हाईस्कूल में बच्चों से मजदूरी का कार्य जिम्मेदार ने कहा स्कूल के पैसे से नहीं हो रहा था विकास
नरेश कुमार जोशी गर्वित मातृभूमि बालोद/गुरुर। विकासखंड अंतर्गत ग्राम जगतरा में स्थित हाईस्कूल में छात्रों को शिक्षा देने के बजाए उनसे मजदूरी कराया जा रहा है। छात्रों के हाथों में पुस्तक थमाने के बजाए उन्हें फावड़ा और धमेला थमाया गया जिसका विडियो भी वायरल हो रहा है। जानकारी के अनुसार ग्राम जगतरा के हाईस्कूल में क्यारी और मंदिर बनाया जा रहा है जहां मजदूरों के नहीं आने से वहां के प्रभारी प्राचार्य ने स्कूल में पढ़ने वाले छात्रों को ही काम पर लगा दिया है।
छात्रों का काम करते एक वीडियो भी सामने आया है जहां स्कूली बच्चे अपने हाथों में फावड़ा व धमेला लेकर तथा एक बच्चा क्यारी में पानी डालते नजर आ रहा है वहीं शिक्षक बच्चों द्वारा की जा रही मजदूरी को खड़े होकर देख रहा है। मामले में विकासखंड शिक्षा अधिकारी ललित चंद्राकर ने कहा कि प्रथम दृष्टि से यह मामला सही लग रहा है, मैंने प्रभारी प्राचार्य से इस मामले में बात की तो वह
गोलमाल जवाब दिया है, उन्हें इस तरह से बच्चों से काम नहीं कराना चाहिए। इस मामले में वहां जाकर जांच करूंगा फिर आगे की कार्यवाही करेंगे।
मामले में प्रभारी प्राचार्य के कटेन्द्र ने कहा रेडक्रास व इको क्लब के बच्चे स्वतः ही श्रमदान करने की इच्छा से कार्य किए है। वहां कार्य निजी निधि से हो रहा है,
स्कूल के पैसे से नहीं हो रहा विकास…
शिक्षक के इस बेतुके बात जिसमें छात्रों के कुछ मिनट किए ही कार्य करने की बात कह रहे हैं। इस संदर्भ में जिला शिक्षा अधिकारी केपी मुकुल साव ने बताया कि उनके संज्ञान में भी उक्त बातें आई हैं जिसके आधार पर ब्लाक शिक्षा अधिकारी को पूरी जानकारी लेकर अवगत कराने के पश्चात् कार्यवाही की जाएगी।