निषाद (केवट) समाज गरियाबंद का नवनिर्वाचित पदाधिकारियों का शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न
गर्वित मातृभूमि बेमेतरा से दुर्गम दास की रिपोर्ट
पूर्व प्रांतीय महासचिव बोधी राम निषाद की उपस्थिति में हूआ शपत ग्रहण समारोह
दुर्गम दास गर्वित मातृभूमि (गरियाबंद / फिंगेश्वर ) – गरियाबंद जिला के शपथ ग्रहण समारोह मे आये 13 परिक्षेत्रीय एवं प्रदेश के कोने कोने से आये समाज के हजारों की संख्या मे माताए, बहने, युवा साथियों, वरिष्ठ जन को सम्बोधित करते हुए पूर्व प्रांतीय महासचिव बोधी राम निषाद जी ने कहा की हमारा समाज आज सर्वागिण विकास की ओर अग्रसर है जो हमारे पूर्वजों की ही देन जो आज समाज मे जागृति आई है। 43 वर्षो से आज निषाद (केवट) संगठनात्मक दृष्टि से लगातार आगे बढ़ रहा है लेकिन आज समाज राजीनीतिक दृष्टि से छतीसगढ़ मे 9 प्रतिशत जनसंख्या होते हुए भी प्रतिनिधित्व नहीं के बराबर है जिसे समाज एकजुटता के साथ समाज के योग्य राजनितिक लोगो को आगे लाये। समाज मे शिक्षा का स्तर और निरंतर बढ़े चाहे बेटी हो चाहे बेटा सभी को उच्च शिक्षा अध्ययन करवाए। आर्थिक दृष्टि केवल मछली पालन ही न होकर साथ साथ अन्य व्यापार मे भी समाज के लोग आर्थिक सक्षमता पैदा करे जिससे समाज के अंतिम लोगो का जीवन स्तर ऊपर उठ सके। सामाजिक न्याय के साथ साथ समाज के पदाधिकारी गण समाज के लिए रचनात्मक कार्यों पर भी ध्यान दे। आज अन्य समाज के साथ साथ हमारे समाज के लोग भी मतांतरण हो रहे उन पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है जिससे हमारे समाज के लोग हिन्दू धर्म मे ही बना रहे क्योंकि हमारा समाज सदियों से हिन्दू रीती नीति अपनी धर्म संस्कृति का ध्वजवाहक रहा है,किसी भी समाज या देश या राज्य को बनाये रखना है तो स्वयं की संस्कृति और परम्परा को सुरक्षित रखना अत्यंत आवश्यक है जो वर्तमान समय मे एक चुनौती पूर्ण हो गया है। केंद्र सरकार और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ हमारे समाज को कितना हुवा या हो रहा है इसे भी आंकलन करने की आवश्यकता है। हमारा समाज युगो युगो से गौरवशाली रहा है हम सब महराजा गुह निषाद राज जी की वंशज है जिनकी मित्रता मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभू श्रीराम चंद्र जी के साथ युगो युगो से इतिहास के पन्नो मे दर्ज चली आ रही है। आरक्षण को लेकर भी हमें लम्बी लड़ाई लड़ने की आवश्यकता है, छतीसगढ़ सरकार आज 12 जातियों को अनुसूचित जनजाति मे सम्मिलित करने हेतू केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजा लेकिन दुर्भाग्य है उसमे मछुवा समाज के लंबित मांग आरक्षण को कोई जगह नहीं दिया, न ही विचार किया गया, अतः आज समाज को पुनः विचार करने की आवश्यकता है। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि डॉ. संजय निषाद जी केबिनेट मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, अध्यक्षता माननीय एम. आर. निषाद जी मछुवा कल्याण बोर्ड अध्यक्ष छ. ग. शासन केबिनेट दर्जा प्राप्त एवं विशिष्ट अतिथि डॉ. अमित निषाद rnep कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष,पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आंनद निषाद जी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नेहरू निषाद जी प्रांतीय पदाधिकारी सहित प्रमुख रूप से जिलाध्यक्ष भुनेश्वर निषाद जी, सुखीराम निषाद जी, गजेंद्र निषाद जी, नरेश निषाद जी,अशोक निषाद जी, ईश्वर निषाद जी, बी आर निषाद जी, भोजप्रसाद निषाद जी, नंदकुमार निषाद जी, प्रदीप केवर्त जी, शरद पारकर जी, राजकुमार निषाद जी, दानसिंह निषाद जी, रमेश सर्वें जी, दुर्गा प्रसाद केवट, कौशल निषाद, रामकिशन आदित्य, हरिचंद्र निषाद, गायत्री केवर्त एवं हजारों की संख्या मे समाज के गणमान्य नागरिक बंधू उपस्थित रहे।