थाना प्रभारी भटगांव के दिशा निर्देश को एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव दिखा रहे ठेंगा। क्यों बेसुध है एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव क्या किसी बड़ी अनहोनी का कर रहे है इंतजार।
थाना प्रभारी भटगांव के दिशा निर्देश को एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव दिखा रहे ठेंगा।
क्यों बेसुध है एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव क्या किसी बड़ी अनहोनी का कर रहे है इंतजार।
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर/भटगांव:– सूरजपुर जिले के भटगांव एसईसीएल क्षेत्र के अंतर्गत बंद पड़ी कोयला खदान में चोरों के द्वारा बनाए सुरंग को लेकर गर्वित मातृभूमि अखबार में समाचार प्रकाशित किया गया था जिसको संज्ञान में लेकर स्थानीय थाना प्रभारी भटगांव के द्वारा महाप्रबंधक भटगांव के नाम पत्र प्रेषित करके बंद पड़ी खदान में बने सुरंग को बंद करने के लिए निर्देशित किया गया जिस निर्देशन को एसईसीएल महाप्रबंधक भटगांव के द्वारा आज तक महत्व न देते हुए थाना प्रभारी के आदेश को ठेंगा दिखाने का कार्य किया है कहीं ऐसा तो नहीं की महाप्रबंधक किसी बड़ी अनहोनी का इंतजार ऐसी रूम में बैठकर कर रहा हो।
सुरंग बनाकर कोयला चोर कर रहे हैं कोयले की चोरी
एसईसीएल भटगांव क्षेत्र में बंद पड़े कोयला खदानों से कोयले की चोरी चरम सीमा पर है जहां इस धंधे से कोल माफिया मालामाल हो रहे हैं, वहीं सरकार को रोजाना लाखों के राजस्व का नुकसान हो रहा है। अवैध खनन को रोक पाने में खनन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन पूरी तरह फेल हो चुका है। यहां दो पालियों में कोयले की अवैध खुदाई होती है। बताया जाता है कि प्रतिदिन सैकड़ों मीट्रिक टन कोयले की निकासी की जाती है वही जिस प्रकार कंपनी के द्वारा अंडरग्राउंड कोयला खदान खोला जाता है उसी प्रकार से चोरों के द्वारा भटगांव स्थित ओसिएम बंद खदान में चट्टान के नीचे सुरंग बनाकर अंदर ही अंदर चोरों के द्वारा अंडरग्राउंड खदान खोलकर सैकड़ो पिलर के साथ दर्जनों सुरंग के रूप में कई किलोमीटर की एरिया को गोलाकार में लेकर कूपनुमा गढा खोदकर कोयला निकाला जाता है। जिस कारण खदान बने गड्ढे में कभी भी जान माल की क्षति हो सकती है।
5 दिनों बाद भी स्थानीय थाना प्रभारी के पत्र का विशेष महत्व न देते हुए एसईसीएल महाप्रबंधक ने जिस प्रकार से नजर अंदाज किया है अब देखना होगा कि आगे स्थानीय थाना प्रभारी के द्वारा क्या कदम उठाया जाता है और क्या कार्रवाई की जाती है ऐसे महाप्रबंधक के ऊपर जो एसईसीएल किसी बड़े अनहोनी के रूप में घटना घटित होने का इंतजार करते हुए हाथों में हाथ डालकर बैठा हुआ है।