पारंपरिक आदिवासी सेवा कल्याण समिति के सदस्यों एवं बईगाओं का मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न।
पारंपरिक आदिवासी सेवा कल्याण समिति के सदस्यों एवं बईगाओं का मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न।
वाड्रफनगर विकास खण्ड अंतर्गत दूर वनांचल के ग्राम पंचायत मानपुर (जोबा पहाड़) में स्थित बाबा बच्छराज कुंवर गढ़ धाम में पारंपरिक आदिवासी सेवा समिति के सदस्यों एवं बईगाओं का मासिक समीक्षा बैठक सम्पन्न हुई। जो कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा हुई है। वहीं गढ़ धाम के पुजारियों ने बताया कि बाबा बच्छराज कुंवर से जुड़ी कई पुरातात्विक ऐतिहासिक रहस्य छुपी हुई है, कहाँ जाता है कि प्राचीन काल के वीर योद्धा राजा बाबा बच्छराज कुँवर थे। जो झारखंड के पलामू क्षेत्र में उनका बहुत बड़ा साम्राज्य फैला हुआ था। .जोबा पहाड़ में बाबा बच्छराज कुंवर और माता रानी से जुड़े कई रहस्यमय इतिहास छुपी हुई है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि बच्छराज कुंवर बाबा आदिवासी समुदाय के वीर योद्धा राजा थे जो उन्हें छल कपट से राजा एवं रानी की हत्या किया गया। कुछ वर्ष बीत जाने के बाद गाँव के सेवल ठाकुर केरवा के दो पुत्र और दो पुत्री रहे, लेकिन सेवल ठाकुर के बड़ी बेटी की कई वर्ष बीत जाने के बाद भी कोई सन्तान नहीं हो रहा था। तभी बाबा बच्छराज कुंवर मट्ठ स्थल पर जाकर अपनी अर्जी लगाई। और कुछ दिनों बाद उसे सन्तान प्राप्त हुई। वहीं आप – पास के गाँवों में चर्चा होने लगी और गांव के कुछ लोगों ने अपनी अपनी समस्या को लेकर मनत मांगी। यह पूर्ण हो गई तभी से बाबा बच्छराज कुंवर गढ़ धाम में बलि प्रथा प्रारंभ हुई। वहीं से प्रतिदिन दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ लगती है जो अपनी-अपनी मन्नत को लेकर आते हैं और पूर्ण होती है यहीं से बाबा बच्छराज कुंवर गढ़ धाम एक आस्था का केंद्र बन गई है वहीं सेवल ठाकुर चेरवा के वंशज आज भी बाबा बच्छराज कुंवर एवं रानी माता का सेवा कर रहे हैं। लेकिन आज तक भारतीय इतिहास के पन्नों पर दर्ज नहीं किया गया है। वहीं शासन-प्रशासन के द्वारा भी बाबा बच्छराज कुंवर गढ़ धाम के विकास पर कोई ध्यान नहीं दिया गया है। जहां पर झांरखड़, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश के अनेक लोग आते हैं इस बैठक में सदस्य व बईगा शामिल – चन्द्रशेखर पोर्ते, गीता सोनहा, समल पोया, सुखराज पोया, आनंद चेरवा, पार्किंग प्रभारी रामलाल पुषाम, भैयालाल मरकाम, चन्द्रदीप कोर्चो, धरम आयम, तेजबहादुर, मुख्य पुजारी बसंत बईगा, रामबक्स बईगा, जगरनाथ बईगा, रामकुमार बईगा, सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।