December 23, 2024

ग्रामीणों की हड़ताल लिखित आवश्वासन के बाद हुई समाप्त।जीएम सहित राजस्व अमले की उपस्थिति में हुआ समझौता।

ग्रामीणों की हड़ताल लिखित आवश्वासन के बाद हुई समाप्त।

जीएम सहित राजस्व अमले की उपस्थिति में हुआ समझौता।

एक माह के अंदर 50 को प्रबंधन देगी नौकरी।

मो0 सुल्तान सूरजपुर

सूरजपुर/पिछले सात दिनों से आमगांव खदान के मुख्य द्वार पर पटना के ग्रामीणों के द्वारा नौकरी, मुआवजा व रोजगार को लेकर की जा रही हड़ताल एसईसीएल प्रबंधन, राजस्व अमले व ग्रामीणों के बीच कई चरणों की बैठकों और बातचीत के पश्चात लिखित आश्वासन के बाद स्थानीय विधायक खेलसाय सिंह व भाजपा नेता भूलन सिंह मराबी की उपस्थिति में समाप्त हुई। उल्लेखनीय है कि विगत 26 सितम्बर से पटना ग्राम के ग्रामीणों ने एसईसीएल प्रबंधन पर उपेक्षा व उदासीनता का आरोप लगाते हुए विगत पांच साल से उपर के समय से लंबित मुआवजा व नौकरी के मामले को लेकर आमगांव खदान बंद करा दी थी, जिससे एसईसीएल प्रबंधन को प्रतिदिन करोड़ो के नुकसान होने के साथ-साथ जिला प्रशासन को राजस्व की भी क्षति हो रही थी। इस मामले में तीन-चार बार एसईसीएल प्रबंधन व ग्रामीणों के बीच हुई बैठक विफल होने के बाद ग्रामीणों ने ग्रामसभा कर 16 बिंदुओं का एक पत्र प्रबंधन को सौंपते हुए इन बिंदुओं पर सहमति होने के उपरांत ही हड़ताल समाप्त करने की बात कही थी। उक्त पत्र में गांव के लगभग 400 लोगों के हस्ताक्षर के साथ-साथ बड़ी तादाद में प्रतिदिन महिलाएं व पुरूष हड़ताल पर डटे हुए थे। ग्रामीणों के द्वारा दिये गये मांग पत्र पर अंतत: प्रबंधन ने हड़ताल खोलने तथा खदान को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग देने की अपील करते हुए छह बिंदुओं पर अपनी सहमति प्रदान की, जिससे हड़ताल प्रबंधन के जीएम अजय तिवारी, एसडीएम रवि सिंह की उपस्थिति में पहले पंचायत भवन में और फिर हड़ताल स्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों से बातचीत करने के बाद समाप्त हुई। प्रबंधन ने अधिग्रहण के 50 नियुक्ति प्रकरण को 31 अक्टूबर तक सुनिश्चित करने का लिखित आश्वासन दिया। इसके साथ ही लग•ाग 107 प्रकरणों के मामले में सभी लंबित प्रकरणों को यथाशीघ्र पूर्ण कर दो माह के अंदर उन्हें नौकरी देने का आश्वासन दिया। साथ ही शेष बचे प्रकरणों में अतिशीघ्र एक सेल बनाकर कार्य करने तथा अधिग्रहण के एवज में बचे भूमि स्वामियों के मुआवजे को यथाशीघ्र प्रदाय करने का आश्वासन दिया। इसके पूर्व सरपंच विमला सिंह मराबी के नेतृत्व में ग्रामीणों ने पात्र हितग्राहियों की नौकरी, रोजगार के साथ त्रुटि या कमी की वजह से लंबित प्रकरणों को तत्काल पूर्ण करने, न्यायालयीन प्रकरणों को छोड्Þकर शेष भूमि स्वामियों के मामले में नियुक्ति आदेश जारी करने, सभी नियुक्ति जिले के अंदर संचालित खदानों में करने, मुआवजे व भूमि के लंबित प्रकरणों को पूर्ण करने सहित 16 बिंदुओं पर अपना मांग पत्र प्रबंधन को सौंपा था। गुरूवार को सुबह ग्राम पटना के पंचायत भवन में हुई बैठक के उपरांत हड़ताल समाप्त करने पर सहमति बनी और सभी ग्रामीणों ने एसईसीएल प्रबंधन व राजस्व अमले पर एक बार फिर विश्वास करते हुए सात दिनों से चल रही हड़ताल को समाप्त कर दिया। इस दौरान उप सरपंच मिथलेश्वर सिंह मराबी, धरम सिंह, देवचंद सिंह, गोकूल सिंह, पनमेश्वर सिंह, उमाशंकर सिंह, अरूण जायसवाल, हरकेश सिंह, उमा भारती, तील कुमारी, गीता मराबी, मालती सिंह, अन्नू जायसवाल, जलंधर सिंह, भानू प्रजापति, रामनाथ सिंह, रामदेव, सुधो एक्का, राकेश कुमार सहित बड़ी संख्या में ग्रामीण व एसईसीएल प्रबंधन के अधिकारी-कर्मचारी व तहसीलदार रामानुजनगर सहित राजस्व अमले के साथ पुलिस अमले के लोग भी बड़ी तादाद में उपस्थित थे।

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