वाहन चालकों और हेल्परों के पास नहीं है पीएमई, वीटीसी फिर भी कंपनी नियम विरुद्ध कर रहा है भर्ती।
वाहन चालकों और हेल्परों के पास नहीं है पीएमई, वीटीसी फिर भी कंपनी नियम विरुद्ध कर रहा है भर्ती।
सूरजपुर/:– एसईसीएल भटगांव क्षेत्र अंतर्गत जगरनाथपुर ओसीएम परियोजना में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चल रहा है अपना मनमानी जहां नियम विरुद्ध वाहन चालकों की भर्ती कर रहा है जो ना तो पीएमई किए है और ना ही वीटीसी किए हुए है ऐसी स्थिति में वाहन चालक यदि किसी गंभीर दुर्घटना के शिकार होते हैं तो इन्हें और उनके परिवार को क्या किसी प्रकार की सहायता प्राप्त हो पाएगी जो कंपनी के द्वारा प्राप्त होती है।
भटगांव एसईसीएल क्षेत्र अंतर्गत जगरनाथपुर परियोजना में कार्यरत आउटसोर्सिंग कंपनी चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड के द्वारा कोयला एवं मिट्टी उत्खनन का कार्य किया जा रहा है। उक्त ठेका कंपनी में वाहन चालक एवं हेल्फर से माईनिंग कार्य लिया जा रहा है जो केंद्र सरकार से अधीन कोल इण्डियन लिमिटेड के द्वारा किसी भी प्रकार के नियम और शर्तों का पालन नहीं किया जा रहा है जो कहीं ना कहीं वाहन चालकों के जीवन से खिलवाड़ कर रहा है।
चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड ठेका वर्करो को हाई पावर कमेटी द्वारा निर्धारित पीएमई, वी टीसी जैसी सुविधा नहीं दे रहा है साथ में मेडिकल/सीएमपीई/ईपीसी सेफ्टी उपकरण पेमेंट स्लिप भी नहीं दे रहा है वहीं अधिकांश मजदूरों को नगद भुगतान किया जा रहा है जो पूरी तरह गलत है।
चालक संघ के द्वारा बताया गया कि इन सभी समस्याओं को लेकर भटगांव खंड अध्यक्ष के द्वारा जिम्मेदारों को लिखित ज्ञापन सोपा गया है और उनसे आग्रह किया गया है कि निर्धारित समय अवधि में सभी मांगों को पूर्ण किया जाए और चालकों को उनका हक दिया जाए जिसके वह हकदार हैं साथ ही चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी चालक एवं हेल्पर की सूची उनके पता, मोबाइल नंबर उपलब्ध कराए और निर्धारित मजदूरी दर का भुगतान करें अन्यथा हम सभी मिलकर 10 दिनों के बाद उग्र आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे जिसकी जिम्मेदार चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी और एसईसीएल भटगांव क्षेत्र होगा।
चालक संघ के उपाध्यक्ष कामेश्वर विश्वकर्मा के साथ अन्य सदस्य जब चेन्नई राधा इंजीनियरिंग वर्कशॉप प्राइवेट लिमिटेड कंपनी जगन्नाथपुर पहुंचे वास्तविक स्थिति से अवगत कराने और जानकारी एकत्रित करने व ज्ञापन सौंपने के लिए तो कंपनी के वर्कशॉप में बैठे कर्मचारी भागते फिरते दिखे वहीं ज्ञापन लेने से मना कर दिए ऐसे में जाहिर होता है कि कंपनी कैसी स्थिति में है और कैसे कर्मचारियों, हेल्फरो और चालकों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रही है क्या ऐसे नियम विरुद्ध कार्य करने वाले किसी भी प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के विरुद्ध कार्रवाई करना उचित नहीं यह देखने वाली बात होगी कि आगे क्या संज्ञान लिया जाता है जिम्मेदारों के द्वारा।