शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय मोहतरा में आजादी मनाने के लिए गुलामी जैसा काम…
गर्वित मातृभूमि बेमेतरा से दुर्गम दास की रिपोर्ट –
मोहतरा – बेमेतरा जिला के विकासखंड नवागढ़ के अंतर्गत आने वाले शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय मोहतरा में स्कूल की ड्रेस में स्कूली बच्चों के नौनिहाल हाथों में आजादी के महोत्सव मनाने के लिए हाथों में तिरंगे होनी चाहिए किंतु शिक्षा विभाग की दुर्दशा इस कदर देखने को मिला कि शिक्षक स्कूली बच्चों से गुलामों जैसी काम करा रहे हैं । स्कूल प्रांगण पर बन रहे अतिरिक्त कमरा निर्माण कार्य के लिए रखी गई ईंटों को स्कुली बच्चों से साफ कराया जा रहा है । स्कूली ड्रेस में बच्चों के द्वारा ईट की सप्लाई करते हुए देखा जा सकता है।
बीबीसी न्यूज़ के संवाददाता जब इस मामले को अपने कैमरे पर रिकॉर्ड कर रहा था तो शिक्षा को रास नहीं आई और कहने लगे की मैं बच्चों को फौजी बनाना चाहता हूं क्या फौजी स्कूल में ही बनाए जाते हैं और संवाददाता से प्रश्न करने लगे की कहां लिखा है कि बच्चों से काम नहीं कराया जा सकते हम सब मिलकर आजादी के महोत्सव को मनाते हैं। किंतु ईट साफ करते हुए ना शिक्षक दिखे ना शिक्षिका दिखाई दिए सिर्फ बच्चे ही ईट साफ करते दिखाई दिए। जिम्मेदार विभागीय अधिकारी अपने आप में मगन है सरकारी स्कूलों की दयनीय स्थिति की वजह सिर्फ कागजों पर रिकॉर्ड संधारण कार्य मजबूत दिखाना और जमीनी हकीकत जीरो वो भी जहां का शिक्षक एक आर्मी का सिपाही था जिनको बाल मजदूरी कराना शायद स्वयं के बच्चों के लिए लागू है और दूसरों का बच्चा ही बाल मजदूरी करा सकते हैं । सरकारी सिस्टम की कमजोरियां जब कैमरे में कैद होता है तो वजह ही पलट जाता है। और जिम्मेदार अधिकारी अपनी लाचारी तथा बेबसी की घड़ियाल आंसू बहा रहा है।