सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा के तीसरे दिन लोगों की भारी भीड़.
सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा के तीसरे दिन लोगों की भारी भीड़
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर/ छत्तीसगढ़ के सूरजपुर जिले में मध्यप्रदेश सिवनी से पधारे गोंडी पुनेमाचार्य एवं गाथा प्रवाचक मंगल सिंह पन्द्रे के नेतृत्व में सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा को सुनने के लिए भारी भीड़ एकत्रित हो रही है। सरगुजा संभाग के विभिन्न क्षेत्रों से फड़ापेन अनुयायियों को जमावड़ा को देखते हुए आयोजन समिति ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर, विकास खंड प्रेमनगर जिला सूरजपुर, सरगुजा संभाग छत्तीसगढ़ द्वारा नि:शुल्क भोजन एवं दूर दराज से पधारे रहे गोंडियन लोगों के लिए ठहरने का उचित प्रबंध किए गए हैं।
सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा के समापन दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं विधायक तुलेश्वर सिंह मरकाम तथा राष्ट्रीय महासचिव श्याम सिंह मरकाम के आगमन पर सरगुजा संभाग के सुप्रसिद्ध पारंपरिक लोक गायक दिलसाय मरपच्ची का सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। उम्मीद जताई जा रही है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष तुलेश्वर सिंह मरकाम के विधायक बनने के बाद सूरजपुर जिले के प्रथम आगमन पर दिनांक 10/02/2024 को दस से पंद्रह हजार लोगों द्वारा स्वागत करने की तैयारी किया जा रहा है।
अखिल गोंडवाना कोया पुनेम गोंडवाना महासभा ग्राम पंचायत लक्ष्मीपुर, विकास खंड प्रेमनगर जिला सूरजपुर छत्तीसगढ़ के तत्वावधान में आयोजक मंडल के प्रमुख सदस्य राममनोहर सिंह टेकाम ने बताया हमारे छत्तीसगढ़ राज्य सहित सम्पूर्ण भारत देश में गोंडवाना समग्र विकास क्रांति आंदोलन के महानायक, वेस्ट सिटीजन ऑफ इंडिया एवं गोंडवाना रत्न दादा हीरा सिंह मरकाम जी के गोंडवाना आंदोलन को आगे बढ़ाने के लिए आदरणीय तुलेश्वर सिंह मरकाम ने छत्तीसगढ़ राज्य में चुनाव जीतकर यह साबित कर दिया है कि आने वाला समय में गोंडवाना आंदोलन को स्वर्ण अक्षरों में अंकित किया जायेगा। उन्होंने कहा कि हम सूरजपुर जिले सहित सरगुजा संभाग के सभी लोगों से निवेदन करते हैं कि आगामी दिनांक 10/02/2024 को कार्यक्रम के समापन दिवस पर हजारों – लाखों लोगों की संख्या में उपस्थित रहकर सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा को सफल बनावें और गोंडवाना समग्र विकास क्रांति आंदोलन के कारवां को आगे बढ़ाने में अपना अमूल्य योगदान दें।
इन युवाओं का विशेष योगदान रहा है
आज सात दिवसीय कोया पुनेम धर्म दर्शन संगीतमय गाथा को सफल बनाने में प्रमुख रूप से ज्योतिष सिंह टेकाम, जयनाथ सिंह कुसरो,गोंडी साहित्य विक्रेता दिलेश्वर सिंह सोरी व फतेह बहादुर सिंह मरकाम,विजय सिंह टेकाम,मुकेश टेकाम,विफल टेकाम, मनोज टेकाम,महदीश सर्वटे,संजय टेकाम, हरिशंकर टेकाम, रविशंकर टेकाम,रामायण टेकाम, आदित्य टेकाम,अर्पण टेकाम,प्रसोतम टेकाम,सोनू टेकाम,,कु.अन्जु टेकाम, संतोषी टेकाम, धनेश्वरी श्याम,प्रसादो श्याम,मनीना श्याम सहित अन्य युवक – युवतियों का महत्वपूर्ण योगदान थे।