पुलिस अधीक्षक बेमेतरा की समाधान मुहिम को बदनाम करने में लगे कर्मचारी…
पुलिस अधीक्षक बेमेतरा की समाधान मुहिम को बदनाम करने में लगे कर्मचारी…
बेमेतरा पुलिस अपने आप को न्यायालय समझ बैठे हैं और मामला तुरंत ही थाने में ही फैसला सुना दिया जाता है
अपराध को बढ़ावा दिया जा रहा है बेमेतरा जिले की पुलिस द्वारा जाति सूचक गालियां फोन पर करने के बावजूद भी अपराध दर्ज नहीं होना कहना संदेश का विषय
उमाशंकर दिवाकर गर्वित मातृभूमि बेमेतरा – एक ओर पुलिस अधीक्षक महोदय लगातार अपराध पर लगाम लगाने समाधान की मुहिम चलाकर काफी हद तक अपराध पर अंकुश तो लगा रहे हैं वही दूसरी ओर पुलिस अधीक्षक के कार्यशैली को बदनाम करने थाना प्रभारी कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं। बहर हाल पूरा मामला है बेमेतरा थाना क्षेत्र अंतर्गत के बालसमुद में एक छोटी सी कपड़ा व्यापारी को फोन कर जाति पुछकर मां बहन की अश्लील गाली गलौज करने की लिखित शिकायत दर्ज दिनांक 11/09/2023 को सिटी कोतवाली बेमेतरा में दर्ज कराने के उपरांत थाना प्रभारी द्वारा साईबर सेल में उक्त नम्बर को जांच हेतु भेज दिया गया था। जिसमें फोन धारक का नाम व लोकेशन स्पष्ट होने के बावजूद भी आवेदक को गुमराह करने के नीयत से उल्टा थाना प्रभारी सलाह देते हैं की आप नवागढ़ थाना प्रभारी से बात करके उठवा लो कहा समझ में ये नहीं आया की सिटी कोतवाली बेमेतरा का प्रभारी नवागढ़ थाने का प्रभारी तो नहीं सम्हाल रहे। क्या उनको इस बात की जानकारी नहीं की जब उक्त व्यक्ति का लोकेशन स्पष्ट होने के बावजूद भी आवेदक को गुमराह करने का काम किया। वहीं फोन पर गालियां देने वाले लड़कों को नाबालिग है और इसमें अपराध दर्ज नहीं होता है कहते हुए आवेदक को गोल गोल घुमा रहा है। यदि ऐसा है तो चोरी छेड़ छाड़ जैसे कई अपराध पर बाल न्याय में क्यों डाला जाता है। एस.डी.ओ. साहब का कहना है की आप कोई भी वकिल को फोन करके जानकारी ले लो कह अपना सलाह दे रहे हैं। बेमेतरा पुलिस अपने आप को कोर्ट समझ बैठा है वहीं आवेदिका जैसे कई मामलों पर पुलिस ही कोर्ट बनकर फैसला करना शुरू कर दिया है। न्यायालय को खुली चुनौती बेमेतरा पुलिस द्वारा दिया जा रहा है।
लड़के लोग नाबालिग है उसमें अपराध दर्ज नहीं हो सकता क्योंकि छोटे अपराध पर अपराध दर्ज नहीं होता है आप किसी भी वकिल से जानकारी ले लिजिए कहा ।
मनोज तिर्की एस डी ओ पी बेमेतरा