वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे शिक्षकों ने विभागीय कार्यवाही आदेश की प्रतियां जला किया विरोध प्रदर्शन। मांग पूरा करने को लेकर डटे शिक्षक,उग्र आंदोलन के मूड में
वेतन विसंगति दूर करने की मांग को लेकर हड़ताल कर रहे शिक्षकों ने विभागीय कार्यवाही आदेश की प्रतियां जला किया विरोध प्रदर्शन
मांग पूरा करने को लेकर डटे शिक्षक,उग्र आंदोलन के मूड में
मो0 सुल्तान सूरजपुर
सूरजपुर/सहायक शिक्षक 10 अगस्त से अपनी एकसूत्रीय मांग पुरानी सेवाकाल की गणना कर वेतन विसंगति दूर करने को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल में डट गये हैं जिससे स्कूलों में पढ़ाई पूरी तरह ठप पड़ गयी है जिसको मद्देनजर रखते हुए स्कूल शिक्षा विभाग उच्च कार्यालय DPI से हडताल कर रहे शिक्षकों के ऊपर सख़्ती से कार्यवाही करने का फरमान जारी होते ही जिला व ब्लॉक स्तर के विभागीय आला अधिकारियों के द्वारा हड़ताली शिक्षकों को 24 घण्टे के अंदर काम पर लौटने के लिए आदेश जारी करते हुए दमनकारी नीति के हथकंडा से हड़ताल को प्रभावित करने पुरजोर तरीके से दबाव बनाया जा रहा है।जिसके विरोध में आज जिला सूरजपुर के सहायक शिक्षक /समग्र शिक्षक फेडरेशन संघ के पदाधिकारीयों द्वारा उक्त आदेश की प्रतियाँ जलाकर विरोध प्रदर्शन किया गया। इस दौरान शिक्षक नेता निर्मल भट्टाचार्य एवं राकेश सेंकराज ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए बताया कि प्रदेश के शिक्षक lb संवर्ग हड़ताल को भरपूर समर्थन दे रहे हैं समूचे प्राथमिक शालाओं में पूर्ण ताला बंदी कर सरकार पर मांग पूरी करने का दबाव बनाया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने अपने किये वादे को इन साढ़े चार सालों में पूरा नहीं किया जबकि कुछ ही महीनों के बाद विधानसभा – चुनाव होना है ऐसे में शिक्षक अपनी मांग को पूरा कराने अड़ गये हैं।
आपको बता दें इनका आंदोलन विगत 10 दिनों से जारी है जो कि अब ब्लॉक मुख्यालय से होते हुए राजधानी रायपुर के तुता मैदान धरना – स्थल पर चल रहा है जहाँ पर आक्रोश रैली से लेकर जेल भरो आंदोलन तक उग्र प्रदर्शन किया जा रहा है इनका आंदोलन चुनावी राजनैतिक सरगर्मी के बीच शोसल मीडिया, न्यूज़ चैनल व अखबारों में अपनी अलग ही सुर्खियाँ बनाई हुई है लिहाजा यह देखना दिलचस्प होगा कि प्रदेश कि भूपेश सरकार एवं शिक्षकों के बीच मध्यस्तता कब तक बन पाएगी अर्थात आंदोलन कब और किस हद तक जाकर खत्म होगा क्या चुनावी वर्ष में शिक्षकों को सरकार एक बड़ी सौगात देगी??? या शिक्षक आंदोलन से बैरंग वापस लौटेंगे।
उक्त विरोध प्रदर्शन में प्रमुख रूप से निर्मल भट्टाचार्य, राकेश सेंकराज, शैलेष गुप्ता, विवेक पैकरा, शशि भूषण दुबे, सचिदानंद दुबे, प्रकाश चंद्र सिंह, गिरधारी सिंह, सहित कई शिक्षक शिक्षिकायें शामिल रहे।