जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओपलंपिक का हुआ शुभारंभ… छत्तीसगढ़ की परम्पराओं को सहेज कर प्रदेश का बढ़ाया मान
छत्तीसगढ़ की पारंपरिक खेलों को मिल रहा प्रोत्साहन… सभी आयु वर्ग के खिलाड़ियों को मंच प्रदान करने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ीया का मान बढ़ाया…
उमाशंकर दिवाकर गर्वित मातृभूमि (बेमेतरा )- भुपेश बघेल की किसान व छत्तीसगढ़ीयों की सरकार ने छत्तीसगढ़ीयो का मान बढ़ाने हर सम्भव प्रयास कर छत्तीसगढ़ की संस्कृति सभ्यता और खेल तीज त्यौहार को बढ़ाया देकर बहरहाल पूरे प्रदेश भर में जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेल का शुभारंभ की आगाज किया उसी तारतम्य में हमारे बेमेतरा जिले में आज स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कंतेली में आयोजित किया गया।जिसमें मुख्य अतिथि बेमेतरा विधायक , अध्यक्षता नगर पालिका अध्यक्ष शकुंतला मंगत साहू के द्वारा छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के जिला स्तरीय प्रतियोगीता की शानदार शुरुआत हुई। प्रतियोगिता में 18 वर्ष से कम आयु वर्ग,18 से 40 वर्ष व 40 अधिक वर्ष के महिला पुरुष प्रतिभागी पारंपरिक खेलों में उत्साह से भाग ले रहे हैं।इसी कड़ी में कलेक्टर पदुम सिंह एल्मा के निर्देशन में जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक खेलों का शुभारंभ स्वामी विवेकानंद स्टेडियम कंतेली में किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ छत्तीसगढ़ महतारी के तैल्य चित्र पर दीप प्रज्वलित कर राजगीत के साथ किया गया। इस अवसर पर प्रथम दिवस पांच खेलों बिल्लस, भौरा, संखली, रस्साकसी और पिट्टूल का आयोजन किया गया। जिसमे हर वर्ग के विभिन्न प्रतिभागियों ने खेल में अपना उत्साह दिखाया। जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलंपिक का आयोजन 8 सितंबर को किया गया। मुख्य अतिथि ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देने छत्तीसगढ़िया ओलंपिक की शुरुआत की है। जिसमे सभी वर्ग के प्रतिभागी अपनी खेल कला का प्रदर्शन कर रहें हैं। हमारी सरकार ने पारंपरिक खेलों को जीवंत करने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि आप सभी यहां तक पहुचे उसके लिए शुभकामना देता हूँ। आगे खेल के विभिन्न स्तरों में अपना बेहतर प्रदर्शन कर अपने गांव जिले का नाम रोशन करें। छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के प्रतिभागियों को खेल के बेहतर प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं देते हुए कहा कि खेल हमारे जीवन का अहम हिस्सा है और छत्तीसगढ़िया ओलंपिक के माध्यम से हम खेल के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का बेहतर प्रदर्शन कर पाएंगे। छत्तीसगढ़ के पारम्परिक खेल प्रतियोगिता दलीय व एकल दो तृतीय श्रेणी में आयोजित की जा रही है। छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक में दलीय श्रेणी में गिल्ली डंडा, पिट्टूल, संखली, लंगड़ी दौड़, कबड्डी, खो-खो, रस्साकसी और बांटी (कंचा) जैसी खेल विधाएं शामिल की गई हैं। वहीं एकल श्रेणी की खेल विधा में बिल्लस, फुगड़ी, गेड़ी दौड़, भंवरा, 100 मीटर दौड़, लम्बी कूद, रस्सी कूद एवं कुश्ती शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ सरकार ने हर वर्ग विशेष के लिए हर सम्भव प्रयास किया आज छत्तीसगढ़ की परम्पराओं संस्कृति सभ्यता और खेल तीज त्यौहार को काफी बढ़ावा दिया आज हमारे जिले में भी जिला स्तरीय छत्तीसगढ़िया ओलम्पिक खेल का आयोजन सम्पन्न किया मैं सभी खेल प्रतिभाओं को ढेर सारी शुभकामनाएं और बधाई देता जो खेल के क्षेत्र में प्रदेश के नाम गौरवान्वित किया ।
आशीष छाबड़ा,बेमेतरा विधायक