85 वर्षीय वृद्ध तरस रही है निराश्रित पेंशन कोनाम विलोपन के बाद अधिकारी लगवा रहे 4 वर्षों से चक्कर।
85 वर्षीय वृद्ध तरस रही है निराश्रित पेंशन को
नाम विलोपन के बाद अधिकारी लगवा रहे 4 वर्षों से चक्कर।
गर्वित मातृभूमि/ चिरमिरी/ मामला चिरमिरी क्षैत्र के गेलहापानी के स्कूल दफाई का है। जहां एक 85 वर्षीय वृद्ध जो कि अकेले अपना जीवन यापन करती है। पिछले 4 वर्षों से दफ्तरों के चक्कर लगा रही है। दरसल 4 वर्ष पहले गेलहापनी वार्ड क्रमांक 9 की 85 वर्षीय वृद्ध गिरजा देवी का नाम शासन द्वारा प्रदाय निराश्रित पेंशन योजना की सूचि से बीना किसी कारण काट दिया गया था। जिसके लिए वृद्ध द्वारा नगर पालिक निगम चिरमिरी से लेकर परिवार कल्याण विभाग तक का चक्कर लगातार 4 वर्षों से लगाया जा रहा है। लेकीन किसी भी आधिकारी द्वारा अभी तक किसी भी प्रकार से वृद्ध की सहायता नही की गई है। एक तरफ शासन तो गरीब जनता के लिए अपने को समर्पित बताती है लेकीन सच्चाई इससे परे है। छत्तीसगढ़ में जनता अपने अधिकार के लिए तरस रही है और आधिकारी अपनी कुर्सी पर बैठे मलाई काट रहे हैं। किसी भी आधिकारी, नेता, विधायक, पार्षद ने इस गरीब वृद्ध महिला की सुध नहीं ली जबकि इन्हीं नेताओ द्वारा चुनाव के समय बड़े बड़े वादे किए जाते है। लेकिन वोट मिलते ही इन गरीब जनता को ही भूल जाते हैं। क्या इसी दिन के लिए जनता सरकार चुनती है यह प्रश्नचिन्ह खड़ा करता है।
निगम में आधिकारी अपने कर्त्तव्य को दरकिनार कर मानवता को शर्मसार कर रहे हैं उनको शायद किसी मंत्री का इंतजार है जो उनको जिनका काम करने से उनको सौभाग्य प्राप्त हो। उन्हे किसी गरीब जनता का दुख दिखाई ही नहीं देता। तो फिर सरकार किस प्रकार अपने को जनता का हितेसी बताती है। ये सोचने वाली बात है।