जनपद सदस्य अभय प्रताप सिंह एकता का संदेश लेकर सत्यनगर से पहुंचे कसकेला
जनपद सदस्य अभय प्रताप सिंह एकता का संदेश लेकर सत्यनगर से पहुंचे कसकेला।
सद्भावना महारैली में 150 मोटरसाइकिल सहित 300 लोग हुए सम्मिलित।
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर/:– जिले के जनपद पंचायत भैयाथान अंतर्गत आने वाले जनपद पंचायत सदस्य क्षेत्र क्रमांक 20 के जनपद सदस्य अभय प्रताप सिंह के द्वारा जनपद सदस्य क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली समस्त ग्राम पंचायत को एक सूत्र में बांधते हुए सभी समाज को लेकर एक मानव मानव एक समान, महिला जागरूकता, युवा शिक्षा, युवा जागरूकता, समाजिक धार्मिक एकता, आपसी भाईचारा तथा आपसी समन्वय के लिए एक दिवसीय सद्भावना का संदेश देने के लिए एक विशाल महारैली का आयोजन किया।
सत्यनगर से निकली एकता का संदेश लेकर महारैली पहुंची कसकेला
मानव मानव एक समान का संदेश लेकर महा रैली के साथ जनपद सदस्य अभय प्रताप सिंह निकलने से पहले सर्वप्रथम ग्राम पंचायत सत्यानगर के देवालय में सुबह 10:00 बजे पूरी टीम के साथ पूजा पाठ कर और कामना करते हुए की सभी समाज में एकता का सूत्र बंद है और सभी एक साथ रहें और भाईचारा का संदेश देते रहें क्या आह्वान करते हुए इस महा रैली का शुरुआत करते हुए ग्राम पंचायत सलका, केवटाली, अघिना होते हुए ग्राम पंचायत कसकेला में ग्राम पंचायत में सभी समाज और सहयोगियों की उपस्थिति में समापन किया गया।
जनपद सदस्य ने एकता का संदेश देते हुए सभा को किया संबोधित
स्थानीय जनपद सदस्य अभय प्रताप सिंह ने सभी जनता से सभा को संबोधित करते हुए कहा की जिस प्रकार से आप सभी मुझे प्यार और स्नेह और आशीर्वाद दिया है इसे इसी तरह से बनाए रखियेगा और आप सभी को मेरी जब भी आवश्यकता होगी किसी भी वक्त जरूरत होगी बस एक आवाज लगाइएगा मै आपके सेवा के लिए हाजिर रहूंगा क्योंकि आप सभी है तभी मै हु मेरी जनता मेरे से पहले है मै आप सभी के सेवा के लिए हमेशा तत्पर हू बस एक आवाज लगाने की जरूरत साथ ही आप सभी आपसी प्रेम, भाईचारा बनाए रखे क्योंकि
मानव मानव एक समान है आपस में सब युगों युगों से प्रेम से रहते आए हैं। जाति धर्म और संस्कृति सब मानव ने ही बनाए हैं। ईश्वर, अल्लाह, जीसस, महावीर सबने एकता का संदेश दिया। आपस में मिलजुल कर रहने का मानवता को उपदेश दिया। फिर क्यों आपस में लड़ जाएं धर्म न हमें सिखाता है। धर्म धैर्य धारण करने की शक्ति में अभिवृद्धि कराता है। भगवत गीता और कुरान शरीफ कभी न आपस में लड़ते हैं। फिर क्यों हम सब मानव आपस में किस कारण लड़ते हैं। आदमी में खुदा राम का नूर है वह श्रृष्टि की सबसे बड़ी मूर्ति है। आपस में मेल जोल और प्रेम भाव से रहना सबसे बड़ी सूरत है। स्वर्ग नर्क का भेदभाव सब इस अवनी तल पर ही है। मानव चाहे जैसा स्वयं को बना ले उसके ऊपर ही है। शारीरिक संरचना में मानव को एक जैसा ही बनाया है। प्रकृति ने मानव निर्माण में कुछ भेदभाव न अपनाया है। फिर क्यों हम आपस में भेदभाव किस लिए करें। मित्रता भाव से रहे आपस में एक दूसरे से प्रेम करें।