है ग्रामवासियों का भरोसा एसईसीएल विभाग से उठ गया है अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं नौकरी एवं मुआवजा के लिये एसईसीएल दफ्तर के चक्कर लगा लगा कर परेशान है इसलिए हम ग्रामवासियों को पुन: आंदोलन करना पडा कमिश्नर जी.आर. चुरेंद्र का सामूहिक विवाह के आयोजन के तैयारी के संबंध में ग्राम राजापुर में प्रवास हुआ था जिसमें आंदोलनरत ग्रामवासियों व एसईसीएल प्रबंधन को राजापुर पंचायत भवन में बुलाया गया।कमिश्नर श्री चुरेंद्र द्वारा ग्रामवासियों व एसईसीएल प्रबंधन से हड़ताल के संबंध में गंभीरतापूर्वक चर्चा परिचर्चा किया। इसके बाद ग्रामवासियों आश्वाशत किया कि अब नौकरी व मुआवजा देने देरी नहीं होगी एक अभियान की तरह आप लोगों की समस्याओं पर काम किया जाएगा।कमिश्नर श्री चुरेंद्र के द्वारा 30 मार्च तक नौकरी व मुआवजा की प्रकरणों निपटारा करने का एसईसीएल प्रबंधन को निर्देश दिये इसके बाद आंदोलनरत ग्रामवासियों के द्वारा आंदोलन समाप्त करने पर सहमति बनी 23 फरवरी को एसईसीएल प्रबंधन व अनुविभागीय अधिकारी रामानुजनगर के लिखित आश्वाशन के बार आंदोलन समाप्त हुआ। 8 दिनों से आमगांव खुली खदान परियोजना के काम ठप होने से एसईसीएल प्रबंधन को करोड़ों का क्षति हुआ।
महाप्रबंधक विश्रामपुर अजय तिवारी का कहना है कि हम लोग हमेशा से ही प्रभावित भूमि स्वामियों को उनका हक दिलाने के तत्पर हैं,नौकरी व लंबित मुआवजा प्रकरणों निपटारा में और गति दी जाएगी अब नौकरी व मुआवजा के किसी को परेशानी नहीं होगी।
इस दौरान मिथिलेश्वर सिंह मराबी उपसरपंच, धर्मचन्द सिंह मराबी,रामदेव प्रजापति, भानू प्रजापति, उमा भारती सिंह, राकेश एक्का,जलंधर सिंह, छत्रपाल,धन्नूराम प्रजापति, हिरामुनी नेताम,गीता मराबी,कृष्णा साहू, कविंदर,विंदेश्वर, गोविंद प्रजापति सहित भारी संख्या ग्रामवासी व एसईसीएल विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे