आजादी के लड़ाई में शहीद हुए स्वर्गीय दयाल पनिका का शहादत दिवस मनाया गया
आजादी के लड़ाई में शहीद हुए स्वर्गीय दयाल पनिका का शहादत दिवस मनाया गया
सूरजपुर/दिनांक 20/08/2023 दिन- बुधवार को पनीका समाज के जिला युवा सक्रिय कार्यकर्ता तुषार कुमार के नेतृत्व में शहीद स्वर्गीय दयाल पनिका जी का शहादत दिवस के रूप में जिला स्तरीय शहीद दिवस मनाया गया स्वर्गीय दयाल पनीका सन 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन में महात्मा गांधी जी के साथ ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़े थे व 20 सितंबर 1942 के दिन असम के ढेकीयाकुली स्थित चौकी में ब्रिटिश पुलिस के द्वारा उनकी गोली मारकर शहीद कर दी गई थी।
शहीदों के बलिदान को भुला दी गई
दिन 20 सितंबर, 1942 का था, लोग ढेकियाजुली पुलिस स्टेशन पर यूनियन जैक को उतारने और तिरंगा फहराने में सफल रहे। पुलिस की गोलीबारी के परिणाम स्वरूप तेरह लोगों ने देश की आजादी के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिये। इनमें से एक दयाल दास पनिका भी शामिल थे. दुर्भाग्य से, देश की आजादी के बाद उन शहीदों और उनके परिवारों के योगदान को संबंधित सरकारों द्वारा भुला दी गई। जिन लोगों ने अतीत में अपनी जान दी, उन्हें हमारी वर्तमान पीढ़ी भूल गई है। आजादी के उन दीवानों का भी स्मरण करना चाहिए,जिनके अथक प्रयासों और बलिदानों से हमें स्वतंत्रता मिली।
कार्यक्रम में पनिका समाज शाक्ति उत्थान समिति के जिला संरक्षक रामजीत पनिका,उपाध्यक्ष राजू देवांगन, कोषाध्यक्ष बिहारीलाल कुलदीप,संतलाल दास,मनेश्वर प्रसाद,हिमालय पनिका, रामकुमार, घरभरन,विनोद देवांगन,जीवन लाल,अजय दास, श्यामलाल पनिका, परमजीत भागवत,संतोष कुमार,बरेलाल, शमीर,नवीन मातृशक्ति के रुप में श्रीमती रामकुवर,रामबाई,स्वाती,सीता,सावित्री,कल्पना,रोशनी,विशाखा,चांदनी,काजल एवं जिले के सैकड़ो लोग उपस्थित थे