December 23, 2024

जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत देवगांव में दूसरे के मार्कशीट पर कई वर्षों से कर रही है नौकरी।सूचना के अधिकार के तहत हुआ मामले का खुलासा.

जांजगीर-चांपा जिले के मालखरौदा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम पंचायत देवगांव में दूसरे के मार्कशीट पर कई वर्षों से कर रही है नौकरी।

ग्राम पंचायत देवगांव में पिछले कई वर्षों से कर रही है दूसरे के मार्कशीट पर नौकरी

शिकायत होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं

सूचना के अधिकार के तहत हुआ मामले का खुलासा

रिपोर्टर-शुभम सिंह जिला ब्यूरो जांजगीर

जांजगीर चांपा । जिला जांजगीर चांपा ब्लॉक मालखरौदा अंतर्गत आने वाले ग्राम देवगांव मे घनश्याम कश्यप की पत्नी फुलेश्वरी कश्यप ग्राम देवगांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर कार्यरत है फुलेश्वरी का मूल नाम सुनीता कश्यप पिता का नाम राम प्रसाद कश्यप तथा मां का नाम श्याम बाई कश्यप है तथा ग्राम तुमीडीह थाना हसौद की मूल निवासी है वर्ष 2005 में सुनीता कश्यप का विवाह घनश्याम कश्यप के साथ हुआ उसके बाद वह अपने मायके से ससुराल ग्राम देवगांव आ गई उस समय भुनेश्वर कश्यप गांव का उपसरपंच था तथा घनश्याम कश्यप रिश्ते में उसका चाचा लगता है वर्ष 2006 में जनपद पंचायत मालखरौदा से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका का भर्ती होना था इस समय ग्राम मरघटी निवासी लालमणि पटेल जनपद सदस्य था तथा जनपद पंचायत मालखरौदा में स्वास्थ्य एवं महिला बाल कल्याण समिति का सभापति था उसी के द्वारा आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका का नियुक्ति किया जाना था जब आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका का भर्ती शुरू हुआ तब तत्कालीन उप सरपंच भुनेश्वर कश्यप कैंडीडेट ले जाकर लालमणि पटेल से संपर्क कर आता था नियुक्ति कराता था उसी समय घनश्याम कश्यप अपनी पत्नी सुनीता कश्यप तत्कालीन उप सरपंच भुनेश्वर कश्यप और लालमणि पटेल जनपद सदस्य के साथ मिली भगत कर फर्जी नाम फुलेश्वरी कश्यप के नाम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्ति कराया है उसके बाद से आज दिनांक तक सुनीता कश्यप अपने फर्जी नाम फुलेश्वरी कश्यप के नाम से नौकरी कर रही है सुनीता कश्यप की जन्मतिथि 5.10 .1991 है शासकीय प्राथमिक शाला तुमीडीह मे दिनांक 24.6 .1997 को पहली कक्षा में दाखिल हुआ था और पांचवी तक पढ़ने के बाद वर्ष 2002 में टी.सी निकलवाई है शिकायतकर्ता द्वारा शासकीय प्राथमिक शाला तुमीडीह का वर्ष 1997 का दाखिल खारिज पंजी की छाया प्रति तथा वर्ष 2002 के प्राथमिक परीक्षा प्रमाण पत्र की छाया प्रति सूचना के अधिकार अधिनियम 2005 के तहत प्राप्त किया गया है जिसके अनुसार दाखिल खारिज क्रमांक 349 में सुनीता पिता राम प्रसाद व माता श्याम बाई जाति कुर्मी दर्ज है सुनीता कश्यप वर्तमान में जिस नाम फूलेश्वरी कश्यप का प्रयोग कर नौकरी कर रही है वह उनके रिश्तेदार ग्राम जमडी निवासी बुचुराम कश्यप का नाम है घनश्याम कश्यप भुनेश्वर कश्यप लालमणि पटेल सभी मिलकर बुचु राम की पुत्री फुलेश्वरी कश्यप का आठवीं कक्षा का मार्कशीट