हसदेव जंगल की कटाई को रोकने ,जन मुक्ति मोर्चा के पद यात्रा को प्रशासन ने बलपूर्वक रोका
नरेश कुमार जोशी गर्वित मातृभूमि बालोद /दल्लीराजहरा
12/01/2024 को जन मुक्ति मोर्चा के द्वारा छत्तीसगढ़ के हसदेव जंगल की कटाई रोकने और वंहा के आदिवासियों को विस्थापन करने के खिलाफ जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ द्वारा दल्ली राजहरा से राजधानी रायपुर तक लगभग 500 से 600 की संख्या में पदयात्रा कर महामहिम राज्यपाल महोदय जी को ज्ञापन सौपन कर अपनी बात रखने जा रहे थे, लेकिन स्थानीय जिला प्रशासन जिला बालोद व स्थानीय दल्ली राजहरा प्रशासन द्वारा नहीं चाहती कि आदिवासी समाज आम जनता की आवाज रायपुर तक पहुंचे इसीलिए जन मुक्ति मोर्चा के पदयात्रा आरंभ होने के पहले दल्ली राजहरा में राशन सामान (भोजन सामग्री) को नहीं ले जाने की जिद पर अडे थे लेकिन आंदोलनकारी जन मुक्ति मोर्चा द्वारा राशन सामान को साथ में ले जाने की जीद पर अड़े रहे राशन सामान नहीं जाने देंगे तो कारण बताओ हम राशन सामान को लेकर जाएंगे आपको गिरफ्तार करना है तो करो सामान को जपती बनाना है तो बनाओ हम रैली पदयात्रा आरंभ कर रहे हैं और रैली पदयात्रा चालू किया गया।पदयात्रा को एक झुंड के रूप में शहीद स्मारक शहीद चौक दल्ली राजहरा पहुंचाकर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर रैली को आरंभ किया गया जिसमें मुख्य रूप से आशा गुहा नियोगी, डॉ पवित्र कुमार गुहा, गुहा मैडम (गुहा हॉस्पिटल), राजेंद्र उसारे गोंडवाना गणतंत्र पार्टी अपने साथी के साथ सामिल हुए व जन मुक्ति मोर्चा के सैकड़ो कार्यकर्ता की उपस्थिति में पदयात्रा को लगभग 12:00 बजे आरंभ किया गया पदयात्रा शहीद वीर नारायण सिंह चौक से होते हुए गुप्ता चौक पहुंची जहां सर्व आदिवासी समाज दल्ली राजहरा के युवा साथियो ने स्वागत कर पदयात्रा में सम्मीलित हुए जिसमे
दीपक सहारे (जिला अध्यक्ष), ऋषिकेश ठाकुर, भूषण मंडावी, शेखर नेताम, आरती सोरी, सोमिया कोलमें, उषा मण्डावी, राजीव कोलामे भारती कंवर गुप्ता संजीवनी अस्पताल के पास संजीवनी अस्पताल के संचालक डॉ राजीव लोचन भी पदयात्रा का हिस्सा बने और पदयात्रा को आगे बढ़ाए अरमुरकसा के पास पुलिस प्रशासन द्वारा रैली को एक बार फिर बल पूर्वक रोकने का प्रयास किया गया लेकिन जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ के हौसलों के आगे प्रशासन की एक नही चली और पदयात्रा आगे बड़ी फिर कुसुमकसा में आदिवासी नेता रत्तीराम कोसमा भी पहुंचे और पद यात्रा का हिस्सा बने और कुसुमकसा के आगे करियाटोला के पुल के पास भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर पूरे रोड़ में बेरिगेट लगा कर रोड को पुलिस प्रशासन द्वारा बंद कर दिया गया और आम जनता को भी आने जाने नही दिया गया, प्रसाशन यह कह कर की आप को आगे जाने की अनुमति हम नही दे सकते जबकि जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ ने दिनाँक 08/01/24 को जिला कलेक्टर को दिनाँक 12/01/24 को जिला कलेक्टर दुर्ग व जिला कलेक्टर रायपुर को अपना अनुमति पत्र दिया गया था जिसका रिसिप्ट भी था लेकिन प्रशासन द्वारा पदयात्रा को रोकने की नियत गुमराह करने लगें जंहा जन मुक्ति मोर्चा छत्तीसगढ़ और पुलिस प्रशासन के बीच नोक झोंक भी हुई और आंदोलनकारियो द्वारा आगे बढ़ने का प्रयाश भी किया गया लेकिन पुलिसकर्मियों द्वारा आगे बढ़ने नही दिया गया जिससे वंही धरने पर जन मुक्ति मोर्चा के साथियों द्वारा बैठा गया लगभग एक घण्टे के बाद जन मुक्ति मोर्चा के प्रतिनिधियो द्वारा आंदोलन को स्थगित किया गया। समस्त जानकारी जनमुक्ति मोर्चा के ईश्वर निर्मलकर द्वारा दिया गया है।