स्वीमिंग पुल व मांगलिक भवन सहित नगर को सात करोड़ की सौगात
स्वीमिंग पुल व मांगलिक भवन सहित नगर को सात करोड़ की सौगात
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर/नगर पालिका परिषद सूरजपुर के द्वारा अधोसंरचना विकास के तहत नगर की जनता के लिए अत्याधुनिक स्वीमिंग पुल के साथ डॉ.भीमराव अम्बेडकर सर्व सामाज मांगलिक भवन सहित सात करोड़ रूपए से उपर के निर्माण कार्यों की आज आधारशीला रखेंगे। प्रेमनगर विधायक व सरगुजा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष खेलसाय सिंह व नगर पालिका अध्यक्ष के के अग्रवाल के साथ नगरीय जनप्रतिनिधियों व गणमान्यजनों की उपस्थिति में नगर पालिका के द्वारा प्रस्तावित कार्यों का भूमि पूजन विभिन्न स्थानों पर किया जायेगा। इसके साथ ही स्थानीय विधायक श्री सिंह के द्वारा स्वेच्छा अनुदान से नगर के 11 स्थानों पर बर्तनों का भी वितरण किया जाना है। इस संबंध में नगर पालिका अध्यक्ष केके अग्रवाल व मुख्य नगर पालिका अधिकारी मुक्ता सिंह चौहान ने बताया कि नगरीय निकाय के अंतर्गत अधोसंरचना व निकाय मद से लगभग दो करोड़ की लागत से हाई स्कूल स्टेडियम कॉम्पलेक्स में स्वीमिंग पुल निर्माण कार्य, डेढ़ करोड़ की लागत से वार्ड क्रमांक-1 में डॉ.बीआर अम्बेडकर सर्व समाज मांगलिग भवन, नगर के 18 वार्डों में एक करोड़ की लागत से सड़क व नाली निर्माण कार्य, वार्ड क्रमांक-7 पुराना बस स्टैण्ड में 38 लाख की लागत से चौपाटी निर्माण, वार्ड क्रमांक-10 गायत्री मंदिर के समीप गौशाला में 42 लाख की लागत से चारदीवारी निर्माण, नगर के वार्ड क्रमांक-16 में लगभग 95 लाख की लागत से व्यवस्थित हाट बाजार की दुकानों का निर्माण, 19 लाख की लागत से वार्ड क्रमांक-4 के कृष्णकुंज में पाथ-वे निर्माण, वार्ड क्रमांक-16 में प्राईमरी स्कूल के पीछे 23 लाख की लागत से दस नग दुकान निर्माण, वार्ड क्रमांक- 11 में 30 लाख रूपए की लागत से रिटर्निंग वाल निर्माण कार्य का भूमि पूजन आज होना है।
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तीन पीढ़ियों के स्कूल के बहुरेंगे दिन
सुभाष चौक स्थित शासकीय प्राथमिक पाठशाला जो कि नगर के तीन पीढ़ियों को प्राथमिक शिक्षा दे चुकी है, उस पाठशाला को भी नपा अध्यक्ष के के अग्रवाल ने संरक्षित व संवर्धित करने के लिए 50 लाख रूपए की लागत से नए भवन की स्वीकृति दी है। जिसका बहुप्रतिक्षित भूमि पूजन आज स्कूल परिसर में किया जाना है। उल्लेखनीय है कि उक्त स्कूल से पढ़े कई विद्यार्थी आज बड़े अधिकारी, जनप्रतिनिधि व व्यापारी हैं और नगर पालिका के जनप्रतिनिधियों ने इस प्राचीन स्कूल को व्यवस्थित करने के लिए बीड़ा उठाया है।