का फोटो कॉपी लेकर सुनीता के असली नाम को बदल कर फुलेश्वरी लिखा कर संस्कार विद्या मंदिर पूर्व माध्यमिक शाला हसौद का हरजी विद्यार्थी बनाकर पूर्व माध्यमिक परीक्षा 2005 का फर्जी सील हस्ताक्षर कर फर्जी अंकसूची बनवाया गया दाखिल खारिज क्रमांक 60 एवं अनुक्रमांक 73848 दर्ज है इसके बाद तत्कालीन पटवारी भानु प्रताप से फुलेश्वरी पति घनश्याम के नाम से जाति प्रमाण पत्र निवास प्रमाण पत्र एवं आय प्रमाण पत्र बनवाया गया तथा फर्जी अंकसूची प्रमाण पत्रों को आधार बनाकर लालमणि पटेल के द्वारा स्वास्थ्य एवं महिला बाल कल्याण समिति का सभापति के हैसियत से फुलेश्वरी का आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर चयन कराया गया था तथा दिनांक 28.8. 2006 को जनपद पंचायत मालखरौदा से नियुक्ति आदेश जारी कराया गया है उसके बाद एक आवेदन पत्र में फुलेश्वरी को प्रार्थी बनाकर दिल्ली डिलीवरी होने का तथा डॉक्टर के प्रमाण पत्र का हवाला देकर दिनांक 8.12. 2006 को कार्य पर उपस्थित होने का आवेदन पत्र परियोजना अधिकारी मालखरौदा के नाम से दिया गया है उक्त दस्तावेज भी मेरे द्वारा सूचना के अधिकार के तहत जनपद पंचायत मालखरौदा से प्राप्त किया गया है सुनीता के द्वारा फुलेश्वरी नाम से आठवीं कक्षा का जो अंकसूची नौकरी हेतु प्रस्तुत किया गया है उसके संबंध में मेरे द्वारा संस्कार विद्या मंदिर पूर्व माध्यमिक शाला के प्रधान पाठक से जानकारी प्राप्त किया गया है जिनके द्वारा जानकारी दिया गया कि विद्यालय के दाखिल खारिज पजी के अनुसार कुमारी फुलेश्वरी पिता रामप्रसाद माता श्याम बाई जाति कुर्मी दाखिल खारिज क्रमांक 60 का प्रमाण पत्र विद्यालय का सील हस्ताक्षर सब फर्जी है फुलेश्वरी उक्त विद्यालय में कभी अध्ययनरत नहीं रही दाखिल क्रमांक 60 में जयराम पटेल पिता शनीराम पटेल का नाम दर्ज है इस प्रकार सुनीता उफ॔ फुलेश्वरी कश्यप पति घनश्याम कश्यप तत्कालीन उप सरपंच भुनेश्वर कश्यप और जनपद सदस्य लालमणि पटेल को जानकारी थी की फुलेश्वरी कश्यप का असली नाम सुनीता कश्यप है उसके बावजूद लालमणि पटेल के द्वारा सभापति की हैसियत से अनुशंसा किया गया जिससे सुनीता का चेकअप ने फर्जी नाम फरवरी के नाम पर आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर नियुक्ति हुई है हजारों व्यक्ति के द्वारा जानबूझकर तथा अपने पद एवं अधिकार का दुरुपयोग कर कूट रचित अंकसूची एवं फर्जी दस्तावेजों का प्रयोग सुनीता के मूल नाम को बदल कर फुलेश्वरी कश्यप के नाम से आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर ग्राम देवगांव में छल पूर्वक नियुक्ति की गई है एवं शासन के साथ धोखाधड़ी का लाभ प्राप्त किया जा रहा है इसकी शिकायत जगदीश कश्यप राजकुमार कश्यप उम्र 40 वर्ष ग्राम देवगांव थाना डभरा में किया गया एवं एसडीओपी महोदय को भी लिखित में शिकायत किया गया है एवं कलेक्टर महोदय को भी लिखित में शिकायत किया गया है इसके बावजूद भी कोई भी कार्यवाही नहीं किया गया है लग रहा है अगर कोई भी करवाई नहीं किया गया तो माननीय प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर भूपेश बघेल को भी शिकायत किया जाएगा

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